5 Dariya News

चितकारा यूनिवर्सिटी में रिस्क मैनेजमेंट एंड प्रिवेंशन ऑफ एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस 'वन वर्ल्ड, वन हेल्थ' पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

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चंडीगढ़ 12-Dec-2022

रिस्क मैनेजमेंट एंड प्रिवेंशन ऑफ एंटीबायोटिक रजिस्टेंस प्रोजेक्ट “प्रिवेंट-इट“ (PREVENT IT) के तहत चितकारा यूनिवर्सिटी ने यूनिवर्सिटी ने दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन 'वन वर्ल्ड, वन हेल्थ' का आयोजन किया गया।इस सम्मेलन में 40 से अधिक भारतीय और यूरोपीय संस्थानों के 700 से अधिक प्रतिनिधियों ने ड्रग रेजिस्टेंट पैथोजन्स जुड़े हताहतों की संख्या को खत्म करने में वन हेल्थ एप्रोच के प्रभाव पर चर्चा की।लांसेट में प्रकाशित एक लेख के अनुसार जागरूकता के बावजूद सुपरबग्स और ने ड्रग रेजिस्टेंट पैथोजन्स दुनिया भर में मौत का कारणों में दूसरे नंबर पर हैं।

 वैज्ञानिक समुदाय अनसस्टेनेबल ह्यूमन एंड मेडिकल प्रैक्टिस को ड्रग रेजिस्टेंट डिसीसेंज के बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इस वैश्विक सम्मेलन में उपस्थित इटली के राजदूत महामहिम उगो एस्टुटो और  यूरोपीय संघ व भारत में डच दूतावास में हैल्थ अटैची डाक्टर रोमेंस मन्स पुटन्स, फेकल्टी आफ यूरोपियन स्टडीज  हैड ऑफ डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस  एंड इकोनॉमिक्स रीगा स्ट्रैडिन्स विश्वविद्यालय, लातविया, के  बेनोइट सॉवरोचे, प्रथम  काउंसलर, डेलीगेशन आफ यूरोपियन यूनियन टू इंडिया एंड भूटान एंड मार्सल फ्लोर, काउंसर फार हैल्थ वेलफेयर स्पोटर्स व एंबेसी आफ द किंगडम आफ द नीदरलैंड इन इंडिया आदि थे।

चितकारा  यूनिवर्सिटी  की  प्रो-चांसलर  डॉ मधु चितकारा द्वारा परिकल्पित परियोजना “प्रिवेंट-इट“ का उद्देश्य उच्च शिक्षा का अंतर्राष्ट्रीयकरण करना है, इसके अलावा यह राष्ट्र के आधुनिकीकरण की प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए भारतीय विश्वविद्यालयों की क्षमता को  बढ़ाने में सहायक होने के साथ यह भारत सरकारी की प्रमुख फ्लैगशिप नीतियों को  पूरा करने में मदद कर सकता है।

इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए एक व्यावहारिक उपाय के रूप में चितकारा स्पाक (SPAAK) सेंटर फॉर मल्टी डिसिप्लिनरी यूरोपियन स्टडीज चितकारा यूनिवर्सिटी में स्थापित किया गया। “प्रिवेंट-इट“ (PREVENT IT) के सर्जक डॉ. स्टेफानो ग्रीको की अध्यक्षता में स्थापित यह सेंटर ऐसे सामाजिक मुद्दों के लिए जिनकी वैश्विक प्रासंगिकता है  भारत और यूरोप के बीच सेतु स्थापित करने का काम करेगा।

1 मिलियन यूरो के अनुदान के साथ यूरोपीय संघ द्वारा चयनित और सह-वित्तपोषित प्रिवेंट-इट एक इंटरडिसिप्लिनरी कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोजेक्ट हैं जिसे इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ताकि वह अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ को बना सकें जहां पर जहां भारत और यूरोप के विश्वविद्यालय एक समान उद्देश्य के लिए एकजुट हो सकें। पिछले चार वर्षों के दौरान “प्रिवेंट-इट“ (PREVENT IT) ने मटेरियल व इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग एक्टिविटी को विकसित करने के अलावा सामाजिक जागरूकता के लिए काम किया है।

परियोजना के दायरे का विस्तार करने के लिए एक ठोस कार्रवाई के रूप में, सम्मेलन ने  इंडो यूरोपियन हेल्थ एसोसिएशन के आधिकारिक लांच को अवसर प्रदान किया है। “प्रिवेंट-इट“ (PREVENT IT) फ्रेमवर्क के तहत की गई  गतिविधियों का एसोसिएशन फायदा उठाएगी और मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के क्षेत्र में लिए कार्रवाई के दायरे का विस्तार  भी करेगी।