5 Dariya News

चितकारा यूनिवर्सिटी व चितकारा इंटरनेशनल स्कूल और यूनेस्को एमजीआईईपी के बीच हुआ समझौता

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चंडीगढ़ 11-Feb-2023

चितकारा यूनिवर्सिटी व चितकारा इंटरनेशनल स्कूल ने यूनाइटेड नेशंस एजुकेशनल साइंटिफिक व कल्चरल ऑर्गेनाइजेशन महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन फॉर पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट (यूनेस्को एमजीआईईपी) के साथ आज चंडीगढ़ में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए।

आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए यूनेस्को एमजीआईईपी के प्रतिनिधियों ने चितकारा स्कूल के चंडीगढ़ और पंचकुला परिसरों और चितकारा यूनिवर्सिटी का दौरा किया। इस दौरान दोनों संस्थानों के अधिकारियों और यूनेस्को एमजीआईईपी की टीम ने अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान किया जोकि सदस्य राज्यों के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अनुमोदित सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) के कार्यान्वयन में योगदान करती हैं।

एमजीआईईपी यूनेस्को कि पहली श्रेणी का रिसर्च संस्थान हैं जो कि नई दिल्ली में स्थित हैं। यह दुनिया भर में शिक्षा की दिशा में काम करके सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) 4.7 प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करता है। यह संस्थान सक्रिय रूप से ऐसे विकासशील कार्यक्रमों को बनाने के लिए संलग्न हैं जो कि सोशल एंड इमोशनल लर्निंग (एस.ई.एल.), अभिनव, इनोवेटिव व डिजिटल पेडोगेगी को बढ़ाते हैं और युवाओं का सशक्तिकरण करते है।

इस सहयोग के माध्यम से, चितकारा यूनिवर्सिटी व चितकारा इंटरनेशनल स्कूल छात्रों और शिक्षकों में रेजीलेंस, सेल्फ कंपेशन, व इमोशनल रेगुलेशन जैसी सामाजिक और भावनात्मक दक्षताओं को बढ़ाने के लिए आशान्वित हैं। यूनेस्को इंस्टीट्यूट के सहयोग से और इस एमओयू के माध्यम से चितकारा संस्थानों में युवाओं को एमजीआईईपी द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका की लाइफ यूनिवर्सिटी के सहयोग से बनाए गए “सेल्फ डाय़रेक्टेड इमोशनल लर्निंग फार एंपेथी एंड काइंडनेस” कोर्स शुरु किये जायेंगे।

चितकारा संस्थानों में विशेष रूप से स्कूलों और डिजिटल शिक्षक पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षकों के लिए सामाजिक और भावनात्मक शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ने के लिए एमोशनल एंड सोशल लर्निंग (एस.ई.एल.) का उपयोग और नीति निर्धारित करने वालों के लिए भी एस.ई.एल. के इस्तेमाल के नवीन विचार के उपयोग के बारे में आगे बढने में मदद मिलेगी ।

इस समझौते पर चितकारा यूनिवर्सिटी पंजाब व हिमाचल प्रदेश की प्रो चांसलर  डाक्टर मधु चितकारा, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल चंडीगढ़ व पंचकूला की डायरेक्टर डॉ नियति चितकारा व चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, चंडीगढ़ और पंचकूला की प्रिंसीपल व एसोसिएट डायरेक्टर डॉ हनी चितकारा की उपस्थिति में व यूनेस्को महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट आफ एजुकेशन फार पीस एंड सस्टेनेबल डवलपमेंट की सीनियर प्रोग्राम आफिसर  अम्माराह मार्टिनस, व नेशनल प्रोजेक्ट डायरेक्टर डाक्टर रिचा बंसल की मौजूदगी में दस्तखत किए गये ।

इस विशेष अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए चितकारा यूनिवर्सिटी की  प्रो चांसलर डॉ. मधु चितकारा ने कहा, "यूनेस्को महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन फार पीस एंड सस्टेनेबल डेवलपमेंट के साथ किया गया यह समझौता न केवल वयस्कों बल्कि देश के गतिशील बच्चों के संयुक्त प्रयासों द्वारा लाए गए शांति और सतत विकास व हरियाली स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 

शिक्षाविदों के रूप में, यह हमारे लिए समय की आवश्यकता है कि हम युवाओं को अपने समाज में बदलाव लाने के लिए एक  मंच प्रदान कर सकें और मेरा मानना है कि और यह समझौता ज्ञापन, ,ऐसा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।