5 Dariya News

चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, चंडीगढ़ में 12वें वार्षिक समारोह का आयोजन

“धातु – द मेटलवर्स ओडिसी” थीम पर आधारित इस उत्सव में छात्रों ने दी शानदार प्रस्तुतियां

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चंडीगढ़ 21-Dec-2023

चितकारा इंटरनेशनल स्कूल ने आज अपना 12वां वार्षिक दिवस मनाया। “धातु – द मेटलवर्स ओडिसी” थीम पर आधारित इस उत्सव में छात्रों ने शानदार और मनोरंजक कार्यक्रमों का प्रदर्शन किया। “धातु” थीम में पूरी तरह से समाहित होते हुए शानदार तरीके से बनाये गए कार्यक्रम के स्टेज पर एक विशेष मेटल कार्ट के जरिए छात्रों ने विभिन्न प्रकार की धातुओं के बारे में शानदार प्रस्तुतियां और पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिये सभी को जानकारी दी। 

छात्रों ने बाजार में उपलब्ध विभिन्न धातु की वस्तुओं और उन्हें बनाने वाले धातुकारों, लोहारों और सुनारों की प्रमुखता का चित्रण करते हुए उनकी विशेष दुकानों को भी इस मंच पर सजाया  जैसे कि "पन्ना लाल जौहरी", "कल्लूमल स्टील वाले", "बिरजू लोहारिया" और "शर्मा जी तांबे वाले"। स्टेज पर सबसे आगे अधिक उपयोग किए जाने वाली धातुओं का एक बड़ा मानव-आकार का मॉडल भी प्रदर्शित किया गया। 

कार्यक्रम का आगाज़ खासतौर पर एक मेटलिक उद्धाघाटन से किया गया जिसके तहत धातु से बनाये एक नल से बहता साफ़ और स्वच्छ पानी दर्शाया गया जो कि सभी बैक्टीरिया, वायरस आदि को हटाने का प्रतीक है और यह चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के उस सोच का भी प्रतिबिंब हैं जो सबके अच्छे स्वास्थय की कामना करता है।

स्कूल की परंपरा को कायम रखते हुए, किंडरगार्टन से लेकर कक्षा 12 तक, सभी छात्र तीन दिनों तक चले इस 12वें वार्षिक समारोह के कार्यक्रमों का हिस्सा बने और सबने अपना उत्साहपूर्वक प्रदर्शन दिया। महत्वपूर्ण बात यह है कि सेंट्रल बोर्ड आफ सेकेंडरी एजुकेशन  (सीबीएसई) के मिशन और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) 2020, के तहत आर्ट इंटीग्रेशन की प्रतिबद्धता को सुनिश्चित कर पृथ्वी पर मौजूद विभिन्न मेटल्स और मेटल एलॉय का इस वार्षिक समारोह में कलात्मक प्रदर्शन किया गया ।

जिसके जरिए छात्रों को एल्यूमीनियम, तांबा, टिन, पीतल, चांदी, प्लैटिनम, स्टेनलेस स्टील, पारा, सोना और लोहा आदि सभी मेटल्स की सम्पूर्ण जानकारियां मिली और उन्हें रोजमर्रा में उनकी महत्वपूर्ण जरूरतों की भूमिका के बारे में भी समझने का मौका मिला। हाल ही में चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के पंचकुला कैंपस में मनाए गए वार्षिक दिवस पर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला ।

इस विशेष अवसर पर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष तौर पर चितकारा यूनिवर्सिटी,के चांसलर डॉ. अशोक के चितकारा के साथ-साथ प्रो-चांसलर, चितकारा यूनिवर्सिटी और अध्यक्ष, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, डॉ. मधु चितकारा और निदेशक, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल्स डॉ. नियति चितकारा ने समारोह की शोभा बढ़ाई और सभी अतिथियों , गणमान्य व्यक्तियों और बच्चों के माता-पिता का स्वागत किया।

एक दिव्य शिव स्तुति के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। “द एलीमेंटर हारमोनी” के नाम से संगीतमय प्रस्तुति दी गई। चितकारा यूनिवर्सिटी के डांस ग्रुप “कस्टडी” ने भी शानदार प्रस्तुति दी। तीन दिनों तक अलग अलग कक्षाओं के बच्चों ने शानदार संगीत और नृत्य के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। समारोह के पहले दिन स्कूल के प्यारे नन्हे-मुन्ने बच्चे मंच पर आए और अलग-अलग नृत्यों के माध्यम से अपने कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

समारोह के दूसरे दिन भी धातु पर आधारित कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। मेंडेलीव की पीरियोडिक टेबल को लेकर एक एक संगीतमय कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया। कक्षा 2 से 6 तक के छात्रों ने समान रूप से शक्तिशाली और उत्साहपूर्ण नृत्य के साथ धातुओं की ताकत दिखाई। समारोह के तीसरे दिन कक्षा 7 से 12 के छात्र मंच पर आए और उन्होंने शानदार नृत्य, रंगमंच और संगीत के माध्यम से दुनिया भर में धातुओं की वैज्ञानिक विशेषताओं के बारे में जानकारियों को दिया। 

सीनियर छात्रों के शानदार भांगड़ा प्रदर्शन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। स्कूल के वरिष्ठ छात्रों द्वारा, कथक घुंघरू की प्रस्तुति भी दी गई जिसमें धातुओं की असाधारण सुंदरता को प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर अपनी खुशी और संतोष व्यक्त करते हुए, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल की निदेशक, डॉ. नियति चितकारा ने कहा कि, "हम सभी गणमान्य अतिथियों , छात्रों के माता-पिता और स्कूल के सभी शिक्षकों के कार्यक्रम में शामिल होने से रोमांचित हैं कि वे छात्रों को प्रेरित करने के लिए एक साथ आए। 

छात्रों के जीवन का यह एक महत्वपूर्ण दिन था। चितकारा इंटरनेशनल स्कूल के लिए, वार्षिक दिन मौज-मस्ती से भरपूर सीखने और कलात्मक अभिव्यक्ति के बारे में हैं और  इस वर्ष, धातुओं पर हमारे फोकस ने हमें इस दृष्टिकोण को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने में मदद की। मैं सभी छात्रों और शिक्षकों को उनके शानदार प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए सराहना करती हूँ। इसके अलावा मैं अटूट समर्थन और प्रोत्साहन के लिए सभी हितधारकों को भी उनके प्रति हृदय से आभार व्यक्त करती हूं।