5 Dariya News

इंदौर हादसे में 36 की मौत, मंदिर से जुड़े 2 पर मामला दर्ज

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इंदौर 31-Mar-2023

इंदौर में रामनवमीं के दिन बावड़ी की छत टूटने से कुल 36 लोगों की मौत हुई है, वहीं 18 लोग घायल हुए है। इस हादसे के मामले में पुलिस ने मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और सचिव के खिलाफ गैर इरादत हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया है। ज्ञात हो कि रामनवमी के मौके पर बेलेश्वर महादेव मंदिर में रामनवमी के मौके पर बड़ी संख्या में लोग जमा हुए थे और बावड़ी की छत पर बैठकर हवन पूजन आदि कर रहे थे। 

अचानक बावड़ी की छत धस गई और उसमें लोग नीचे गिर गए। लगभग 50 लोग बावड़ी के पानी में जा समाए थे। उसके बाद से राहत और बचाव कार्य जारी है। बावड़ी के पानी को बाहर निकाला गया और मलबे में तलाशी चली। कुल 36 लोगों की मौत हुई है। कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।

उन्होंने इस जांच की जिम्मेदारी अपर कलेक्टर अभय बेड़ेकर को सौंपी है। जांच अधिकारी मृतकों की किन परिस्थितियों में मृत्यु हुयी? उक्त घटित सम्पूर्ण घटना का घटनाक्रम क्या था? उक्त घटित सम्पूर्ण घटनाक्रम में क्या परिस्थितियां थी, इसके लिए कौन जिम्मेदार है? इन बिंदुओं पर जांच करेंगे साथ ही भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इस हेतु सुझाव, अन्य कोई बिन्दु जांच के दौरान प्रकाश में आता है तो उसके संबंध में अभिमत, बिन्दुओं पर की जाएगी। 

उक्त घटना की जांच 15 दिन में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन से चर्चा की तथा ढांढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य शासन पूरी तरह से उनके साथ है। इन्दौर में हुई घटना की मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए गए हैं।

यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जांच के आधार पर जिम्मेदारी तय कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण करने की है। शेष प्रभावितों को ढूंढने के प्रयास जारी हैं। 

राज्य सरकार द्वारा घायलों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों की सहायता में किसी भी तरह की कसर नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान शुक्रवार की सुबह अल्प प्रवास पर इन्दौर पहुंचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुंच कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना स्थल पहुंच कर स्थिति का मुआयना भी लिया। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में जहां भी ऐसे ढके हुए कुएं और बावड़ियां हैं, उनकी जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। खुले रह गए बोरवेल की जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं। बोरवेल खुले होने पर संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी।