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स्मार्ट इंडिया हैकथॉन 2022 के ग्रैंड फिनाले में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं की 3 टीमें रही विजेता

जल शक्ति मंत्रालय, मध्य प्रदेश पुलिस और इसरो द्वारा समस्याओं के समाधान के लिए सीयू के छात्रों ने सैकड़ों टीमों को दी मात

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घड़ूआं 27-Aug-2022

देशभर के 75 संस्थानों में आयोजित स्मार्ट इंडिया हैकथॉन-2022 के ग्रैंड फिनाले में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्रों की 2 टीमें विजेता रही हैं, जिन्होंने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय और मध्य प्रदेश पुलिस की विभिन्न समस्याओं का प्रौद्योगिकी संचालित समाधान प्रदान किए हैं। इसके अलावा यूनिवर्सिटी की एक अन्य टीम ने तीसरा स्थान हासिल किया है, जिनके समाधान को इसरो द्वारा भुवन पोर्टल के लैंड यूज लैंड कवर (एलयूएलसी) के तहत विचार किया जा रहा है।

यूनिवर्सिटी के सीएसई स्टूडेंट अतुल, महक सक्सेना, भुवन शर्मा, शुभम, प्रीति लक्ष्मी, और टीम लीडर योगेंद्र सिंह की टीम एग्रोकॉन ने मेंटर अंकिता शर्मा के साथ के साथ श्री वेंकटेश्वर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आंध्र प्रदेश में आयोजित एसआईएच 2022 के ग्रैंड फिनाले में पहला पुरस्कार जीता। 

राष्ट्रीय जल शक्ति मिशन के लिए केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय द्वारा पेश की गई विभिन्न समस्याओं के लिए 150 टीमों के लगभग 900 छात्रों ने प्रस्ताव प्रस्तुत किए थे, जिनमें से छह टीमों को फाइनल राउंड के लिए चुना गया था, जिसमें सीयू की टीम एग्रोकॉन ने प्राकृतिक आपदाओं का पता लगाने और किसानों तथा सरकार के बीच एक पोर्टल के रूप में कार्य करने के लिए 'प्राकृतिक घटना की भविष्यवाणी के लिए एंड्रॉइड ऐप' विषय पर समाधान पेश कर पहला स्थान हासिल किया।

इसी तरह, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की अन्य टीम ओरियन्स के मॉकतिक जोशी, अनिकेत ठाकरे, ईशा वर्मा, दिव्यांशु डोबरियाल, प्रशांत पांडे और टीम लीडर सिद्धांत भारद्वाज ने डॉ. बीसी रॉय इंजीनियरिंग कॉलेज, दुर्गापुर, पश्चिम बंगाल में आयोजित एसआईएच के ग्रैंड फिनाले में प्रथम पुरस्कार जीता। 

इसमें कुल 247 टीमों ने भाग लिया था, जिसमें 25 टीमों ने फाइनल में जगह बनाई थी। इस दौरान टीम ओरियन्स विजेता बनकर उभरी और 'प्रिडिक्टिव एनालिटिक सोल्यूशंज यूजिंग एआई' टॉपिक पर मध्य प्रदेश पुलिस की समस्या का समाधान पेश किया। टीम एग्रोकॉन और टीम ओरियन्स दोनों को 1-1 लाख रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के ईसीई डिपार्टमेंट के सुभदीप चटर्जी के नेतृत्व में अद्वैत, गौतम, मयंक, सफीर और श्रुति की टीम -शून्य ने जेबा शाइनी ओ और धीरज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में, गुजरात टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी, अहमदाबाद में एसआईएच के ग्रैंड फिनाले में तीसरा इनाम जीता। प्रतियोगिता में कुल 240 टीमों ने भाग लिया, जिनमें से 34 टीमों को फाइनल राउंड के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया, जिसमें टीम शून्य ने इसरो की समस्या का समाधान प्रदान करने के लिए तीसरा स्थान हासिल किया, जिसका शीर्षक था- सैटेलाइट इमेज से पानी की गुणवत्ता। 

उनके आवेदन और एल्गोरिथम को इसरो द्वारा स्वीकार किया गया और सराहा गया, जो पूरे भारत की स्थानिक और अस्थायी जल गुणवत्ता प्रदान करेगा। इतना ही नहीं, इसके लिए इसरो द्वारा अपने भुवन पोर्टल के एलयूएलसी भाग में विचार किया जा रहा है।इस शानदार उपलब्धि के लिए छात्रों को बधाई देते हुए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो.चांसलर डॉ. आर एस बावा ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी के लिए गर्व की बात है कि हमारे छात्रों और उनके फैकल्टी ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी योग्यता साबित की है।

