5 Dariya News

परिवार- आधारित वैलफेयर डिलीवरी सिस्टम के लिए विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए सांझा प्लेटफार्म तैयार करने हेतु वर्कशाप लगाई

प्रशासनिक सुधार विभाग ने मैगसीपा में वर्कशाप करवाई

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चंडीगढ़ 18-Oct-2022

महात्मा गांधी स्टेट इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन ( मैगसीपा) और प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायतें विभाग, पंजाब ने प्राईमस पार्टनरज़ के सहयोग से आज ’मेनस्ट्रीमिंग फैमिलीज़ : क्रिएटिंग ऐफीशीऐंट फैमिली बेसड बैनीफिटस डिलीवरी इन इंडिया’ विषय पर वर्कशाप करवाई। वर्कशाप नागरिकों को लाभ पहुँचाने के भविष्य और इससे सम्बन्धित प्रक्रियाओं और प्रणालियों संबंधी विचार-विमर्श करने के लिए लगाई गई थी जिसमें पंजाब, उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और लद्दाख़ समेत अलग-अलग राज्यों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

यह वर्कशाप मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से पंजाब में 100 प्रतिशत लाभ प्रदान करना यकीनी बनाने और राज्य के नागरिकों को प्रशासन में सुगम की सुविधा प्रदान करने सम्बन्धी राज्य की वचनबद्धता के मद्देनज़र प्रशासन सुधार मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर के दिशा-निर्देशों पर करवाई गई थी। इसका मकसद ऐसे संग्रह के निर्माण में आधार की भूमिका को समझने के साथ-साथ परिवार-आधारित वैलफेयर डिलीवरी सिस्टम बनाने के बारे विचारों का आदान- प्रदान करने के लिए सभी राज्यों के लिए एक सांझा प्लेटफार्म तैयार करना था।

मैगसीपा के डायरैक्टर जनरल अनिरुध् तिवारी ने देश भर के राज्यों के लिए परिवार आधारित वैनीफिटस डिलीवरी सिस्टम की सार्थकता को उजागर किया।वर्कशाप के दौरान सीईओ यूआईडीएआई सौरभ गर्ग, हरियाणा के मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव वी उमा शंकर, केंद्र सरकार के रणनीतक सलाहकार और चीफ़ नॉलेज़ अफ़सर राजीव चावला, एसआईओ एनआईसी पंजाब विवेक वर्मा, सह-संस्थापक और चेयरमैन, प्राईमस पार्टनरज़ दविन्दर संधू और मैनेजिंग डायरैक्टर प्राईमस पार्टनर समीर जैन समेत मुख्य वक्ताओं की तरफ से परिवार आधारित वैल्लफेयर डिलीवरी सिस्टम के निर्माण के बारे विचार सांझे किये गए। उन्होंने भारत में वैनीफिटस डिलीवरी की स्थिति और विश्व भर में सबसे बढ़िया अभ्यासों सम्बन्धी मुख्य उपायों पर भी रौशनी डाली।

समाप्ति मौके प्रमुख सचिव प्रशासनिक सुधार तेजवीर सिंह ने बताया कि हरियाणा और कर्नाटक ने पहले ही ऐसी प्रणालियों को विकसित करने में सफलाएं प्राप्त की हैं और दूसरे राज्यों के लिए समय आ गया है कि वह दूसरे राज्यों की तरफ से लागू की जा रही चुनौतियें और अच्छे अभ्यास के बारे विचार करने के लिए ऐसी पहलकदमियों से न सिर्फ़ सीख लें बल्कि इस तरह के फर्म भी तैयार करें।वर्कशाप के दौरान मिशन डायरैक्टर, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अभिनव त्रिखा, डिप्टी डायरैक्टर जनरल यूआईडीएआई भावना गर्ग, सचिव परसोनल रजत अग्रवाल और डायरैक्टर मैगसीपा गिरिश दियालन उपस्थित थे।