5 Dariya News

सीयू पंजाब के अंग्रेजी विभाग द्वारा 'द मिस्टीरियस वर्ल्ड ऑफ डिटेक्टिव फिक्शन' विषयक दूसरे वार्षिक अंग्रेजी साहित्य महोत्सव के उद्घाटन समारोह का आयोजन

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बठिंडा 15-Feb-2024

पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय , बठिंडा (सीयूपीबी) के अंग्रेजी विभाग द्वारा  गुरुवार को  'द मिस्टीरियस वर्ल्ड ऑफ डिटेक्टिव फिक्शन' थीम पर वार्षिक साहित्यिक महोत्सव के दूसरे संस्करण का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के संरक्षण में दो दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम का संचालन इंग्लिश लिटरेरी सोसाइटी द्वारा किया जा रहा है। 

कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में डॉ. केबीएस कृष्णा (सहायक प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय) और मधुलिका लिडल  (मुजफ्फर जंग श्रृंखला की प्रसिद्ध लेखिका) विशेष अतिथियों के रूप में सम्मिलित हुए। अपने स्वागत भाषण में डीन प्रभारी अकादमिक प्रोफेसर रामकृष्ण वुसिरिका ने छात्रों को ऐसे आयोजनों के माध्यम से अपनी रचनात्मकता दिखाने के अवसर प्रदान करने तथा सामाजिक बेहतरी हेतु कलात्मक अभिव्यक्ति को बढ़ावा देने के लिए अंग्रेजी विभाग के प्रयासों की सराहना की।

वहीं, मुख्य वक्ता डॉ. केबीएस कृष्णा ने "डिमिस्टीफाइंग डिटेक्टिव फिक्शन" विषय पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान दिया। उन्होंने जासूसी कथा साहित्य के मूल में गहराई से खोजबीन करते हुए एडगर एलन पो और आर्थर कॉनन डॉयल के कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने उल्लेख किया कि जासूसी कथा अपराध कथा की एक उपशैली है और उपन्यासों में बेहद लोकप्रिय रही है। 

उन्होंने जासूसी कहानियों के मनोरम तत्वों जैसे रहस्यमय जासूस, भूलभुलैया कथानक और सत्य की निरंतर खोज पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। डॉ. कृष्णा ने शर्लक होम्स, द हार्डी बॉयज़ और हरक्यूल पोयरोट जैसे पात्रों पर प्रकाश डाला, जिनकी प्रतिभा ने पीढ़ियों से पाठकों को मंत्रमुग्ध किया है।

व्याख्यान के बाद, मधुलिका लिडल, डॉ. केबीएस कृष्णा और डॉ. पृथ्वी राज द्वारा संचालित एक पैनल चर्चा ने इस शैली के संबंध में नई अंतर्दृष्टि प्रदान की। ऐतिहासिक कथा साहित्य में लिडल की महारत ने संवाद को समृद्ध किया, क्योंकि उन्होंने पेनल चर्चा के दौरान कहानी कहने की जटिलताओं और ऐतिहासिक सटीकता विषयों पर प्रकाश डाला। 

पैनल चर्चा के दौरान आयोजित आकर्षक संवाद ने उपस्थित लोगों को जासूसी कथा शैली पर आधारित उपन्यासों के प्रति रूचि पैदा की। उद्घाटन सत्र के अंत में अंग्रेजी विभाग की अध्यक्षा डॉ. शाहिला ज़फर ने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

इस महोत्सव के पहले दिन क्रैक द क्राइम कोड क्विज और सांस्कृतिक संध्या में छात्रों ने अपनी प्रतिभा का दम-खम दिखाया। दूसरे दिन, छात्रों को बुक कवर डिज़ाइन प्रतियोगिता, मीम मेकिंग प्रतियोगिता, डिटेक्टिव मास्करेड (कॉसप्ले, सोलिलीकी, स्किट), स्लीथ स्पीक (ओपन माइक), और डिटेक्टिव शोडाउन (हत्यारे को ढूंढें) प्रतियोगिता में अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। इस महोत्सव में शिक्षक, शोधार्थी, विश्वविद्यालय के छात्र और आसपास के उच्च शिक्षण संस्थानों के युवा भाग ले रहे हैं, जिससे साहित्यिक आदान-प्रदान समृद्ध हो रहा है और रचनात्मकता को बढ़ावा मिल रहा है।