समापन सत्र में, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के सलाहकार डॉ. रवींद्र सोनी मुख्य अतिथि रहे, जबकि 24 जजों वाले 6 पैनल की निगरानी में कॉम्पिटीशन आयोजित हुआ, जिन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों से पहुंची 24 टीमों के 139 प्रतिभागियों के हुनर का मूल्यांकन किया। 

इस मौके पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रो.चांसलर डॉ आर एस बावा, डीन एकेडमिक अफेयर्स और नोडल सेंटर इंचार्ज डॉ बी प्रीस्टली शान और एआईसीटीई के प्रतिनिधि और नोडल सेंटर हेड श्री नितिन भिड़े के साथ 19 मेंटर्स विशेष तौर पर मौजूद रहे।इस वर्ष के संस्करण में, एसआईएच ने 62 संगठनों से प्राप्त 476 प्रोबलम स्टेटमेंट्स की पेशकश की। एसआईएच-2022 के ग्रैंड फिनाले के तहत कैंपस स्तरीय हैकथॉन की 2033 विजेता टीमों के 15000 से अधिक छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न निर्दिष्ट नोडल केंद्रों में भाग लिया।

इस बीच, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं के कैंपस में एसआईएच-2022 का ग्रैंड फिनाले संपन्न हुआ, जहां एआईसीटीई द्वारा दिए गए 6 समस्या बयानों को हल करने के लिए कुल 10 टीमों को विजेता घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के नोडल केंद्रों के रूप में शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा चयनित 75 उच्च शिक्षण संस्थानों और इनक्यूबेटरों में से एक थी।

एआईसीटीई इवेंट/एक्टिविटी मैनेजमेंट सिस्टम से संबंधित समस्या समाधान के लिए, एसआरएम इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, चेन्नई से टीम एनविजन अल्फा और बीवीबी सरदार पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई से टीम एलीट कोडर्स को संयुक्त विजेता घोषित किया गया, जबकि पीआरएम कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड मैनेजमेंट, महाराष्ट्र से टीम वनऋजीरो और महिंद्रा यूनिवर्सिटी की टीमट्ठ404 को समस्या 'जनसांख्यिकीय स्थानों के संबंध में इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी में प्रवेश और नौकरियों के पूर्व अनुमान' के लिए संयुक्त विजेता घोषित किया गया था।

राष्ट्रीय/अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान अनुदान के बारे में जानकारी और प्रासंगिक विवरण प्रदान करने वाले शोधकर्ताओं के लिए एकीकृत और मजबूत ऑनलाइन मंच विकसित करने समस्या समाधान के लिए कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड इंजीनियरिंग से टीम फीनिक्सट्ठ2 और राजलक्ष्मी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से टीम इनवेटेबल्स को संयुक्त विजेता घोषित किया गया। जबकि आईआईटी धनबाद से टीम वेबमास्टर्सट्ठआईएसएम और जीएच रायसोनी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग नागपुर से टीम सीरियस वेले कोडर्स को 'एआईसीटीई वेबसाइट के आकर्षण और उपयोगकर्ता संबंधों को मजबूत करने के लिए विषय' के लिए संयुक्त विजेता घोषित किया गया।

तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान संस्थान की टीम टेककोडर्स को 'सभी भारतीय विश्वविद्यालयों के लिए एकीकृत वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर' के लिए विजेता घोषित किया गया था और अंत में ठाकुर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, मुंबई से टीम हेग्जाबाइटएक्सएक्स को विभिन्न विश्वविद्यालयों/महाविद्यालयों के छात्रों द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं के लिए ऑनलाइन एकीकृत मंच के लिए विजेता घोषित किया गया था। विजेता टीमों में से प्रत्येक को एक लाख रुपए का इनाम दिया गया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित, एसआईएच-2022 में प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रतिभागियों को संबोधित किया और उन्हें रिसर्च और इनोवेशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने छात्रों के साथ उनके प्रोडक्ट एप्लीकेशंज पर चर्चा की तथा उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि 'भारत का भविष्य नवाचारों और युवाओं द्वारा किए गए कार्यों पर निर्भर होगा। आपकी इनोवेटिव मानसिकता भारत को दुनिया के शीर्ष पर ले जाएगी। समाज एक नए भारत के लिए एक प्रेरक शक्ति के रूप में कार्य करेगा। नए विचारों, नई आकांक्षाओं और नए संकल्प से हम आगे बढ़ेंगे।