रूस, इथियोपिया की यूनिवर्सिटियों और एलपीयू द्वारा कम्प्यूटिंग विज्ञान पर संयुक्त इंटरनेशनल कांफ्रेंस आयोजित
21 देशों के कंप्यूटिंग के दिग्गजों ने एलपीयू के विद्यार्थियों से वार्तालाप किया
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जालंधर 08-May-2023
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) ने रूस की सदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी (एसएफईडीयू) और इथोपिया की मिजान टेपी यूनिवर्सिटी के सहयोग से कंप्यूटिंग साइंस (आईसीसीएस-2023) पर 7वें अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। यहां, रूस, मलेशिया, इथियोपिया, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका सहित 21 देशों के कंप्यूटिंग पर दिग्गजों ने एलपीयू के विद्यार्थियों के साथ फिजिकली, वर्चुअली और शोध सबमिशन के माध्यम से बातचीत की।
दुनिया भर से कई देशों के शीर्ष शैक्षणिक संस्थानों से लगभग 2300 शोध पत्र सम्मेलन के लिए प्रस्तुत किए गए जिनमें से सर्वश्रेष्ठ को स्कोपस इंडेक्स्ड प्रोसीडिंग्स/जर्नल्स में प्रकाशित किया जाएगा। सम्मेलन की सफलता के लिए बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने प्रस्तुतियों को प्रस्तुत किया। कंप्यूटिंग क्षेत्र और संबंधित उद्योग के शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, दिग्गजों को संबोधित करते हुए; कांफ्रेंस की संरक्षक एलपीयू की प्रो चांसलर रश्मी मित्तल ने अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस की विरासत को जारी रखने के लिए आयोजन टीम को बधाई दी।
सम्मेलन के लिए सार पुस्तक का विमोचन करते हुए श्रीमती मित्तल ने विद्यार्थियों को नियमित चुनौतियों और परिवर्तनों के वर्तमान युग में एक परिवर्तन निर्माता बनने का आह्वान किया। उन्होंने सभी को पल-पल बदलती तकनीकों का सामना करने के लिए तैयार रहने की सलाह भी दी। कांफ्रेंस में एकत्रित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) के दिग्गजों ने सर्वसम्मति से सुझाव दिया कि वर्तमान में लोग मशीनों और मनुष्यों के एक युग की ओर बढ़ रहे हैं जो पहले से कहीं अधिक निकटता से काम कर रहे हैं।
शोधकर्ताओं ने नवीनतम चैटजीपीटी, ह्यूमनॉइड्स इन हाऊस, मल्टी-डायमेंशनल सिस्टम आर्किटेक्चर, इंटेलिजेंट सिस्टम सहित विभिन्न क्षेत्रों में अपने पेपर प्रस्तुत किए। सम्मेलन के कुछ प्रमुख वक्ताओं में प्रोफेसर डॉ. मिखाइल कार्याकिन, डॉ. याना एम. डेमयानेंको, डॉ. ओलेग क्रावचेंको-तीनों सदर्न फेडरल यूनिवर्सिटी, रूस से; अनुसंधान निदेशक, परदाना विश्वविद्यालय, मलेशिया के प्रोफेसर डॉ वल्लियप्पन राजू; मिजान-टेपी विश्वविद्यालय, इथियोपिया के प्रोफेसर डॉ. स्मेग्न्यू असेमी; संबंधित उद्योग से श्री हर्ष दीवान और एस विक्रम सिंह और कई अन्य शामिल थे ।
ये सभी एलपीयू परिसर में अध्ययन और अनुसंधान के माहौल से अत्यधिक प्रभावित हुए। डॉ. मिखाइल ने एआई आधारित शोध पर बात की; डॉ याना ने 'चिकित्सा छवि विश्लेषण के लिए कंप्यूटर दृष्टि' विषय को छुआ; और, डॉ ओलेग ने 'ड्रोन द्वारा जांच' के बारे में बात की।
प्रोफेसर डॉ. राजू ने कल की तकनीक और अगली औद्योगिक क्रांति 5.0 की ओर जाने की जानकारी दी, जो यह दर्शायेगा कि कैसे मनुष्य को मशीन से जोड़ा जाए। हर्ष दीवान ने बताया कि कई कंपनियों के चैटजीपीटी के अपने संस्करण हैं; और, विक्रम सिंह ने साझा किया कि तकनीक कैसे विकसित होती है और आम लोगों के हक में होती है। सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर के शोधकर्ताओं के बीच नवीन विचारों का आदान-प्रदान करना था।
यह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और उद्योग के लीडर्ज को अपने अनुभव और सफलता की कहानियां साझा करने के लिए भी था। हाइब्रिड मोड में आयोजित, इस संयुक्त सम्मेलन-'किल्बी-100' ने नोबेल पुरस्कार विजेता और माइक्रोचिप आविष्कारक 'जैक सेंट क्लेयर किल्बी'- एक अमेरिकी इलेक्ट्रिकल इंजीनियर के जन्म शताब्दी वर्ष को मनाया ।
इससे पहले, दुनिया भर के अन्य महान कंप्यूटर वैज्ञानिकों की 100वीं जयंती मनाने के लिए एलपीयू परिसर में ही छह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन पहले ही आयोजित किए जा चुके हैं।