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भारतीय सैनिकों के लिए हाइब्रिड आतंकवाद बना चुनौती,पाक ने बनाया सोशल मीडिया को भी हथियार

जम्मू-कश्मीर के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बलों के लिए 'हाइब्रिड' आतंकवादी को ढूढ़ना सबसे चुनौती भरा काम हो जाता है क्योंकि वो ठीक वैसे ही होते हैं जैसे कोई आम नागरिक.

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कश्मीर 23-Jul-2022

जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir)  के पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने शुक्रवार को कहा कि सुरक्षा बलों (Security forces in Kashmir ) के लिए 'हाइब्रिड' आतंकवादी(Hybrid Terrorists)  को ढूढ़ना सबसे चुनौती भरा काम हो जाता है क्योंकि वो ठीक वैसे ही होते हैं जैसे कोई आम नागरिक हो.ऐसे में उन्होंने आश्वासन दिया कि सशस्त्र बल ऐसी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार है और "पाकिस्तानी एजेंसियों" की योजनाओं को विफल कर देंगे। सिंह ने कहा कि जो कोई भी इस फेसलेस आतंकवाद का हिस्सा बनता है, वह लंबे समय तक अज्ञात या गुमनाम नहीं रह पाएगा और उसे दंडित किया जाएगा।

दिलबाग सिंह ने दी चेतावनी 

सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि "जो पापी इस फेसलेस आतंकवाद और भूमिगत मॉड्यूल का हिस्सा बन गए थे वे बेनकाब हो गए थे। बेगुनाहों की हत्या में शामिल लोगों से सख्ती से निपटा गया और उनमें से कई को ऑपरेशन में खत्म भी कर दिया गया।" आगे उन्होंने कहा की आतंकवाद सभी को प्रभावित करता है और इसलिए इस पर ध्यान दिया जा रहा है। सेना इससे और सख्ती से निपटेगी। 

ऑर्डर दिए जाने पर काम करते हैं 'हाइब्रिड' आतंकवादी

अधिकारियों ने कहा कि हाइब्रिड आतंकी ऑर्डर किए गए काम को अंजाम देता है और फिर एक आम जिंदगी जीने लगता है. इस बीच जबतक उसे दूसरा टारगेट नहीं दिया जाता वह अपने सामान्य काम पर वापस चला जाता है. अधिकारियों ने कहा कि इस नए ट्रेंड के पीछे पाकिस्तान और उसकी जासूसी वाली एजेंसी आईएसआई का हाथ है.

पाक ने बनाया सोशल मीडिया को हथियार 

दिलबाग सिंह ने पाकिस्तान पर कश्मीर में किशोरों को बहकाने और सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकवादी रैंकों में शामिल होने के लिए उन्हें जोड़-तोड़ करने का भी आरोप लगाया। 

उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी एजेंसियां ​​​​यहां गंदगी फैलाना चाहती हैं और युवाओं और कश्मीर के समाज को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं। वे सोशल मीडिया के जरिए ऐसा कर रहे हैं, जिससे कश्मीर को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। वे 16-17 साल के बच्चों के दिमाग से खेलते हैं, जिन्हें धर्म, संस्कृति या सामाजिक मानदंडों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।”

सोशल मीडिया ने ख़त्म किया युवाओं का करियर

पुलिस प्रमुख ने कहा कि सोशल मीडिया ने यहां "युवाओं के करियर को नष्ट करने में एक बड़ी भूमिका निभाई है" और उनके जीवन से मृत्यु तक की यात्रा शुरू की है। उन्होंने कहा, “यहां तक ​​​​कि एक अच्छे छात्र को भी सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकवादी रैंक में शामिल होने के लिए बरगलाया जाता है।” उन्होंने कहा, “हम इन सोशल मीडिया नेटवर्क और सीमा पार और यहां के उनके संचालकों के बारे में जानते हैं। ऐसे नेटवर्क के खिलाफ ऑपरेशन को और मजबूत किया जाएगा।''