5 Dariya News

अटल डुल्लू ने सभी प्रमुख स्वास्थ्य सुविधाओं के पूर्ण संचालन हेतु कदम उठाने पर ज़ोर दिया

सभी स्वास्थ्य सुविधाओं में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं सुनिश्चित करने हेतु प्रभावी निगरानी करने को कहा

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जम्मू 07-Dec-2023

मुख्य सचिव अटल डुल्लू ने यूटी के स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को यूटी भर में सभी प्रमुख स्वास्थ्य सुविधाओं के पूर्ण संचालन हेतु सार्थक कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।बैठक में स्वास्थ्य सचिव के अलावा स्किम्स के निदेशक, एमडी एसएचए, सभी मेडिकल कॉलेजों के प्राचार्य, एमडी एनएचएम, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएँ कश्मीर/जम्मू, एमडी जेकेएमएससीएल, निदेशक परिवार कल्याण, औषधि नियंत्रक एवं अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।

इस बैठक के दौरान अटल डुल्लू ने कहा कि यूटी के पास यहां के लोगों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं लाने हेतु 2 एम्स, 7 नए मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेजों के अलावा अन्य संस्थान केंद्र द्वारा आवंटित सबसे अच्छी स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाओं में से एक हैं। उन्होंने तृतीयक देखभाल स्वास्थ्य सेवाओं को सभी जम्मू-कश्मीर निवासियों के घरों के करीब लाने के लिए ऐसी सभी मेगा स्वास्थ्य सुविधाओं को पूरी तरह कार्यात्मक बनाने के लिए ठोस कदम उठाने पर जोर दिया।

उन्होंने प्रत्येक मेडिकल कॉलेज के पिं्रसिपल से स्टाफ की संख्या और फैकल्टी के पदों के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने सभी रिक्तियों को जल्द से जल्द भरने पर जोर दिया ताकि मरीजों की देखभाल प्रभावित न हो। उन्होंने इन स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा प्रभावी चिकित्सा देखभाल के लिए आवश्यक सभी मशीनरी और उपकरणों का प्रावधान करने और वहां उनकी स्थिति के बारे में भी पूछा।

उन्होंने विभाग को प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र के लिए ऐसी मशीनरी, उपकरण और दवाओं की खरीद के उपाय करने की सलाह दी ताकि मरीजों को यहां परेशान न होना पड़े। उन्होंने वर्ष के दौरान उनकी कमी की किसी भी संभावना से बचने के लिए आवश्यकताओं के अनुसार सभी आवश्यक दवाओं की एक बार में निविदा देने का आह्वान किया।

मुख्य सचिव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों सहित सभी विभागाध्यक्षों को अधिकांश समय फील्ड में रहने और अपने क्षेत्रों में सेवाओं के वितरण की निगरानी करने का निर्देश दिया। उन्होंने उनसे प्रत्येक स्वास्थ्य सुविधा में मरीजों की संख्या और वहां डॉक्टरों की उपलब्धता की दैनिक आधार पर जांच करने को कहा। साथ ही यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि दूरदराज के क्षेत्रों में प्रत्येक चिकित्सा सुविधा में स्वीकृत संख्या के अनुसार पर्याप्त कर्मचारी उपलब्ध हों।

इसके अलावा मुख्य सचिव ने यहां के नर्सिंग कॉलेजों की कार्यप्रणाली पर भी गौर किया। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण पैरामेडिक स्टाफ चिकित्सकों के समान ही महत्वपूर्ण है और इन कॉलेजों को सर्वोत्तम प्रशिक्षण और शिक्षा प्रदान करके योग्य नर्सों को तैयार करने का प्रयास करना चाहिए।मुख्य सचिव ने इस अवसर पर क्रियान्वित सभी परियोजनाओं का जायजा लिया। 

उन्होंने इनमें से प्रत्येक को समय पर पूरा करने और हर तरह से पूरा कर जनता को समर्पित करने को कहा। इन परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आने वाली सभी समस्याओं को एक-दूसरे के साथ बेहतर तालमेल और समन्वय बनाकर हल करने की सलाह भी दी।इस बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, भूपिंदर कुमार ने मुख्य सचिव को बताया कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत इसकी शुरुआत से लेकर अब तक 1735 करोड़ रुपये के 10.18 लाख उपचार किए गए हैं। 

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन, एम्बुलेटरी सेवाएं, ई-संजीवनी, टेली-रेडियोलॉजी, टेलीमेडिसिन, टेली-एक्स-रे, टेली-सीटी, स्कैन एंड शेयर, चैटबॉट और टेली-मानस जैसे डिजिटल हस्तक्षेप यहां पूरे किए गए हैं। डिजिटल रोगी कतार प्रबंधन के लिए स्कैन और शेयर सुविधा तृतीयक देखभाल और माध्यमिक स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं में चालू की गई है और शीघ्र ही इसे अगले स्तर तक बढ़ाया जा रहा है।