5 Dariya News

पंजाब सरकार आर्थिक खुशहाली के लिए सूअर और मच्छली फार्मों को विकसित करेगी-फिल्लौर

5 दरिया न्यूज

चण्डीगढ़ 29-Nov-2012

पंजाब सरकार ने राज्य में नवयुवकों के लिए स्वै: रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए पशु धन की संभाल, सुरक्षा और सुधार लाने के लिए एक व्यापक नीति तैयार की है। यह प्रगटावा आज यहां पंजाब सरकार के पशु पालन मंत्री स. सरवण सिंह फिल्लौर ने पशु पालन, डेयरी विकास और मच्छली पालन सम्बन्धी राज्य सलाहकार कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए किया।स. फिल्लौर बैठक दौरान पंजाब के लोगों का आर्थिक और खुशहाली का स्तर सुधारने के मद्देनज़र मुर्गी पालन, सूअर पालन और मच्छली पालन फार्मों को विकसित करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सूअर पालन और इससे सम्बन्धित ओर उत्पादन सम्बन्धी किसानों को सिखलाई सुविधाएं भी प्रदान करेगी।इस सम्बन्धी आंकड़े जारी करते हुए स. फिल्लौर ने बताया कि वर्ष 2007 के दौरान पशु धन की की गई गणना के अनुसार राज्य में 17.61 लाख गाएं और 50.04 लाख भैसें थी। इन में से 10.31 लाख गाएं और 29.08 लाख भैंसे सूने वाली थीं। उन्होंने कहा कि पंजाब  देश में दूध उत्पादन करने वाला एक प्रमुख राज्य है जहां वर्ष 2010-11 दौरान वार्षिक 94.23 लाख टन दूध का उत्पादन हुआ है। यह देश में कुल दूध उत्पादन में 9 प्रतिशत के करीब योगदान डालता  है चाहे कि पंजाब में पूरे भारत के मुकाबले केवल दो प्रतिशत से कम गाएं ओैर भैंसों की संख्या है। राज्य में प्रति जीव दूध की उपलब्धता 9.31 ग्राम है जो कि देश में सबसे अधिक है।पशुओं की नसल को सुधारने का  का जिक्र करते हुए मंत्री ने कहा कि एक सूए में 12000 लीटर से ज्यादा दूध देने वाली नसल पैदा करने के लिए बढिय़ा सांडों के शुक्राणुओं की दरामद की जायेगी। इससे राज्य में 30 लीटर प्रतिदिन प्रत्येक पशु का दूध का उत्पादन बढ़ेगा। इसके अतिरिक्त दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए बढिय़ा नसल की बच्छियां पैदा करने केलिए सीमन को भी दरामद किया जायेगा। राज्य में मच्छली फार्मिंग को विकसित करने के सम्बन्ध में उन्होंने कहा कि गावों की पंचायतों ने 6300 तालाब विकसित किये हैं।  इसके अतिरिक्त राज्य में 250 के करीब प्राईवेट मच्छली फार्म भी हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार वेैज्ञानिक और तकनीकी लीहों पर मच्छली फार्मिंग को उत्साहित करेगी। उन्होंने बताया कि इस समय लगभग 11287 हैैक्टेयर रकबा मच्छली फार्मिंग अन्तर्गत है। उन्होंने बताया कि राज्य में लगभग 50000 नवयुवक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौरपर रोजगार में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मच्छली फार्मिंग में दिलचस्पी रखने वाले नवयुवकों को सरकार सिखलाई भी दे रही है।