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जहां नारी का सम्मान व कंजक की पूजा होती है वहां भगवान का वास होता है: वीरेश शांडिल्य

वीरेश शांडिल्य राष्ट्र जागरण मंच के पांचवें महिला सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथी पहुंचे, लोहड़ी की पूर्व संध्या पर सबको बधाई दी व कंजकों से लोहड़ी पूजा करवाई, कार्यक्रम में स्कली छात्र-छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए

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बराड़ा 11-Jan-2024

नारी मां भी है, बहन भी है, बेटी भी है व मां के नौ रूपों में भी है। जहां नारी का सम्मान व कंजक की पूजा होती है वहां देवी देवताओं का वास होता है। उपरोक्त शब्द लाला लाजपतराय वरिष्ठ नागरिक भवन में विश्व हिन्दू तख्त व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने हजारों महिलाओं को संबोधित करते हुए कहे। वीरेश शांडिल्य आज राष्ट्रीय जागरण मंच एवं वैश्य समाज वेलफेयर सोसायटी द्वारा आयोजित पांचवें राष्ट्र स्तरीय जागरूक महिला सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि बराड़ा पहुंचे। 

जहां उनका राष्ट्रीय जागरण मंच के प्रधान रोहताश राणा, संतोष गोयल, डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र, अमरिंदर सिंह, सतीश गर्ग, डॉ. सीडीएस कौशल, भूपेंद्र सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंगला, मंगाराम, प्रहलाद शर्मा, एडवोकेट अमित गर्ग, सुधीर कुमार, डॉ. कुलदीप शर्मा, कुलबीर सिंह, बिट्टू थंबड़, तृप्ता रानी, ज्ञान कौर, प्राची शर्मा, भूपेंद्र कौर, प्रिंसीपल दिव्या शर्मा, जेपीएस स्कूल की प्रिंसीपल नीलम शर्मा, सहित सैंकड़ों लोगों ने वीरेश शांडिल्य का फूल मालाएं पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर वीरेश शांडिल्य के साथ विश्व हिन्दू तख्त के प्रदेश महासचिव हरीश अरोड़ा, शिव रंजन, हाई कोर्ट के एडवोकेट वासु रंजन सहित भारी तादाद में महिलाएं व राष्ट्र जागरण मंच के सदस्य माजूद थे। 

इस मौके पर जेपीएस स्कूल व मातृ भूमि मिशन संस्थान के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए। जेपीएस स्कूल की छात्राओं ने सुंदर गिद्दा पेश किया। इस अवसर पर विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने इस अवसर पर 101 नवजात बच्चियों की माताओंं को 101 कंबल व 101 टिफिन बांटे। 

वहीं वीरेश शांडिल्य ने उन 51 लड़कियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया जिन्होंने अपनी काब्लियत व मेहनत के आधार पर सरकारी व प्राइवेट पदों को हासिल किया। शांडिल्य ने जहां नए साल की बधाई दी वहीं कहा कि 22 जनवरी भारत के प्रधानमंत्री मोदी जी की देन है और 22 जनवरी को जिस दिन अयोध्या में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है, पूरे विश्व को पता चलना चाहिए कि भगवान राम अपने अयोध्या में गर्भ गृह में विराजमान हो चुके हैं और 22 जनवरी जैसी दिवाली संसार में कभी न मनाई गई हो ऐसी दिवाली 22 जनवरी को होनी चाहिए। 

हर सनातनी जहां बैठा हो वहां मनाए। वीरेश शांडिल्य ने बराड़ा की मिट्टी को नमन किया और कहा कि यहां कि महिलाओं में जागृति है वह तो चाहते हैं कि बराड़ा के माताएं उन्हें गोद लें लें। वहीं एंटी टेरोरिस्ट फ्रंड इंडिया व विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि नारी के सम्मान से बड़ा कोई सम्मान नहीं है और इसलिए पहली गुरू मां और दूसरा गुरू पिता और तीसरा गुरू शिक्षक व चौथा गुरू भगवान होता है। 

इसलिए माता-पिता की पूजा करने वाले व नारी का सम्मान करने वालों के घरों में गंगा बहती है व देवी देवताओं का वास होता है। वहीं वीरेश शांडिल्य ने राष्ट्र जागरण मंच द्वारा किए जा रहे महिला सम्मान की तारीफ की और वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम करने वाले बच्चों को व लोहड़ी पूजन करने वाली बच्चियों को 3100 रूपए नगद देकर सम्मानित किया।