राष्ट्रपति चुनाव: उम्मीदवार यशवंत सिन्हा बोले- यह चुनाव तय करेगा कि देश में लोकतंत्र है या नहीं
प्रधानमंत्री Narendra Modi ने डाला वोट, पूर्व प्रधानमंत्री ManMohan Singh व्हीलचेयर पर वोल डालने पहुंचे। 21 जुलाई को देश को मिल जाएंगे नए महामहीम. Yashwant Sinha की राह आसान नहीं।
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नई दिल्ली 18-Jul-2022
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। 21 जुलाई को देश को नए महामहीम मिल जाएंगे। इस मतदान में कुल 4800 निर्वाचित सांसद और विधायक हिस्सा ले रहे हैं। जारी वोटिंग के बीच विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि ये चुनाव बहुत जरूरी है। यह तय करेगा कि देश में लोकतंत्र है या नहीं।Yashwant Sinha ने सांसदों और विधायकों से कहा कि अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुनें और प्रजातंत्र को बचाने के लिए मतदान करें। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले यशवंत सिन्हा ने साफ शब्दों में कहा था कि देश का लोकतंत्र खतरे में है। यदि देश को लोकतंत्र को बचाना है तो उनका राष्ट्रपति बनना बहुत जरूरी है। उन्होंने ये ऐलान भी किया था कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो CAA कानून को लागू नहीं होने देंगे।
#WATCH भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद मनमोहन सिंह ने संसद में भारत के राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में वोट डाला।#PresidentialElection pic.twitter.com/2u6SMDb60y
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री ManMohan Singh ने संसद में भारत के राष्ट्रपति पद के लिए हो रहे चुनाव में वोट डाला। उम्र और स्वास्थय ठीक ना होने के कारण वो व्हीलचेयर पर दिखे। लेकिन वो वोट डालने जरूर आए। यही भारती की खूबसूरती को दिखाता है।
#WATCH Prime Minister Narendra Modi votes to elect new President, in Delhi#PresidentialElection pic.twitter.com/pm9fstL46T
राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग जारी है। प्रधानमंत्री Narendra Modi ने भी इस दौरान मतदान किया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 27 दलों के समर्थन के साथ द्रौपदी मुर्मू का पलड़ा भारी लग रहा है। वहीं महज 14 दलों का समर्थन के साथ सिन्हा पिछड़ते नहीं आ रहे हैं। वाकि 21 जुलाई को सबकुछ सामने आ जाएगा और देश को नया महामहीम मिल जाएगा।
वोटिंग से पहले सिन्हों ने क्या अपील की-
ये चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि आने वाले दिनों में ये दिशा तय करेगा कि भारत में प्रजातंत्र बचेगा या धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा। अभी तक मिले संकेत से पता चलता है कि हम समाप्ति की ओर बढ़ रहे हैं। मैं आज सभी मतदाताओं से अपील करना चाहता हूं कि वो अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनें। मैं उम्मीद करता हूं कि सब प्रजातंत्र को बचाने के लिए मेरे पक्ष में अपना वोट डालेंगे।
कैसे होता है राष्ट्रपति का चुनाव-
संसद के दोनों सदनों के सदस्य वोट डालते हैं: उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों के सदस्यों से मिलकर बनने वाले निर्वाचक मंडल यानी इलेक्टोरल कॉलेज के जरिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व पद्धति से होता है। संसद के दोनों सदनों के सदस्य इसमें हिस्सा लेते हैं। राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचित सांसदों के साथ-साथ विधायक भी मतदान करते हैं। वहीं राष्ट्रपति चुनाव में मनोनीत सांसद वोट नहीं डाल सकते हैं।