5 Dariya News

एनईपी 2020 भारत में संपूर्ण उच्च शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने की एक क्रांतिकारी नीति है : रोहित कंसल

5 Dariya News

श्रीनगर 27-Jun-2022

प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा विभाग रोहित कंसल ने आज यहां सरकारी महिला कलेज, एमए रोड के लल्ला आरिफा सभागार में 'एनईपी-2020 की तैयारी और कार्यान्वयन' पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 को क्रांतिकारी नीति बताया और कहा कि यह नीति चरणबद्ध तरीके से भारत में पूरे उच्च शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र को बदलने का वादा करती है।

उन्होंने दोहराया कि एनईपी-2020 सभी संबंधितों से काफी चर्चा, विचार-विमर्श और सुझावों के बाद अस्तित्व में आई है।कंसल ने सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा "अब पैकेज को लागू करने का समय आ गया है। और जब नीति के कार्यान्वयन की बात आती है, तो हम सभी की भूमिका अनिवार्य होती है। हमारे शैक्षणिक मानकों के संरक्षक में विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है।

एनईपी की व्यापक रूपरेखा पर प्रकाश डालते हुए, प्रमुख सचिव ने कहा कि नीति पास आउट छात्रों की रोजगार योग्यता और उनके कौशल पर केंद्रित है जहां ये छात्र एक उचित और जीवंत शैक्षिक पारिस्थितिकी तंत्र के माध्यम से उपयोगी हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि कलेजों में एक शोध और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र बनाने की आवश्यकता है जहां बेहतर और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा हेतु छात्रों और समाज के लिए विचारों को व्यवहार में लाया जा सके।

अपने संबोधन के दौरान, उपकुलपति क्लस्टर विश्वविद्यालय प्रो कयूम हुसैन ने भारत की अर्थव्यवस्था का चेहरा बदलने में एनईपी 2020 के महत्व के बारे में बात की और कहा कि यह देश के लिए एक बड़ा वरदान साबित होगा।इस अवसर पर बोलते हुए, कश्मीर विश्वविद्यालय के उपकुलपति प्रो नीलोफर खान ने आशा व्यक्त की कि एनईपी 2020 को जम्मू-कश्मीर के सभी शैक्षणिक संस्थानों में पूरी तरह से लागू किया जाएगा।

निदेशक कलेज जम्मू-कश्मीर डॉ. यास्मीन आशा ने सम्मेलन के बारे में एक संक्षिप्त जानकारी दी और कहा कि सम्मेलन हितधारकों और शिक्षाविदों के साथ प्रभावी और व्यापक परामर्श में मदद करेगा और एनईपी 2020 के बेहतर कार्यान्वयन हेतु एक रोडमैप तैयार करेगा।

प्रिंसिपल गवर्नमेंट वुमेंस कलेज श्रीनगर प्रो. रूही जन कंठ ने एनईपी 2020 का संक्षिप्त विवरण दिया और कहा कि नीति में प्रौद्योगिकी के विस्तार के साथ रचनात्मक और तार्किक सोच के साथ बहु-विषयक और समग्र शिक्षा की परिकल्पना की गई है। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के विचार-विमर्श का उपयोग केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में एनईपी के कार्यान्वयन को शुरू करने हेतु किया जाएगा।

दो दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन, 'बहुविषयक और समग्र शिक्षा' पर एक तकनीकी सत्र भी आयोजित किया गया, जिसकी अध्यक्षता कश्मीर विश्वविद्यालय के वीसी प्रो नीलोफर खान ने की।सम्मेलन के दौरान, कई विश्वविद्यालयों के उपकुलपतियों के अलावा प्रतिष्ठित शिक्षाविद और प्रशासक एनईपी-2020 के कार्यान्वयन से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करने हेतु चर्चा में भाग लेने जा रहे हैं।