5 Dariya News

भारत और मालदीव ने द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में प्रगति का स्वागत किया

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नई दिल्ली 03-May-2023

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मालदीव के रक्षा मंत्री ने दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा सहयोग में हुई प्रगति का स्वागत किया है। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह वर्तमान में मालदीव की रक्षा मंत्री मारिया दीदी के निमंत्रण पर द्वीप राष्ट्र की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं।रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को एक संयुक्त बयान जारी किया। 

बयान के अनुसार, दोनों मंत्रियों ने रक्षा सहयोग बढ़ाने एवं भारत और मालदीव के बीच दीर्घकालिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए द्विपक्षीय वार्ता की।दोनों नेताओं ने आपसी चिंता के क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा मुद्दों पर विस्तृत रेंज पर बातचीत की। इस बीच उन्होंने रक्षा और सुरक्षा क्षेत्रों में अपने सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की।

मंत्रालय के अनुसार, राजनाथ सिंह और दीदी ने क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बनाए रखने के महत्व की पुष्टि की है। इसके अलावा उन्होंने आम सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत पर भी ध्यान दिया।बयान के मुताबिक, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कानून और नियम-आधारित व्यवस्था का सम्मान करने के महत्व को रेखांकित किया एवं इन सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।

मंत्रियों ने रक्षा व्यापार, क्षमता निर्माण और संयुक्त अभ्यास के क्षेत्रों सहित सहयोग के लिए अतिरिक्त रास्ते तलाशने पर भी सहमति व्यक्त की, साथ ही दोनों देशों के सशस्त्र बलों के बीच जनता से जनता के संपर्क और आदान-प्रदान को बढ़ावा देने की जरूरत पर चर्चा की।

राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से शिष्टाचार मुलाकात की और वह विदेश मंत्री अब्दुल्ला शाहिद से भी मिले।इसके बाद राजनाथ सिंह और मालदीव की रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति सोलिह की उपस्थिति में हुरावी के लिए प्रतिस्थापन जहाज को चालू करने के लिए एक समारोह में भाग लिया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोलिह की हाल की भारत यात्रा के दौरान पुराने हुरावी के लिए प्रतिस्थापन जहाज के प्रावधान की घोषणा की थी।राजनाथ सिंह ने मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स (एमएनडीएफ) को एक अतिरिक्त लैंडिंग क्राफ्ट भी उपहार में दिया। इस यात्रा में राजनाथ सिंह और मंत्री दीदी द्वारा एमएनडीएफ रक्षक 'एकथा हार्बर' की आधारशिला रखी गई।

कोस्टगार्ड हार्बर का विकास और सिफावरू में मरम्मत की सुविधा भारत की सबसे बड़ी अनुदान सहायता परियोजनाओं में से एक है।