5 Dariya News

देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने खेमकरण से तिरंगा यात्रा शुरू की

सभी 117 विधानसभा क्षेत्रों से होते हुए कांग्रेस 2000 किलोमीटर का रास्ता कवर करेगी

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खेमकरण (तरनतारन) 09-Aug-2022

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने देश की आजादी के 75वें साल के उपलक्ष्य में यहां से 5 दिवसीय 'तिरंगा यात्रा' की शुरुआत की।यह कार्यक्रम सीनियर पार्टी नेता और पूर्व विधायक सुखपाल सिंह भुल्लर द्वारा आयोजित किया गया था।पंजाब कांग्रेस पांच दिवसीय यात्रा के दौरान आज से 14 अगस्त तक करीब 2000 किलोमीटर का दायरा कवर करेगी। इसलिए आज से शुरू होकर 5 दिनों के दौरान सभी वरिष्ठ नेताओं को 75-75 किलोमीटर की जिम्मेदारी दी गई है।

संयोगवश आज अगस्त क्रांति दिवस भी है, जब इस दिन 1942 में कांग्रेस ने 'भारत छोड़ो आंदोलन' की शुरुआत की थी, जिसके 5 साल बाद देश को आजादी मिली।तिरंगा यात्रा शुरू करने से पहले, वड़िंग ने ऐतिहासिक गुरुद्वारा जन्म स्थान बाबा दीप सिंह जी में माथा टेका। राज्य और देश में शांति व खुशहाली के लिए अरदास करने के बाद, उन्होंने हजारों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा की शुरुआत की, जो अलग-अलग जगहों पर तिरंगा झंडा फहरा रहे थे।

इसके बाद उन्होंने गुरुद्वारा बाबा बकाला जी में माथा टेका।इस पांच दिवसीय तिरंगा यात्रा के दौरान पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष 75 किलोमीटर कवर करेंगे। पार्टी के अन्य नेता भी इसी तरह से राज्य के सभी 117 विधानसभा क्षेत्र में यात्राएं निकालेंगे। इस तरह 5 दिनों के दौरान कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता करीब 2000 किलोमीटर की तिरंगा यात्रा को कवर करेंगे।

यात्रा शुरू करने से पहले संबोधित करते हुए, वड़िंग ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का भारतीय जनता पार्टी या देश के अन्य राजनीतिक दलों के मुकाबले राष्ट्रीय तिरंगे के लिए बलिदान देने का महान और गौरवमई इतिहास रहा है। उन्होंने कहा कि 80 साल पहले इस दिन 9 अगस्त, 1942 को युवा कांग्रेसी नेता अरूण आसिफ अली ने अंग्रेजों द्वारा  पूरे कांग्रेस नेतृत्व को जेल भेजने के बाद तिरंगा फहराने का बीड़ा उठाया था।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा के राष्ट्रवाद को लेकर दावों पर चुटकी लेते हुए कहा कि भाजपा को राष्ट्रवाद के मुद्दे पर कांग्रेस से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र के हितों की रक्षा करने को लेकर इनका हमसे कोई मुकाबला नहीं है। हमारे नेताओं ने  देश की आजादी से पहले और आजादी के बाद भी राष्ट्रवाद के लिए अपनी जानों को न्योछावर किया है।

उन्होंने उन सभी ताकतों की निंदा की, जो राज्य का शांतिमय माहौल विभाजनकारी नीतियों के साथ खराब करने का प्रयास कर रही हैं, जिन्हें अन्यथा पंजाबियों द्वारा समय-समय पर खारिज किया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय झंडा फहराने का विरोध करने वाले ऐसे सभी लोग पंजाब के दोस्त नहीं हैं, बल्कि ये लोग पंजाब और पंजाबियों के दुश्मनों के हाथों में खेल रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भरोसा दिया कि कांग्रेस पार्टी और उसके नेता कभी भी देश की एकता और अखंडता की रक्षा हेतु अपनी जिंदगी और खून का बलिदान देने से पीछे नहीं हटेंगे व सुनिश्चित करेंगे कि राज्य में सांप्रदायिक एकता व भाईचारा बना रहे।उन्होंने कहा कि हमने यह बीते समय के दौरान भी किया है और भविष्य में भी  देश की, शांति भाईचारा, एकता और अखंडता की रक्षा से पीछे नहीं हटेंगे।

इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मंत्री गुरकीरत सिंह कोटली, पूर्व विधायक सुखपाल भुल्लर, डॉ धर्मवीर अग्निहोत्री, लखबीर सिंह लक्खा, एसएस भलाईपुर, राजबीर भुल्लर, सुमित सिंह, राजा गिल इत्यादि भी मौजूद रहे।