5 Dariya News

चितकारा यूनिवर्सिटी में 12 वें ग्लोबल वीक का भव्य कार्यक्रम के साथ समापन

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बनूड़/राजपुरा 16-Oct-2022

चितकारा यूनिवर्सिटी के दोनों  हिमाचल प्रदेश और पंजाब दोनों परिसरों में सप्ताह भर तक चले 12वें एनुअल ग्लोबल वीक -2022 समारोह का शानदार समापन हो गया। यूनिवर्सिटी के अंतरराष्ट्रीय मामलों के कार्यालय द्वारा आयोजित वार्षिक ग्लोबल वीक एक अनोखी रणनीतिक पहल है, जिसमें  दुनिया भर में प्रतिष्ठित 40 भागीदार यूनिर्विसिटीज के  लगभग 75 से प्रतिष्ठित प्रोफेसरों ने हिस्सा लिया। 

इसका आयोजन  व्यापक शिक्षण और सीखने की गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए  के उद्देश्य के साथ किया गया था।  दुनिया भर  से आए विजिटिंग प्रोफेसरों ने छात्रों के सामने  क्रेडिट बेस्ड मॉड्यूल को प्रस्तुत किया जिसने उन्हें  वैश्विक परिदृश्य के साथ सामाजिक सांस्कृतिक  इमर्सन प्रोग्रामों को समझने में मदद की।बीस से ज्यादा देशों के 75  से ज्यादा फैकल्टी ने छात्रों के  साथ  रणनीतिक ज्ञान बांटा। जाने माने फैकल्टी की कई सालों के सामूहिक अनुभवों का छात्रों  ने फायदा उठाया।समापन समारोह में डॉ. मधु चितकारा, प्रो-चांसलर, चितकारा यूनिवर्सिटी; डॉ नियति चितकारा, निदेशक, चितकारा इंटरनेशनल स्कूल, चितकारा यूनिवर्सिटी के पंजाब और हिमाचल प्रदेश दोनों परिसरों के उच्च अधिकारी और अन्य गणमान्य व्यक्ति सम्मिलित हुए और ने  अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई ।

मैक्वेरी यूनिवर्सिटी आस्ट्रेलिया के डाक्टर रोज़र मोसर ने डिजिटल बेसिस मोराल्स में आ रही क्रांति के बारे में बात करते हुए बताया  कि वे चितकारा यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उनके विचारों को समझने की कोशिश कर रहे हैं जो वे आस्ट्रेलिया में देखते हैं  उससे यहां का  संदर्भ अलग हो सकता है। इसलिए यह देखना जरूरी है  कि कहां पर हम एक दूसरे  से सीख  सकते हैं।जॉन हॉप्किंग यूनिवर्सिटी यूएसए के डॉक्टर टैमर रोडनी ने कहा कि ग्लोबल वीक  में सोचने व सीखने के अलग अलग तरीकों,  अलग अलग प्रेक्टिसेस की प्रक्रिया को समझने  में कामयाब  रहे। उन्होंने कहा कि  जो मैंने सीखा उसे बांटने के साथ  उन्होंने छात्रों से भी  बहुत कुछ  सीखा।

यूनिवर्सिटी ऑफ लताविया की फैकल्टी ऑफ एजुकेशन साइकोलॉजी एंड आर्ट्स की प्रोफेसर इंदिरा ओडिना ने कहा  कि इंटरनेशनलाइजेशन एट होम कांसेप्ट बहुत जरूरी है और यह सस्टेनेबिलिटी इश्यू  के लिए भी बहुत अच्छा है। छात्रों के विस्तृत अनुभव बढ़ाने के लिए  विदेश से 75 से अधिक स्टाफ सदस्यों को लाने की लिए यह  एक बहुत अच्छी पहल है।

चितकारा यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक चितकारा ने कहा,"एनुअल ग्लोबल  वीक छात्रों के सीखने के अनुभव का अंतर्राष्ट्रीयकरण के लिए एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करता है। हमारा उद्देश्य  विश्व स्तर पर सर्वोत्तम प्रथाओं के माध्यम से शैक्षणिक उत्कृष्टता विकसित करना है।  इसके अलावा, सभी पाठ्यक्रम जो कि अंतरराष्ट्रीय फैकल्टी  द्वारा पढ़ाए जाते हैं उनका बहुत मूल्य है और  भारत और विदेशों में कंपनियां प्लेसमेंट के लिए उत्सुकता से उन्हें रखने के लिए लालायित रहती  हैं।

चितकारा यूनिवर्सिटी की प्रो चांसलर डॉ. मधु  चितकारा ने विश्वभर से यहाँ पहुंचे फेकल्टी सदस्यों का चितकारा यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ अपने बहुमूल्य विचार साँझा करने और इस आयोजन को एक बड़ी सफलता बनाने के लिए धन्यवाद करते हुए कहा कि," एनुअल ग्लोबल वीक -2022  वास्तव में एक परोपकारी पहल है जो सीमाओं के पार  सहयोगपूर्ण शिक्षण को बढ़ावा देने में यूनिवर्सिटी  की प्राथमिकता को व्यापक रूप से बढ़ावा देती है। 

उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन छात्रों और प्रोफेसरों के बीच तालमेल के अवसरों को पैदा करते हैं जिनसे इंटर्नशिप, हैंड्स-ऑन प्रोजेक्ट्स, एक्सक्लूसिव स्कॉलरशिप, एक्सटेंसिब मोबिलिटी एंगेजमेंट, ज्वाइंट  क्यूरिकुलम डवलपमेंट,को-पब्लिकेशन, ज्वाइंट सुपरविज़न , ज्वाइंट रिसर्च इनिशिएटव्स आदि के अवसर प्राप्त  होते हैं।अपनी स्थापना  के बाद से अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटीज  के इंजीनियरिंग, वास्तुकला, स्वास्थ्य विज्ञान, पत्रकारिता और जनसंचार, फार्मेसी, हॉस्पिटैलिटी एंड टूरिज्म और एजुकेशन   के 200 से अधिक फैकल्टी सदस्यों  ने ग्लोबल वीक प्लेटफॉर्म में भाग लिया  है।