5 Dariya News

धीरज गुप्ता ने सुरिंसर में विष्व वेटलैंड दिवस समारोह की अध्यक्षता की

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जम्मू 02-Feb-2024

अतिरिक्त मुख्य सचिव वन, धीरज गुप्ता ने रामसर स्थल सुरिंसर झील में विष्व वेटलैंड दिवस समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय विष्वविद्यालय जम्मू, पर्वतीय पर्यावरण संस्थान, भद्रवाह परिसर और वन्यजीव विभाग द्वारा प्रदर्शित स्टालों के दौरे से हुई। प्रदर्शन में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की आद्र्रभूमि विविधता और मानव कल्याण में आद्र्रभूमि द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित किया गया। 

इसके अलावा, पक्षी विज्ञानियों द्वारा खींची गई आद्र्रभूमि के प्रवासी पक्षियों की तस्वीरें और विभाग द्वारा वन्यजीवों की गणना, सर्वेक्षण, बचाव और प्रबंधन में उपयोग किए जाने वाले आधुनिक उपकरण भी प्रदर्शित किए गए। इस कार्यक्रम में लगभग 250 की संख्या में गैर सरकारी संगठनों, पीआरआई सदस्यों, विभागीय अधिकारियों, वरिष्ठ नागरिकों, शैक्षणिक संस्थानों के शिक्षकों और छात्रों ने शपथ ली।

धीरज गुप्ता ने पीआरआई, पर्यटन विकास प्राधिकरण, कृषि, उद्योग और वाणिज्य और वन और वन्यजीव विभागों सहित सभी संबंधित हितधारकों के परामर्श से सुरिंसर-मानसर वेटलैंड्स के लिए मास्टर प्लान तैयार करने का आह्वान किया।एसीएस ने लोगों से सुरिंसर-मानसर वन्यजीव अभयारण्य और आद्र्रभूमि के संरक्षण में वन्यजीव विभाग का समर्थन करने का आग्रह किया, जो स्थानीय पारिस्थितिकी, कृषि, बागवानी, पर्यटन और अन्य आर्थिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण हैं। 

उन्होंने विकास कार्यों के निष्पादन के लिए आवश्यक विभिन्न मंजूरी के संबंध में पीआरआई के प्रतिनिधियों की चिंताओं को सुना और विकास एजेंसियों को नियामक मंजूरी के लिए समय पर आवेदन करने की सलाह दी।मुख्य वन्यजीव वार्डन सर्वेश राय ने प्रतिभागियों को सुरिंसर-मानसर अभयारण्य और आद्र्रभूमि के संरक्षण के लिए की जा रही विभाग की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। 

इसमें गाद के भार को कम करने, खरपतवार को हटाने, तटीय क्षेत्र में सुधार और कछुओं के लिए बेसिंग साइटों के विकास के उपाय शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इसी तरह के आयोजन आज घराना, होकरसर, शालबुघ, ह्यगम और वुलर वेटलैंड्स में भी आयोजित किए जा रहे हैं। एनजीओ सदस्य नज़ीर-बे-नज़ीर और पर्वतीय पर्यावरण संस्थान, भद्रवाह परिसर के प्रोफेसर डॉ. नीरज शर्मा ने भी आद्र्रभूमि के संरक्षण में विभिन्न हितधारकों की भागीदारी की आवश्यकता के बारे में बात की। कार्यक्रम का समापन धीरज गुप्ता द्वारा वॉकथॉन को हरी झंडी दिखाने के साथ हुआ।