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बड़ी खबर: ED ने National Herald दफ्तर सील किया.. कांग्रेस मुख्यालय के बाहर भारी फोर्स तैनात

National Herald केस में ED का बड़ा एक्शन.. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में यंग इंडिया ऑफिस को सील किया.. पिछले कल हुई थी छापे मारी

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नई दिल्ली 03-Aug-2022

दिल्ली से एक बड़ी खबर आ रही है। नेशनल हेराल्ड केस में ED ने बड़ा एक्शन लिया है। ED ने नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को दिल्ली में यंग इंडिया के ऑफिस को सील कर दिया। साथ ही ईडी ने निर्देश दिया कि एजेंसी की अनुमति के लिए बिना परिसर न खोला जाए। इतना ही नहीं दिल्ली में AICC मुख्यालय के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। 

Delhi | The Enforcement Directorate seals the National Herald office, instructing that the premises not be opened without prior permission from the agency. pic.twitter.com/Tp5PF5cnCD

— ANI (@ANI) August 3, 2022

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ED ने इस मामले में एक दिन पहले दिल्ली और कोलकाता समेत 12 ठिकानों पर छापा मारा था। मंगलवार को ED की टीम ने दिल्ली स्थित नेशनल हेराल्ड के दफ्तर में छापा मारा था। ED ने दफ्तर में तलाशी ली थी। इस मामले में पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (sonia gandhi) और राहुल गांधी (Rahul gandhi) से भी पूछताछ हो चुकी है। नेशनल हेराल्ड मामले में देश भर में 14 लोकेशन पर छापेमारी की गई। इसमें नेशनल हेराल्ड का दफ्तर भी शामिल है। 

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जानिए कया है नेशनल हेराल्ड केस-

देश के पहले प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू ने 20 नवंबर 1937 को एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड यानी AJL का गठन किया था। इसका उद्देश्य अलग-अलग भाषाओं में समाचार पत्रों को प्रकाशित करना था। तब AJL के अंतर्गत अंग्रेजी में नेशनल हेराल्ड, हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज समाचार पत्र प्रकाशित हुए।  

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भले ही AJL के गठन में पं. जवाहर लाल नेहरू की भूमिका थी, लेकिन इसपर मालिकाना हक कभी भी उनका नहीं रहा। क्योंकि, इस कंपनी को 5000 स्वतंत्रता सेनानी सपोर्ट कर रहे थे और वही इसके शेयर होल्डर भी थे। 90 के दशक में ये अखबार घाटे में आने लगे। साल 2008 तक AJL पर 90 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज चढ़ गया। तब AJL ने फैसला किया कि अब समाचार पत्रों का प्रकाशन नहीं किया जाएगा। अखबारों का प्रकाशन बंद करने के बाद AJL प्रॉपर्टी बिजनेस में उतरी।