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सी.जी.सी. लांडरा ने विज्ञान और प्रोद्योगिकी में कम्प्यूटेशनल विधियों पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया

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लांडरा 19-Jan-2023

सीजीसी लांडरा में आज‘विज्ञान और प्रोद्योगिकी में कम्प्यूटेशनल विधियों’ पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (आईसीसीएसएसटी) के तीसरे संस्करण का उद्घाटन किया गया। सीएसई और आईटी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के द्वारा सीइसी, सीजीसी लांडरा ने इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जिसे एआईसीटीई के द्वारा स्पोंसर किया गया। 

इस कार्यक्रम का उद्देश्य फंडामेंटल रिसर्च और एप्लाइड रिसर्च को बढ़ावा देना है, जिससे वास्वविक जीवन की समस्याओं को हल करने के लिए इनका उपयोग किया जा सके। इस खास अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा स्मृति चिन्ह को भी रीलीज़ किया गया। इस कार्यक्रम में 250 से ज्यादा पेपर प्रस्तुतियां देखी गई जिसमें 50 से अधिक को प्रस्तुत करने के लिए चुना गया। 

कान्फरेंस के पहले दिन चंडीगढ़ एनआईटीटीटीआर के डायरेक्टर प्रोफेसर डा श्याम सुंदर पटनायक, चीफ गेस्ट के रुप में उपस्थित हुए। उनके साथ गेस्ट आफ ओनर के रुप में डा सतीश कुमार, चीफ साईंटिस्ट, सेंटर आफ एक्सीलेंस फोर आईएसईएनस, सीवीएसआईआर- सीएसआईओ, चंडीगढ़, डा पी.एन हृषीकेश, कैंपस डायरेक्टर, सीजीसी लांडरा एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए। 

इस अवसर पर  कांफ्रेंस में उपस्थित रिसर्चर्स और छात्रों को सम्बोधित करते हुए  डा पटनायक ने माडलिंग और सिमुलेशन की अवधारणाओं को विस्तार से समझाते हुए कम्प्यूटेशन मेथड्स पर अपने विचार साँझा किए। छात्रों को परिवर्तन के अग्रदूत बताते हुए उन्होंने कहा कि सभी छात्रों को नवाचार और रिसर्च का इस्तेमाल कर वास्तविक समस्याओं के लिए अद्वितीय समाधानों की खोज करनी चाहिए। 

उन्होंने प्रोडक्ट मार्किट डवलपमेंट के साथ रिसर्च के तालमेल के महत्व के बारे में बताया। डा पटनायक ने वर्चुअल रियेलीटी, ओगमेंटेड रियेलीटी, मेटावर्स, होलोग्राफी से जुड़ी डवलपमेंट्स और रिसर्च के बारे में भी बात की। इसके उपरांत डा सतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि टैक्नोलोजी और साईंस का इस्तेमाल करके सकरात्मक बदलाव लाने के लिए रिसर्चर और इंजीनिसर्य को बहु विषयक ज्ञान रखने के महत्व पर जोर डाला। 

इसके साथ ही उन्होंने आर्टिफिश्यल इंटेलीजेंस, ड्रोन टैक्नोलोजी, डेटा एनालिटिक्स की भूमिका, मल्टी सेंसिंग टैक्नोलोजी पर भी बात की।आईसीसीएसएसटी 2022 में हाइब्रिड मोड (आफलाइन और आनलाइन दोनों) की मदद से गणमान्य इंटरनेशनल संस्थानों के विशेषज्ञों की भागीदारी देखी जाएगी। 

इसमें प्रोफेसर डा अहमद ए एलंगर, हेड आफ कंप्यूटर सांईंस डिपार्टमेंट, फैक्लटी आफ कंप्यूटर एंड आर्टिफिश्यल इंटेलीजेंस, बेनीसूफ यूनिवर्सिटी, ईजीप्ट और प्रोफेसर डा डेनियल डी. दासिग जूनियर, प्रोफेसर, कालेज आफ साईंस एंड कंप्यूटर स्टडीज़, डी ला सैले यूनिवर्सिटी, दसमारिनास, फिलिपींस एवं अन्य।