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इकोसिख ने 56 महीनों में लगाये 850 पवित्र जंगल

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चंडीगढ़ 17-Nov-2023

पर्यावरण संगठन इकोसिख ने पंजाब और भारत के छह अन्य प्रदेशों में मात्र 56 महीनों में 850 गुरु नानक पवित्र जंगलों को लगाकर पूरा करने की घोषणा की है। प्रत्येक जंगल में देसी प्रजातियों के 550 पेड़ हैं जिनका कुल योग अब तक 4 लाख 70 हजार पेड़ो का है। इसके अलावा, इकोसिख ने बताया कि उनकी टीम हर महीने ऐसे 100 ओर जंगल लगाने की क्षमता रखती है। इकोसिख ने रिफोरेस्टेशन अभियान के तहत 650 जंगल पंजाब में ही लगाये हैं।

चंडीगढ़ प्रेस कल्ब में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुये इकोसिख के ग्लोबल प्रेजीडेंट डॉ राजवंत सिंह ने कहा कि उन्होंनें इस प्रयास के तहत गुरु नानक जी की 550वीं जयंती के उपलक्ष्य में फरवरी 2019 में यह पहल शुरु की थी और इकोसिख ने दस लाख पेड़ लगाने की प्रतिबद्धता जताई थी। इकोसिख इस माह लगभग आधे सफर का तय कर चुका है।

उन्होंनें कहा कि इकोसिख उन वनों को लगाने में अपने सभी स्टेकहोल्डर्स का आभार व्यक्त करता है। इससे पंजाब की बायोडाईवर्सिटी को बहाल करने वायु की गुणवत्ता को बेहतर और पक्षियों तथा पोलीनेटर्स को सुरक्षित आवास दिलवाने में मदद मिल रही है। उन्होंनें नागरिकों को इस मुहिम से जुड़ने का आहवान किया। इकोसिख ने अपने इस घोषित लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये लोगों, गुरुद्वारों, शैक्षणिक संस्थानों और उद्योगों के साथ काम किया है।

महाराष्ट्र के एक अग्रणीय उद्योगपति और इस पवित्र योजना के संयोजक चरण सिंह ने अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि गुरु नानक पवित्र वन उद्योगों के लिये व्यापक लाभ प्रदान करेगा जिसमें हमारा व्यवसाय कंपीटिशन की तुलना में ओर अधिक हरे भरे दिखेंगें। उन्होंनें कहा कि इस अवसर का लाभ उठाना चाहिये और जलवायु परिवर्तन (क्लाईमेट चैंज) के रुख को मोड़ने के लिये इकोसिख के साथ हाथ मिलाना चाहिये। उन्होंनें उम्मीद जताई की समाज का सामूहिक प्रयास भविष्य की आने वाली पीड़ियों के लिये कारगर साबित होगा।

पायनियर इंडस्ट्रीज प्राईवेट लिमेटिड के प्रबंध निदेशक जगत अग्रवाल ने इकोसिख के साथ एक व्यापक साझीदारी के विषय से अवगत करवाते हुये कहा कि उन्होंनें जपानी पद्धाति के मियावाकी वन में 43500 से भी अधिक पेड़ लगाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंनें कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में जंगल का रणनीतिक विकास इंडस्ट्रियल ग्रोथ और इकोलोजिकल प्रीजरवेशन के बीच संतुलन सुनिश्चित करते हुये इकोसिख की अटूट प्रतिबद्धता को परिभाषित करता है।

चैंबर आफ इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल अंडरटेकिंग (सीआईसीयू) के अध्यक्ष उपकार सिंह आहूजा ने फोरेस्टेशन प्रोग्राम के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुये कहा कि सीआईसीयू के सहयोगियों और सदस्यों ने अब तक 139 ऐसे गुरु नानक पवित्र वन लगाकर ‘लंग्स आफ लुधियाना’ परियोजना के प्रति उत्साहजनक प्रतिबद्धता दिखाई है और निकट भविष्य में भी इस प्रोग्राम को ओर बढ़ावा देना है।

इकोसिख इंडिया की अध्यक्षा डॉ सुप्रीत कौर ने पंजाबी युवाओं, इकोसिख के मेहनतकश वन रचनाकारों की भूमिका साझा की जो मियावाकी पद्धति (जापानी पद्धति) के साथ रोपण में पूरी से तरह से कुशल हैं। उन्हें इस तकनीक के विश्व प्रसिद्ध विशेषज्ञ शुभेंदु शर्मा द्वारा मार्गदर्शन दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब उनके पास पूरे पंजाब में 45 बेहतरीन तरीके से प्रशिक्षित यंग फोरेस्ट मेकर्स हैं और वे अत्याधिक गर्म मौसम या बरसात के दिनों में भी प्रत्येक दिन जंगल लगा रहे हैं। 

उन्होंने बताया कि उनका यह मिशन कभी नहीं रुकता और वे सभी पंजाबियों को इस नेक कार्य में योगदान देने के लिये निमंत्रण देते हैं।पंजाबी युवाओं का प्रतिनिधित्व कर रहे भरत जैन ने इस मुहिम को ओर सफल बनाने के लिये तीन क्षेत्रों पर प्रकाश डाला। उनके अनुसार लोगों में जागरुकता, पहल को मजबूती देना और इस परम्परा को कायम रखने से इस अभियान को ओर आगे बढ़ाया जा सकता है।

खेड़ा माझा के सरपंच कुलविंदर सिंह ने बताया कि ये जंगल पेड़ों की उन प्रजातियों को वापस ला रहे हैं जो पिछले कई दशकों से गायब हो गई हैं। उन्होंनें बताया कि ये पेड़ कई अलग अलग पक्षियों और जैव विविधताओं को वापस आमंत्रित कर रहें हैं जो मिट्टी को पुनर्जीवित करने में मदद करता है और प्रदूषण को नियंत्रित करने में भी मदद करता है।

इकोसिख एक ग्लोबल एक्शन ओरियेंटेड पर्यावरण संगठन है जो जलवायु समाधान पर केन्द्रित है। इसे व्हाइट हाउस, यूएन, वेटिकन और दुनिया भर के कई सरकारी संगठनों द्वारा विभिन्न प्लेटफार्मों पर आमंत्रित किया गया है। यह युवाओं और महिलाओं को अपनी परियोजनाओं में शामिल करता है। इकोसिख द्वारा अमृतसर में 450 जंगल लगाने का भी लक्ष्य है क्योंकि 2027 में अमृतसर का 450 वां स्थापना दिवस है।