5 Dariya News

जिला प्रशासन फतेहगढ़ साहिब ने भारत की पहली जनगणना गैलरी एवं सूचना कियोस्क, चंडीगढ़ का दौरा किया

5 Dariya News

फतेहगढ़ साहिब 30-Nov-2022

फतेहगढ़ साहिब के डिप्टी कमिश्नर श्रीमति परनीत शेरगिल आईएएस, अतिरिक्त उपायुक्त एवं अन्य प्रशासन अधिकारियों ने सेक्टर-19ए, चंडीगढ़ में स्थित जनगणना कार्यालय निदेशालय में बनाई गई जनगणना गैलरी एवं सूचना कियोस्क का दौरा किया। 

इसके अंतर्गत डॉ. अभिषेक जैन, आईएएस, संयुक्त सचिव, भारत सरकार एवं निदेशक, जनगणना कार्यालय निदेशालय (पंजाब एवं चंडीगढ़ ) ने बताया की यह पूरे देश में अपनी तरह की पहली जनगणना गैलरी है जहां जनगणना की शुरुआत से अब तक की 150 वर्षों की सारी जानकारी उपलब्ध है। 

यह एक ही स्थान पर जनगणना संगठन की सभी गतिविधियों (जनगणना, मानचित्र, सीआरएस, एसआरएस, डीडीयू, डीसीएचबी, पुस्तकालय, प्रसार आदि) के लिए समाधान है जो कि आने वाली जनगणना में जागरूकता फैलाने का कार्य करेगा।इसके उपरांत, श्रीमती वरिंदर कौर, अनुसंधान अधिकारी (मानचित्र), पंजाब जो कि पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़, जम्मू कश्मीर एवं लेह लद्दाख के मानचित्र के कार्यों की मुखिया हैं, ने मानचित्रण कार्य की ओर उन्मुखीकरण किया जिसमें उन्होंने जनगणना में मानचित्रण से पहले और बाद की गतिविधियों के बारे में जानकारी दी। 

उन्होंने बताया कि जनगणना के इतिहास में पहली बार जनगणना डिजिटल होने जा रही है। इसके तहत उन्होंने आगामी जनगणना में मकान सूचीकरण कार्यों के दौरान मोबाइल के माध्यम से मानचित्रण के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने माकनसूचीकरण ब्लॉक मानचित्रण की आगामी परियोजना के बारे में अवगत कराया और उपरोक्त परियोजना में प्रधान जनगणना अधिकारियों और प्रभारी अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी बताया। 

बाद में, निदेशक महोदय ने बताया कि जनगणना अब स्कूली छात्रों के पाठ्यक्रम का एक हिस्सा बन गई है और यह जनगणना गैलरी और सूचना कियोस्क उन्हें जनगणना और इसके महत्व के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा। इसके साथ सभी अधिकारियों ने ऑटोमेशन लाइब्रेरी एवं जीआईएस लैब का भी दौरा किया। 

ऑटोमेशन लाइब्रेरी में उन्हें 150 साल से भी पुराने प्रकाशनों को भी दिखाया गया तथा जीआईएस लैब में मानचित्र की चल रही गतिविधियों के बारे में अवगत करवाया गया।इस जनगणना गैलरी के मुख्य तीन हिस्से हैं: 1. जनगणना गैलरी 2. जनगणना सूचना कियोस्क तथा 3. डिजिटल लर्निंग सेंटर। 

जनगणना गैलरी के प्रथम हिस्से में जनगणना के इतिहास, प्रक्रियाओं और पद्धतियों, मानचित्रों और जनगणना के तरीकों के माध्यम से जनगणना, जनगणना 2021 - भारत की पहली डिजिटल जनगणना, पुराने जनगणना मानचित्रण उपकरणों का प्रदर्शन, महत्वपूर्ण जनगणना दस्तावेज और नियमावली, दुर्लभ पुस्तकों का प्रदर्शन आदि के बारे में विस्तार में बताया गया है। 

जनगणना गैलरी के दूसरे हिस्से में कियोस्क पर स्व-संचालित बातचीत के लिए एक टच स्क्रीन स्थापित की गई है, जिसके द्वारा डाटा विज़ुलाइज़ेशन और ग्राफिक्स, जनगणना पुस्तिका, नागरिक पंजीकरण प्रणाली (सीआरएस) डेटा, नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) डेटा, प्रशासनिक प्रभाग आदि के बारे में जानकारी दी गई है। इसमें वयस्कों और बच्चों के लिए प्रश्नोत्तरी भी है जो सबका ध्यान आकर्षित करती है। 

जनगणना गैलरी के तीसरे हिस्से में डीसीओ पंजाब, चंडीगढ़ और हरियाणा की पुस्तकों का डिजिटल पुस्तकालय है। इसमें ऑनलाइन प्रशिक्षण और सीखने की सुविधा दी गई है। साथ ही इसमें जनगणना डेटा प्रसार प्रकाशनों को भी प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने आगे बताया आज के समय में डाटा का क्या महत्व है और जनगणना देश के प्रत्येक व्यक्ति से कैसे संबंधित है? 

जनगणना गैलरी का दौरा करवाते हुए निदेशक महोदय ने जिला प्रशासन के अधिकारियों की जनगणना में उनकी भूमिका एवं जिम्मेदारियों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया की मुख्य सचिव, प्रमुख सचिवों, डीसी और अन्य, शिक्षाविदों, शोधकर्ताओं, छात्रों आदि सहित सैकड़ों वरिष्ठ सरकारी अधिकारी इस जनगणना गैलरी का दौरा कर चुके हैं।

दौरे के बाद, निदेशक की अध्यक्षता मे सभी जिला प्रशासन अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की गई जिसमें जनगणना से संबंधित लंबित मुद्दों (सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम एवं सैम्पल रजिस्ट्रेशन सिस्टम) पर चर्चा की गई। इसके बाद डिप्टी कमिश्नर एवं अन्य अधिकारियों ने जनगणना गैलरी एवं सूचना कियोस्क की सराहना की और कहा की उनका पूरा जिला प्रशासन जनगणना से संबंधित अपनी जिम्मेदारियों को पूर्ण रूप से निभाएगा।