5 Dariya News

काली विवाद में बागेश्वर धाम की एंट्री:बाबा बोले- ऐसे लोगो की ठठरी बनाओ, मुंह-कान में सिगरेट ठूसो

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर Dhirendra Krishna Shastri ने Kaali विवाद पर फिल्म बनाने वालों को लगाई फटकार, दी गाली

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छतरपुर 13-Jul-2022

मां काली पोस्टर विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन कोई न कोई साधू-संत या बाबा काली विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दे देता है। अब इस विवाद में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर Dhirendra Krishna Shastri की एंट्री भी हो गई है। पीठाधीश्वर धीरेंद्र ने मां Kaali के पोस्टर को लेकर आपत्ति जताई और संयम छोड़ते हुए बुंदेली में गाली दी। कथा के दौरान बाबा को अचानक गुस्सा आ गया और बोले कि लोग यह फिल्म बिल्कुल ना देखें। जिन्होंने मां काली के पोस्टर पर सिगरेट लगाई है उनके मुंह और कान में सिगरेट भर देनी चाहिए। उन्होंने बुंदेली में गाली देते हुए कहा कि ऐसे लोगों की ठठरी बना देनी चाहिए।

Dhirendra Krishna Shastri को आपने अकसर सोशल मीडिया पर प्रवचन देते हुए सुना या देखा होगा। बाबा भक्तों के मन की बात बिना बताए समझ जाते हैं। उनका दावा है कि उन तक ये जानकारी बागेश्वर भगवान पहुंचाते हैं। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने बयानों के चलते सोशल मीडिया में अक्सर चर्चाओं में रहते हैं। लोगों के अंदर इस बात की जिज्ञासा है कि क्या जिस तरीके से सोशल मीडिया में उनके बारे में दिखाया जाता है तो क्या वो सच है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मध्यप्रदेश के धतरपुर जिले के ग्राम गड़ा में बागेश्वर धाम स्थित है। बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र शास्त्री भक्तों को देखकर ही बता देते हैं कि उन्हें क्या समस्या है। बागेश्वर धाम में रोजाना हजारों की तादाद में लोग दर्शन करने के लिए जाते हैं। जहां पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मिलने के लिए लंबी- चौड़ी लाइन लगती है। और बाद में पंडित धीरेंद्र भक्तों से मिलकर एक पर्ची बनाते हैं जहां वो उनकी परेशानियों को लिख देते हैं। इसके बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री लोगों की परेशानियों का उपाए भी बताते हैं। भले ही आपको सुनने में थोरा अजीब लग रहा होगा, लेकिन टीवी में तो ऐसा ही कुछ दिखाया जाता है।

अब बात करते हैं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की उपलब्धियों की। उन्हें इंग्लैंड की संसद में सम्मानित किया जा चुका है। ब्रिटेन की संसद के द्वारा बागेश्वर महाराज को संत शिरोमणि, वल्र्ड बुक ऑफ लंदन और वल्र्ड बुक ऑफ यूरोप के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में करोड़ों फॉलोअर हैं।