5 Dariya News

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह द्वारा बरसात के मौसम से पहले लोगों को पानी खड़ा होने वाली सभी संभावित स्थानों को साफ़ रखने की अपील

वैक्टर बोर्न बीमारियों से निपटने के लिए रणनीति बनाने के लिए स्टेट टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता की

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चंडीगढ़ 30-May-2023

बरसात के मौसम के मद्देनजऱ पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने राज्य में वैक्टर बोर्न बीमारियों के फैलने को रोकने के लिए रणनीति बनाने के लिए स्टेट टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता की। वैक्टर बोर्न बीमारियों में डेंगू, चिकनगुनिया, मलेरिया, लिंफैटिक फाईलेरियासिस, जापानी इनसेफलाईटिस और काला अजऱ शामिल हैं।  

अंतर-विभागीय बैठक में स्थानीय निकाय विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायतें, जल आपूर्ति एवं स्वच्छता, स्टेट ट्रांसपोर्ट, पशु पालन, मछली पालन, चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान, शिक्षा, लेबर और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।डॉ. बलबीर सिंह ने डेंगू, मलेरिया और अन्य वैक्टर बोर्न बीमारियों के बढ़ रहे खतरे से निपटने के लिए अलग- अलग विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों का जायज़ा लेते हुए सभी विभागों को इन बीमारियों के फैलने को रोकने के लिए मिलकर काम करने की हिदायत दी।

उन्होंने लोगों को भी अपील की कि घरों और दफ़्तरों में कूलरों, कंटेनरों, बर्तनों, छतों आदि या किसी भी ऐसी जगह जहाँ पानी खड़ा होने की संभावना हो, को साफ़ रखा जाये। उन्होंने कहा कि मच्छरों के प्रजनन चक्र को तोडऩे की यही एकमात्र विधि है।स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य, स्थानीय निकाय और ग्रामीण विकास विभागों को गाँवों की स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण समितियों (वी.एच.एस.एन.सीज) और महिला अरोग्य समिति (एम.ए.एस.) के साथ मिलकर आवासीय और व्यापारिक क्षेत्रों में औचक चैकिंग करने के निर्देश दिए हैं, जिससे मच्छर के लार्वे पर नजऱ रखी जा सके। 

उन्होंने उल्लंघना पाए जाने पर चालान काटने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही स्थानीय निकाय विभाग और ग्रामीण विकास विभाग को शहरों के साथ-साथ गाँवों में फॉगिंग गतिविधियाँ बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने जल आपूर्ति एवं स्वच्छता विभाग को राज्य भर में सार्वजनिक जल सप्लाई टोंटियों के आस- पास पानी खड़ा होने को रोकने के लिए सोक पिट्स बनाने के लिए कहा। 

उन्होंने शिक्षा विभाग को भी हिदायत की कि पंजाब के सभी स्कूलों में एजूसेट के द्वारा और सुबह की सभा के दौरान विद्यार्थियों को इन बीमारियों और इसके लक्षणों के बारे में जागरूक किया जाये। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने पुराने टायरों या पुराने वाहनों जैसे स्क्रैप के जल्द से जल्द निपटारे का आश्वासन दिया।जानकारी के अनुसार राज्य में डेंगू के केवल 84, चिकनगुनिया के 6 और मलेरिया के 9 मामले सामने आए हैं।  

बलबीर सिंह ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के किसी भी संभावित वृद्धि से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि डेंगू वॉर्डों में 1300 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है। मच्छरों के प्रजनन को काबू करने के लिए 855 ब्रीडिंग चैकरों की सेवाएं ली जा रही हैं। इसके साथ ही जागरूकता और चालान सम्बन्धी गतिविधियाँ भी की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि डेंगू और मलेरिया का टैस्ट और इलाज सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में बिल्कुल मुफ़्त किया जाता है।इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने वैक्टर-बोर्न बीमारियों की रोकथाम के लिए जागरूकता के महत्व को प्रकट करता जागरूकता पोस्टर भी जारी किया।

बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब विवेक प्रताप सिंह, मैनेजिंग डायरैक्टर एन.एच.एम प्रदीप कुमार अग्रवाल, डायरैक्टर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आदर्शपाल कौर, डायरैक्टर स्वास्थ्य सेवाएं ( एफ.डब्ल्यू.) डॉ. रविन्दरपाल कौर, डायरैक्टर एन.एच.एम डॉ. एस.पी. सिंह, डायरैक्टर मेडिकल शिक्षा डॉ. अवनीश कुमार, सहायक डायरैक्टर डॉ. गगनदीप सिंह ग्रोवर, स्टेट प्रोग्राम अफ़सर एन.वी.बी.डी.सी.पी डॉ. अर्शदीप कौर और अन्य अलग-अलग विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।  

इलाज की अपेक्षा रोकथाम बेहतर  

कूलरों को हफ़्ते में एक बार साफ़ करो और एक दिन के लिए सुखा रखो  

पानी के रुकावट को रोकने के लिए कंटेनर जैसे कि फूलों के बर्तन, टूटी चीजें, टायर आदि को छतों पर न रखो।  

मच्छरों के पैदा होने सम्बन्धी सभी संभावित स्रोतों और स्थानों का पता लगाया जाना चाहिए और ख़त्म करना चाहिए।  

घर के आस- पास कीटनाशकों का छिडक़ाव करो।  

जब टीमें बाहर कीटनाशकों का छिडक़ाव करती हैं तो दरवाज़े और खिड़कियाँ बंद न करो।  

बुख़ार होने की सूरत में तुरंत स्वास्थ्य डिस्पेंसरी में रिपोर्ट करो।  

बुख़ार होने की सूरत में आईब्यूपरोफ़ैन/ऐसप्रिन का प्रयोग न करो, पैरासिटामोल का प्रयोग करो।