5 Dariya News

चितकारा यूनिवर्सिटी में एजुरिफार्म टीचिंग एक्सपो का हुआ आयोजन

एजुरिफार्म हैंडबुक फॉर इनोवेटिव पेडागोगी, पुस्तक का हुआ विमोचन

5 Dariya News

राजपुरा 06-May-2023

चितकारा यूनिवर्सिटी, पंजाब में आज ‘एजुरिफार्म एक्सपो: द पेडागॉगिकल वर्कशॉप एंड एग्जीबिशन’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट “एजुरिफार्म“के आज तक के सफ़र की जानकारी के साथ हुई, जिसके बाद चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर माननीय डॉ.मधु चितकारा द्वारा एजुरिफार्म हैंडबुक फॉर इनोवेटिव पेडागोगी, पुस्तक लॉन्च की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षा क्षेत्र के जाने माने शिक्षाविद श्री वासुदेवन नटराजन, चीफ ऑपरेटिव ऑफिसर, सुपर टीचर एजुरिफार्म प्राइवेट लिमिटेड थे।  

इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में शिवाजी विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग की प्रो. डॉ. प्रतिभा पटनाकर एचओडी, प्रो. डॉ. संजीव सोनवणे, इंटरडिसिप्लिनरी संकाय के डीन, डायरेक्टर स्कूल ऑफ एजुकेशन, एसपीपीयू, प्रो. सतीश पी. पाठक, डिपार्टमेंट ऑफ एजुकेशन महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, डॉ. गिप्सन वर्गीस डायरेक्टर सीएक्सएस सॉल्यूशंस इंडिया प्रा. लिमिटेड आदि शामिल थे।

मुख्य अतिथि श्री वासुदेवन नटराजन ने- ‘रिफॉर्मिंग एडुटेक लैंडस्केप’ विषय पर अपने विचार रखे। श्री नटराजन ने शिक्षकों द्वारा निभाए जाने वाली बहुमुखी भूमिकाओं, शिक्षण प्रक्रिया में उपयोगी टूल्स और विभिन्न प्रक्रियाओं को शामिल करने और ‘टेक्नोलॉजी को शिक्षण के एक नए तरीके के रूप में शामिल करने जैसे पेचीदा और इनोवेटिव डोमेन को छुआ। उन्होंने जेनरेशन-अल्फा और जेनरेशन-जेड की नई पीढ़ी को एडटेक और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने पर अपना दृष्टिकोण साझा करते हुए उन्होंने कहा कि हमें आज के युवा छात्रों के बीच रोजगार और एक स्थायी भविष्य के लिए भविष्य में उपयोगी कौशल और उपकरणों को विकसित करना चाहिए।

तीन साल की इस प्रतिष्ठित परियोजना-“एजुरिफार्म” के कुल 11 भागीदार हैं। चितकारा यूनिवर्सिटी इस परियोजना की मुख्य कोऑर्डिनेटर है, जिसे यूरोपियन यूनियन के एरासमस प्लस प्रोग्राम के तहत सह-वित्त किया गया है, जिसका विषय ‘भारतीय समाज को चौथी औद्योगिक क्रांति से जुड़ी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करना: और भविष्य के लिए सेवाकालीन स्कूल शिक्षकों के लिए शिक्षा सुधार (एजुकेशन रिफॉर्म)’ है।’’

चितकारा यूनिवर्सिटी के साथ, इस परियोजना के अन्य साझेदारों में महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा,  सावित्रीबाई फुले विद्यापीठ, शिवाजी यूनिवर्सिटी और चार यूरोपियन यूनिवर्सिटी जिसमें यूनिवर्सिटी ऑफ लातविया, यूनिवर्सिटी आफ हैमबर्ग, जे. ऐ एम् के यूनिवर्सिटी ऑफ एप्लाइड साइसेंस और इटैलियन यूनिवर्सिटी शामिल हैं । इसके अलावा दो सेंकेंडरी स्कूल चितकारा इंटरनेशनल स्कूल व इटैलियन हाई स्कूल कैंडियानी-बॉश और एक एसएमई. सी.एक्स.एस. सॉल्यूशंस भी इसमें शामिल हैं, जो शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखते हैं।

‘‘एजुरिफार्म एक्सपो: द पेडागोगिकल वर्कशॉप एंड एग्जीबिशन’’ में शिक्षा विभाग, शिवाजी यूनिवर्सिटी, कोल्हापुर, एसपीपीयू एजुरिफार्म टीम, चितकारा यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड इनोवेटिव नेटवर्क, द महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ बड़ौदा, वडोदरा, सीएक्सएस इंडिया, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, चंडीगढ़ /पंचकूला, चितकारा कॉलेज ऑफ एजुकेशन, चितकारा स्कूल ऑफ साइकोलॉजी एंड काउंसलिंग और चितकारा यूनिवर्सिटी लैंग्वेज सेंटर द्वारा विभिन्न इनोवेटिव शैक्षणिक टूल्स का प्रदर्शन किया गया। 

लर्निंग टूल्स पर यह एक्सपो भारत में अपनी तरह का और पहला आयोजन था, जिसमें प्री-सर्विस टीचर्स, ट्राइसिटी के विभिन्न सरकारी और निजी स्कूलों के इन-सर्विस टीचर्स ने भाग लिया। उनके साथ ही चितकारा यूनिवर्सिटी के विभिन्न विभागों की फैकल्टी को भी इस विषय से संबंधित उपयोगी जानकारी प्राप्त करने का मौका मिला।

इस शानदार आयोजन के अंत में, माननीय प्रो चांसलर, डॉ. मधु चितकारा ने कहा कि वह इस प्रतिष्ठित इरास्मस प्लस प्रोजेक्ट में अग्रणी यूनिवर्सिटी के तौर पर शामिल होते हुए बेहद खुश और सम्मानित महसूस कर रही हैं।