5 Dariya News

उद्यमिता में अग्रणी जे.ए.चौधरी को चितकारा यूनिवर्सिटी ने मानद डॉक्टरेट के साथ किया सम्मानित

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बनूड़/राजपुरा 19-Sep-2023

चितकारा यूनिवर्सिटी  ने  इंटरनेशनल स्टार्टअप फाउंडेशन के अध्यक्ष और  संस्थापक जे.ए. चौधरी को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करके सम्मानित किया। उद्यमिता के गतिशील क्षेत्र में उनके परिवर्तनकारी योगदान के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित सम्मान दिया गया। जे.ए. चौधरी द्वारा स्थापित इंटरनेशनल स्टार्टअप फाउंडेशन वैश्विक स्तर पर स्टार्टअप और उद्यमी दोनों के प्रचार और समर्थन के लिए प्रतिबद्ध है। 

उभरते हुए इनोवेटर्स  के लिए यह  परामर्श, संसाधन और एक जीवंत मंच प्रदान करता है। चितकारा यूनिवर्सिटी, के चांसलर डॉ. अशोक चितकारा और चितकारा यूनिवर्सिटी,की प्रो चांसलर, डॉ. मधु चितकारा, ने  चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब कैंपस में उन्हें मानद उपाधि प्रदान की।

चितकारा यूनिवर्सिटी के चांसलर डॉ. अशोक चितकारा ने जे.ए. चौधरी के प्रयासों को तारीफ करते हुए कहा, “ जे.ए. चौधरी के असाधारण नेतृत्व और महत्वपूर्ण भूमिका के कारण हैदराबाद में आईटी क्रांति संभव हो सकी। कई पुरस्कार और सम्मान हासिल कर  चुके चौधरी समाज में बदलाव लाने में कामयाब रहे हैं। 

एक विशेषज्ञ के तौर आईटी क्षेत्र के उद्योगों से संबंधित व्यापक और महत्वपूर्ण मामलों में उनकी राय और सलाह दुनिया भर में मांगी  जाती है। चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने जे.ए. चौधरी को बधाई दी और कहा, चौधरी का आईटी इंडस्ट्री में काम करने का एक शानदार अतीत रहा है। 

अपने 25 वर्षों से अधिक के करियर में उन्होंने कई प्रतिष्ठित संस्थानों में योगदान दिया है, वे हमेशा नए आसमान की तलाश करते हैं और अपनी सोच से भविष्य़ का निर्माण करते हैं। इस मौके पर अपने अभिभाषण में जे.ए. चौधरी ने मानद डॉक्टरेट की उपाधि देने के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके लिए यह सम्मान हासिल करना एक गर्व और सौभाग्य की बात है। 

उन्होंने कहा कि मैं विशेष रूप से डॉ. अशोक चितकारा और डॉ. मधु चितकारा को धन्यवाद देना चाहूँगा। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से चितकारा यूनिवर्सिटी ने इंडस्ट्री ओरिएंटेड कोर्सेस को शुरू करके शिक्षा जगत में अपनी पहचान बनाई है वह  वास्तव में  सराहनीय है। 

मुझे उम्मीद है कि वे शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी बने रहेंगे और नई ऊंचाइयों तक पहुंचेंगे।'' उन्होंने शिक्षा और उद्यमिता दोनों में  उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए चितकारा यूनिवर्सिटी की सराहना की।  

जे.ए. चौधरी ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मद्रास से सॉलिड स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स में एम.टेक और  एसके यूनिवर्सिटी से एमएससी की डिग्री हासिल की है। उन्होंने अपना करियर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) में एक वैज्ञानिक के रूप में शुरू किया, जहां वे भास्कर, रोहिणी और आर्यभट्ट उपग्रहों के लिए टेलीमेट्री उपप्रणाली डिजाइन करने में शामिल थे। 

उन्होंने भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) में भी काम किया, जहां उन्होंने ऐसे तंत्र विकास में योगदान दिया जो बीएचईएल के बिजली के स्टेशनों के  प्रदूषण स्तर की ऑनलाइन निगरानी कर सकता है।  चौधरी ने एनआरडीसी,  भारत सरकार से मेरिटोरियस इनवेंशन अवार्ड, भारतीय आईटी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एचएमए उत्कृष्टता पुरस्कार; आंध्र में आईटी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए   एचआईएसईए  उत्कृष्टता पुरस्कार हासिल किए। 

इसके अलावा 2020 मे एचआईएसईए ने उन्हें "लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड" से सम्मानित किया। संयुक्त राज्य अमेरिका में  तेलुगु एसोसिएशन आफ  टेक्सास स्टेट ने  1990 के दशक  में  उन्हें अवार्ड आफ एक्सीलेंस " भी दिया।

चौधरी को हैदराबाद में हाईटेक  सिटी और साइबराबाद, तिरुपति में आईआईडीटी की स्थापना और हैदराबाद में अंतर्राष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान को बनाने में ;प्रमुख वास्तुकारों में से एक का श्रेय दिया गया। वह पोर्टल प्लेयर के सह-संस्थापक हैं, जिसे 2007 में एनवीडिया द्वारा अधिग्रहित किया गया था और वह हैदराबाद एंजल्स के  सह-संस्थापक और बोर्ड के सदस्य  भी हैं।

इसके अलावा, उन्होंने उस चिप के विकास का नेतृत्व किया जिसने आईपोड के पहले जनरेशन का निर्माण किया।  चौधरी आंध्र प्रदेश के इंडस्ट्री डेवलपमेंट फोरम फार  आंध्र प्रदेश के चैयरमेन  के अलावा फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज (तेलंगाना और आंध्र प्रदेश), के अध्यक्ष के अलावा अनंतपुर डेवलपमेंट इनिशिएटिव फाउंडेशन और फूड 360 फाउंडेशन के अध्यक्ष भी रहे हैं।