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नेशनल गतका एसोसिएशन के प्रयासों से सात साल बाद नेशनल स्कूल गेम्स में गतका की वापसी: हरजीत सिंह ग्रेवाल

खेल की बहाली के लिए गतका संस्थानों द्वारा एस.जी.एफ.आई. के अध्यक्ष और संयुक्त सचिव का किया धन्यवाद

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चंडीगढ़ 10-Aug-2023

नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अथक प्रयासों की बदौलत मार्शल आर्ट गतका को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है और सात साल के अंतराल के बाद आगामी नेशनल स्कूल गेम्स में गतका को एक खेल के रूप में दुबारा शामिल किया गया है। इस महत्वपूर्ण घटनाक्रम का खुलासा आज नेशनल गतका एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एन.जी.ए.आई.) के अध्यक्ष और राज्य पुरस्कार विजेता हरजीत सिंह ग्रेवाल व डॉ दीप सिंह जनरल सेक्रेटरी विश्व गतका फेडरेशन ने किया। 

अधिक जानकारी देते हुए ग्रेवाल ने बताया कि उन्होंने लखनऊ में स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एस.जी.एफ .आई.) के कार्यकारिणी मेंबर और लखनऊ में उत्तर प्रदेश सरकार के स्कूल शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक भगवती सिंह के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक के दौरान ग्रेवाल ने आगामी 66वें राष्ट्रीय स्कूल खेलों में गतका को शामिल करने की अपील करते हुए एक औपचारिक अनुरोध पत्र और गतका खेल की तकनीकी नियमावली भी सौंपी।

उन्होंने कहा कि उस अवसर पर एस.जी.एफ.आई. प्रतिनिधि ने गतका को प्रस्तावित खेल कैलेंडर में शामिल करने के लिए प्रतिबद्धता जताई थी, जिससे गतका खिलाड़ियों में व्यापक खुशी और आशा जगी है। हरजीत सिंह ग्रेवाल व डॉ दीप सिंह ने एस.जी.एफ.आई. का आभार व्यक्त करते हुए अध्यक्ष दीपक कुमार आईएएस और संयुक्त सचिव भगवती सिंह के सहयोगात्मक प्रयासों के लिए उनकी सराहना की, जिसने राष्ट्रीय मंच पर गतके के पुनरुद्धार का मार्ग प्रशस्त किया। 

ग्रेवाल ने आशा व्यक्त की कि देश भर के शैक्षणिक संस्थानों में गतका खेल को शामिल करने से इस खेल को और बढ़ावा देने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन और स्वीकृति मिलेगी। नेशनल स्कूल गेम्स में गतके की भागीदारी का जिक्र करते हुए ग्रेवाल व डॉ दीप सिंह ने कहा कि इस मार्शल आर्ट को शुरुआत में वर्ष 2012 के दौरान नेशनल स्कूल गेम्स में शामिल किया गया था, लेकिन दो साल बाद इसे खेल कैलेंडर से हटा दिया गया था। 

इसके बाद वर्ष 2015 में एन.जी.ए.आई. के प्रयासों से, गतके को दुबारा राष्ट्रीय स्कूल खेलों में बहाल किया गया था, लेकिन पंजाब में खेलों की मेजबानी में तार्किक चुनौतियों के कारण इस खेल को एक बार फिर बाहिर होने का सामना करना पड़ा।

गतका प्रमोटर हरजीत सिंह ग्रेवाल व डॉ दीप सिंह ने इस उपलब्धि पर खुशी और गर्व व्यक्त किया और सभी गतका खिलाड़ियों और तकनीकी अधिकारियों को उनके दृढ़ समर्पण के लिए बधाई दी और आशा व्यक्त की यह महत्वपूर्ण निर्णय निस्संदेह देश में गतका खेल के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा और अधिक प्रोत्साहित करेगा।