5 Dariya News

ए. डी. जी. पी. कानून और व्यवस्था ने शहीद कांस्टेबल मनदीप सिंह के परिवार को 2 करोड़ रुपए के चैक सौंपे

डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने पंजाब पुलिस की तरफ से शहीद के परिवार को हर संभव सहायता देने का भरोसा दिया

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जालंधर 17-Dec-2022

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर पुलिस के अतिरिक्त डायरैक्टर जनरल (ए. डी. जी. पी.) कानून और व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने शनिवार को अपने ड्यूटी के दौरान शहीदी पाने वाले पंजाब पुलिस के शहीद कांस्टेबल मनदीप सिंह के परिवार को 2 करोड़ रुपए ( 1-1 करोड़ रुपए) के दो चैक सौंपे।2013 बैच का कांस्टेबल मनदीप सिंह (32) जोकि शाहकोट, जालंधर के गाँव कोटली गाजरां का रहने वाला था और एक कपड़ा व्यापारी मृतक भुपिन्दर सिंह उर्फ टिम्मी के साथ गनमैन के तौर पर तैनात था, जो एक बहादुरी भरे और जोखिम भरपूर कार्य को अंजाम देते हुए, वह 7 दिसंबर, 2022 को नकोदर में हमलावरों के साथ मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से शहीद हो गया।

शहीद सिपाही के इस महान बलिदान के बाद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शहीद के परिवार को सम्मान देने के तौर पर 2 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया था। 2 करोड़ रुपए की रकम में राज्य सरकार द्वारा एक्स- ग्रेसिया के तौर पर 1 करोड़ रुपए शामिल हैं जबकि 1 करोड़ रुपये बीमा कवर के तौर पर एचडीएफसी बैंक की तरफ से अदा किया गया है।ए. डी. जी. पी, जालंधर रेंज के इंस्पेक्टर जनरल गुरशरन सिंह संधू के साथ शाहकोट के गाँव कोटली गाजरां के गुरूद्वारा सिंह सभा साहिब में शहीद निमित्त अंतिम अरदास के भोग समागम में शामिल होने के लिए पहुँचे हुए थे।

ए. डी. जी. पी अर्पित शुक्ला ने पत्रकारों को संबोधन करते हुये बताया कि उन्होंने राज्य सरकार की की तरफ़ से 1 करोड़ रुपए का चैक दिया है, जबकि पंजाब पुलिस मुलाजिमों की भलाई नीति के अंतर्गत डीजीपी पंजाब गौरव यादव और एच. डी. एफ. सी. बैंक की तरफ़ से शहीद परिवार को 1 करोड़ रुपए का एक और चैक भी दिया है।उन्होंने कहा कि शहीद के इस अतुल्नीय और महान बलिदान स्वरूप शहीद मनदीप सिंह का नाम राष्ट्रपति वीरता पुरुस्कार (मरणोपरांत) के लिए भी सिफ़ारिश भी किया गया है।

डीजीपी गौरव यादव ने शहीद को श्रद्धाँजलि भेंट की और शहीद परिवार को पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया।ज़िक्रयोग्य है कि शहीद मनदीप सिंह के परिवार को वित्तीय सहायता राज्य सरकार की सैनिकों ( हथियारबंद बलों, अर्ध सैनिक और पुलिस से) और उनके परिवारों की तंदरुस्ती को यकीनी बनाने की वचनबद्धता के अंतर्गत है।