5 Dariya News

आईआईएम जम्मू का छठा दीक्षांत समारोह : केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने छात्रों को संबोधित किया

युवाओं को धन सृजक बनने और देश के आर्थिक विकास में योगदान देने की आकांक्षा रखनी चाहिए-केंद्रीय शिक्षा मंत्री

5 Dariya News

जम्मू 16-Jun-2023

केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज भारतीय प्रबंधन संस्थान, जम्मू के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित किया।केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री ने आईआईएम जम्मू से स्नातक होने वाले छात्रों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी स्नातक छात्रों के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि आपने आईआईएम जम्मू जैसे युवा संस्थान और उत्कृष्टता केंद्र से अपनी शिक्षा पूरी की है।

यह आपके जीवन के एक नए अध्याय की शुरुआत है। चुनौतियों के लिए तैयार रहें। अपने कम्फर्ट जोन में न रहें। आपको न केवल नौकरी सृजक बनने की ओर देखना चाहिए, बल्कि धन सृजक बनने और देश के आर्थिक विकास में योगदान करने की आकांक्षा भी रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे महान राष्ट्र, इस पूरी मानव सभ्यता की जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर टिकी है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रगतिशील शिक्षा प्रणाली और भविष्योन्मुखी आईटी सुधार युवा पीढ़ी के बेहतर भविष्य की मजबूत नींव तैयार कर रहे हैं।

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अपने संबोंधन में स्नातक छात्रों, उनके माता-पिता और आईआईएम जम्मू के संकाय सदस्यों को उनके मार्गदर्शन और सलाह के लिए बधाई दी।उन्होंने कहा “भारत विश्व क्षितिज पर एक नई ज्ञान अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है और यह तीव्र गति से बढ़ रहा है। हर क्षेत्र में परिवर्तनकारी कार्य देश को एक बिजलीघर बनने की राह पर ले जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि स्नातक छात्र अपने जीवन की एक नई शुरुआत कर रहे हैं, जब हमारे देश के विकास और विकास के इस गौरवशाली चरण ने सभी के लिए नए अवसर, नई संभावनाएं खोली हैं।उपराज्यपाल ने छात्रों को रचनात्मक होने, स्व-शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करने और प्राचीन मूल्यों में निहित रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और अन्य डिजिटल उपकरण राष्ट्र निर्माण को नई गति प्रदान करने के लिए नए विचारों, जिज्ञासा और रचनात्मकता में मदद करेंगे।

उन्होंने कहा “आज का युवा उस भारतीय पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करता है जिसके एक हाथ में वेद और दूसरे हाथ में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। दोनों का सही संतुलन ही उन्हें अलग करता है। आधुनिक प्रौद्योगिकी उपकरणों और मानव नेतृत्व का उत्कृष्ट सहयोग राष्ट्र निर्माण में योगदान देगा। ‘‘जिज्ञासा, ज्ञान और कर्म तीन तत्व हैं जो हमारे भाग्य का निर्माण करते हैं। 

भारत के ज्ञान समाज का विकास इन तीन तत्वों की नींव पर आधारित है जो समावेशी विकास का मार्गदर्शन कर रहे हैं और समाज को सशक्त बना रहे हैं।‘‘ उपराज्यपाल ने छात्रों से कहा कि ये तीन तत्व मौजूदा अवसरों में मूल्य जोड़ने, नए उपकरण विकसित करने और समाज में परिवर्तनकारी, आर्थिक और सामाजिक प्रभाव डालने में आपकी अगुवाई करेंगे।

आज भविष्योन्मुख आविष्कार और एआई की क्षमता भारत के तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत और व्यापक बना रही है। उन्होंने कहा कि नए बिजनेस मॉडल और नवीनतम उपलब्ध डिजिटल टूल्स के साथ बिजनेस लीडर भविष्य में सामाजिक-आर्थिक विकास को फिर से परिभाषित करेंगे।दीक्षांत समारोह में, उपराज्यपाल ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में लाए गए सुधारों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा ‘‘माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने सुनिश्चित किया है कि युवा पीढ़ी एनईपी 2020 और डिजिटल इंडिया के एक शक्तिशाली पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से सशक्त है ताकि मानव क्षमताओं और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अद्वितीय संयोजन के साथ, हमारे युवा अपनी आकांक्षाओं को पूरा करें और देश को गौरवान्वित करें।‘‘ तकनीकी क्षमताओं द्वारा संचालित मानवीय मूल्य भविष्य में व्यवसायों को बदल देंगे। 

अकेले तकनीक से बदलाव नहीं आएगा, मानव नेतृत्व के साथ संयुक्त आधुनिक तकनीक मानव इतिहास में समृद्धि और प्रगति के लिए सबसे शक्तिशाली उपकरण होगी। उपराज्यपाल ने आईआईएम जम्मू के एक सलाहकार संस्थान के रूप में और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में अत्यधिक योगदान देने के प्रयासों की भी सराहना की।

इस अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि आज उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में युग में स्नातक और स्नातकोत्तर होने का सौभाग्य मिला है, जो कि सबसे अच्छा समय है। आप एनईपी 2020 के शुरुआती लाभार्थियों में से हैं । अब, यह आप पर निर्भर करता है कि आप चुनौतियों से कैसे निपटते हैं और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन कैसे करते हैं।

इस अवसर पर आईआईएम जम्मू और भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए।इस अवसर पर अध्यक्ष बोर्ड ऑफ गवर्नर्स आईआईएम जम्मू डॉ. मिलिंद प्रहलाद कांबले, प्रोफेसर बी.एस सहाय, निदेशक आईआईएम जम्मू, विभिन्न विश्वविद्यालयों के उपकुलपति, संकाय सदस्य एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।