5 Dariya News

पंजाब सरकार द्वारा मछली पालन का रकबा 20 हजार हेक्टेयर तक बढ़ाने की योजना

गुरमीत सिंह खुड्डीयां ने "राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस" के अवसर पर मछली किसानों और भागीदारों को दी बधाई; मछली पालन का धंधा अपनाने के लिए किया प्रेरित

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चंडीगढ़ 09-Jul-2023

राज्य में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार मछली पालन का क्षेत्र 16,812 हेक्टेयर से बढ़ाकर 20,000 हेक्टेयर करने का प्रयास कर रही है, जिससे राज्य का मछली उत्पादन 2 लाख टन बढ़ने की उम्मीद है।

यह घोषणा पंजाब के पशुपालन, डेयरी विकास और मत्स्य पालन मंत्री गुरुमीत सिंह खुड्डीयां ने  "राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस" की पूर्व संध्या पर की।  यह दिवस प्रोफेसर डाॅ.  के.एच.  अलीकुन्ही और डॉ.  हीरा लाल चौधरी की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने 10 जुलाई, 1957 को देश में पहली बार कार्प मछली के सफल प्रजनन में योगदान दिया था।

उन्होंने मछली पालकों और साझेदारों को "राष्ट्रीय मत्स्य पालक दिवस" की बधाई देते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में फिश सीड फार्म से  उत्पादन को 20 करोड़ से बढ़ाकर 25 करोड़ करने की योजना है।

 उन्होंने किसानों से अपनी आय बढ़ाने के लिए मछली पालन व्यवसाय अपनाने का आग्रह करते हुए गुरमीत सिंह खुड्डीयां ने कहा कि विभिन्न परियोजनाओं के लिए 366 लाभार्थियों को 20 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी गई है।

राज्य में मछली पालन क्षेत्र के विकास के लिए उठाए गए कदमों के बारे में बताते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जालंधर जिले में सब्सिडी के आधार पर निजी क्षेत्र की पहली मछली चारा मिल स्थापित करने के अलावा, मछली और उसके उत्पादों के परिवहन के लिए सब्सिडी पर इंसुलेटेड वैन भी उपलब्ध करायी गयी है।

उन्होंने बताया कि मछली किसानों की सुविधा के लिए राज्य में 15 सरकारी मछली बीज फार्म, 11 मछली चारा मिलें और 7 मिट्टी व पानी परीक्षण प्रयोगशालाएं हैं।  सरकार मछली और झींगा पालन को अपनाने के लिए मुफ्त प्रशिक्षण भी दे रही है।  

उन्होंने आगे बताया कि मत्स्य पालन से संबंधित विभिन्न परियोजनाएं जैसे मछली और झींगा के नए तालाब, री-सर्कुलेटरी एक्वाकल्चर सिस्टम, बायो-फ्लॉक कल्चर सिस्टम, मछली की दुकानें, मछली परिवहन के लिए वाहन, कोल्ड स्टोरेज आदि पर 40 प्रतिशत से 60 प्रतिशत तक सब्सिडी प्रदान की जा रही है। 

जिसके माध्यम से युवा पीढ़ी को स्वरोजगार के साधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं। स. गुरमीत सिंह खुड्डीयां ने कहा कि खारे पानी और सेम प्रभावित जिलों में बड़े पैमाने पर झींगा पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि श्री मुक्तसर साहिब जिले के ईना खेड़ा गांव में स्थापित प्रदर्शन फार्म-सह-प्रशिक्षण केंद्र झींगा किसानों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान कर रहा है। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य में झींगा पालन का क्षेत्र 1200 एकड़ से अधिक हो गया है और सरकार अगले पांच वर्षों में इस क्षेत्र को 5000 एकड़ तक बढ़ाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।