5 Dariya News

"पंजाब अगेंस्ट ड्रग एडिक्शन" अभियान का शुभारंभ

अभियान के तहत जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की गतिविधियां 31 अक्टूबर तक जारी रहेंगी

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मोगा 01-Oct-2023

माननीय श्री न्यायमूर्ति गुरमीत सिंह संधावालिया, न्यायाधीश, पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय चंडीगढ़ और कार्यकारी अध्यक्ष, पंजाब राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण और श्री मनजिंदर सिंह माननीय सदस्य सचिव पंजाब राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण एसएएस नगर के दिशानिर्देशों के अनुसार और श्री अतुल कसाना माननीय जिला एवं सैशन न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण मोगा, श्री अमरीश कुमार सीजेएम-सह-सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण मोगा के नेतृत्व में आज रेड क्रॉस नशा मुक्ति पुनर्वास केंद्र जनेर में "पंजाब अगेंस्ट ड्रग एडिक्शन" अभियान की शुरुआत करते हुए एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग मोगा, सिविल अस्पताल से मनोचिकित्सक डॉ. चरणप्रीत सिंह, पुलिस विभाग से एएसआई केवल सिंह भी उनके साथ मौजूद थे।

 श्री अमरीश कुमार सीजेएम-सह-सचिव जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण मोगा ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य लोगों के बीच यह संदेश फैलाना है कि कानूनी सेवा प्राधिकरण नशा करने वालों के पुनर्वास और उन्हें कानूनी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। एन एल एस ए योजना (नशीली दवाओं के दुरुपयोग के पीड़ितों को कानूनी सेवाएं और नशीली दवाओं के दुरुपयोग के उन्मूलन के लिए कानूनी सेवाएं) 2015 के तहत एनडीपीएस अधिनियम के बारे में विस्तार से जानकारी दी।इस मौके पर केवल सिंह ने कहा कि पंजाब में नशा बहुत बढ़ गया है, अगर इसे नहीं रोका गया तो यह आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत घातक साबित होगा और उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति नशा बेचता है तो उसके खिलाफ टोल फ्री नंबर 7527000165 पर सूचना दी जा सकती है और शिकायत करने वाले व्यक्ति की जानकारी गोपनीय रखी जाएगी।  

इस अवसर पर डा.  चरणप्रीत सिंह मनोचिकित्सक ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति नशे का आदी है तो मोगा जिले में 18 नशा मुक्ति केंद्र (ओट सेंटर) खोले गए हैं जहां मुफ्त दवा उपलब्ध कराई जाती है। श्री अमरीश कुमार ने आगे बताया कि यह अभियान दिनांक 01.10.2023 से 31.10.2023 तक विभिन्न ग्रामों/शहरों में संचालित किया जायेगा।  इस दौरान स्वास्थ्य शिक्षा और पुलिस विभाग के सहयोग से रैलियां, कार्यशालाएं और सेमिनार आयोजित किए जाएंगे।  स्कूलों और कॉलेजों में भाषण, वाद-विवाद, पोस्टर मेकिंग और चार्ट मेकिंग आदि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।  इसके अलावा नशे के दुष्प्रभावों को उजागर करने वाले नुक्कड़ नाटकों का भी आयोजन किया जाएगा।  इस दौरान उपस्थित लोगों ने नशा न करने का संकल्प लिया।