5 Dariya News

बाग़बानी मंत्री फौजा सिंह सरारी ने फल उत्पादकों को फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए प्रेरित किया

फौजा सिंह सरारी की तरफ से पंजाब के लीची उत्पादक किसानों के साथ मीटिंग, फलों के बाग़ों में सोलर पंप स्थापित करने के लिए किसानों को उत्साहित किया

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चंडीगढ़ 18-Jul-2022

पंजाब के बाग़बानी और फूड प्रोसेसिंग मंत्री फौजा सिंह सरारी ने फल उत्पादक किसानों को फूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए प्रेरित किया है। उन्होंने कहा कि इससे जहाँ बाग़बान किसानों की आय में विस्तार होगा वहीं स्थानीय स्तर पर रोजग़ार के मौके भी बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली सरकार बाग़बानी की उन्नति के लिए और किसानी धंधे को लाभप्रद बनाने के लिए ख़ास यत्न कर रही है। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले दिन से ही इस कोशिश में लगे हुए हैं कि किसानों को रिवायती फ़सली चक्र में से निकाल कर सहायक धंधों की तरफ प्रेरित किया जाये और इसी मकसद से बाग़बानी की तरफ विशेष ध्यान दिया जा रहा है।पंजाब भवन में पठानकोट लीची उत्पादक वैलफेयर एसोसिएशन के नुमायंदों के साथ मीटिंग करते फौजा सिंह सरारी ने कहा कि किन्नू, लीची, आम, आँवला, अमरूद आदि फलों की खेती करने वाले किसान यदि इन फलों से जूस, मुरब्बे और अन्य खाद्य पदार्थ तैयार करके बेचें तो इससे उनको अच्छा लाभ होगा। सरकार की मदद से फूड प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित करने के लिए उन्होंने बाग़बानी विभाग के अधिकारियों को संभावनाएं तलाशने के निर्देश भी जारी किये।

उन्होंने कहा कि बाग़बानी करने वाले किसानों को फलों की वेस्टेज़ घटाने के लिए फूड प्रोसेसिंग का सहारा लेना चाहिए क्योंकि जो फल वृक्षों से टूट कर धरती पर गिर जाते हैं, उनको प्रोसैस्स करके अधिक भाव पर बेचा जा सकता है। इसके साथ ही बाग़ों में सोलर पंप लगाने के लिए भी उन्होंने बाग़बानों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बिजली की कमी का सबसे बढिय़ा विकल्प सोलर है। 

फौजा सिंह सरारी ने बाग़बानी विभाग के अधिकारियों को कहा कि फल उत्पादक किसानों को प्रशिक्षण और सरकारी स्कीमों की जानकारी देने के लिए एक नक्शा तैयार किया जाये जिससे किसान नयी तकनीकें अपना सकें। बाग़बानों ने इस मौके पर कुछ माँगों भी रखी जिनके निपटारे के लिए मंत्री ने सकारात्मक रवैया दिखाया।

काबिलेगौर है कि इस मीटिंग से बाग़बान काफ़ी खुश थे। उनका कहना था कि यह पहली बार है जब किसी मंत्री ने उनको ख़ुद मीटिंग के लिए बुला कर उनकी मुश्किलें जानी हैं और बाग़बानी को प्रफुल्लित करने के लिए उनके सुझाव माँगे गए हैं। इस मौके पर बाग़बानी विभाग की डायरैक्टर शैलेंद्र कौर और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।