5 Dariya News

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने पर्यावरण और समाज की बेहतरी के लिए 'यूज एंड थ्रो' को खत्म करने का आह्वान किया

5 Dariya News

नई दिल्ली 21-Jan-2023

केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को युवाओं से 'यूज एंड थ्रो' की अवधारणा को खत्म करने का आह्वान करते हुए कहा कि इस कदाचार से समाज और पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान होता है। राजनाथ सिंह ने कहा कि तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक सुरक्षा परि²श्य के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए राष्ट्र को तैयार करने में सरकार द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 21 जनवरी को दिल्ली कैंट में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) गणतंत्र दिवस शिविर का दौरा किया और कैडेटों को उनके प्रदर्शन और कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए रक्षा मंत्री पदक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। राजनाथ सिंह ने कहा कि पर्यावरण के विनाश का अर्थ जीवन का विनाश है। 

उन्होंने युवाओं को 'यूज एंड थ्रो' की अवधारणा को अपने निजी जीवन में प्रवेश नहीं करने देने के लिए प्रोत्साहित किया और उनसे बड़ों, परिवार और दोस्तों का सम्मान करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जहां ज्ञान और शिक्षा महत्वपूर्ण हैं, वहीं मूल्य समान प्रासंगिकता रखते हैं। 

इस वर्ष, रक्षा मंत्री पदक उत्तर पूर्वी क्षेत्र निदेशालय के अंडर अधिकारी तिंगगेचिले नरीमे और राजस्थान निदेशालय के कैडेट अविनाश जांगिड़ को प्रदान किया गया। रक्षा मंत्री प्रशस्ति पत्र ओडिशा निदेशालय के कैप्टन प्रताप केशरी हरिचंदन, जेनी फ्रांसिना विक्टर आनंद, फिजा शफी और उत्तराखंड के कैडेट सहवाग राणा को प्रदान किए गए। 

शिविर में भाग लेने वाले लगभग 2,000 कैडेटों को संबोधित करते हुए रक्षा मंत्री ने उनसे नए तरीकों की पहचान करने और राष्ट्र को तेज गति से विकास के पथ पर आगे बढ़ने में मदद करने का आह्वान किया। हालांकि, उन्होंने उनसे देश के सदियों पुराने मूल्यों और परंपराओं से जुड़े रहने और अपनी पसंद के क्षेत्र में विनम्रता के साथ काम करने का आग्रह किया है। 

राजनाथ सिंह ने बदलते समय के अनुसार खुद को ढालने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि तेजी से विकसित हो रहे वैश्विक सुरक्षा परि²श्य के कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए देश को तैयार करने में सरकार द्वारा कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। हालांकि, उन्होंने कहा कि जहां समय के साथ बदलाव जरूरी है, वहीं देश के गौरवशाली अतीत से जुड़े रहना भी उतना ही जरूरी है।