आखिर क्या है SYL? जिसकी वजह से Sidhu Moosewala के गाने पर हो रहा बवाल

5 Dariya News

आखिर क्या है SYL? जिसकी वजह से Sidhu Moosewala के गाने पर हो रहा बवाल

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24-Jun-2022

Sidhu Moose Wala भले ही आज हमारे बीच नहीं है लेकिन उनके नए गाने SYL ने फिर से उन्हें लोगों के बीच जिंदा कर दिया है। सिद्धू की आवाज में उनका आखिरी गाना SYL रिलीज हो गया है। इस गाने जहां सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए, वहीं इस गाने पर बवाल भी हो रहा है। कुछ लोग गाने का विरोध कर रहे हैं। इस सब के बीच सबसे पहले हमें ये पता होना चाहिए कि आखिर ये SYL विवाद है क्या? जिस पर सिद्धू ने पूरा गाना ही बना दिया।

SYL का मतलब Sutlej-yamuna-link है। 1966 में पंजाब से जब अलग हरियाणा राज्य बना तभी से यह विवाद है। 10 साल के लंबे विवाद के बाद 1976 में दोनों राज्यों के बीच जल बंटवारे को अंतिम रूप दिया गया और इसी के साथ सतलुज यमुना नहर बनाने की बात कही गई। 24 मार्च 1976 को केंद्र सरकार ने पंजाब के 7.2 MAF यानी मिलियन एकड़ फीट पानी में से 3.5 MAF हिस्सा हरियाणा को देने की अधिसूचना जारी की थी, जिसके बाद पंजाब के किसान फिर सड़क पर उतर आए। इसके बाद साल 1981 में समझौता हुआ और इंदिरा गांधी ने 8 अप्रैल 1982 को पंजाब के पटियाला जिले के कपूरई गांव में SYL का उद्घाटन किया था। 

इसके बाद सबको उम्मीद थी कि ये विवाद अब थम जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं। रुकने के बजाए ये विवाद और बढ़ गया। 1985 में राजीव गांधी ने SAD प्रमुख Harchand Singh Longowal से मुलाकात की थी और फिर एक नए न्यायाधिकरण के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। हरचंद सिंह लोंगोवाल को समझौते पर हस्ताक्षर करने के एक महीने से भी कम समय में आतंकवादियों ने मार दिया था। 1990 में नहर से जुड़े रहे एक मुख्य इंजीनियर ML सेखरी और Superintendent Engineer अवतार सिंह औलख को बब्बर खालसा गुट के बलविंदर सिंह जटाणा ने अपने 2 और साथियों के साथ मिलकर मार दिया था। नहर के पानी के चलते हरियाणा सरकार ने 1996 में सुप्रीम कोर्ट में दस्तक दी। इसके बाद 15 जनवरी 2002 को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब को एक साल में SYL बनाने का निर्देश दिया। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ 4 जून 2004 पंजाब सरकार ने अपनी याचिका दायर की, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया।

पंजाब सुप्रीम कोर्ट के फैसले से खुश नहीं था। पंजाब ने पंजाब टर्मिनेशन ऑफ एग्रीमेंट एक्ट-2004 बनाकर तमाम जल समझौते रद्द कर दिए।  इस तरह से पंजाब ने हरियाणा को पानी देने वाले समझौते को मानने से ही इनकार कर दिया था। 12 साल तक यह मामला ठंडे बस्ते में पड़ा रहा और 2015 में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व में बनी बीजेपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से राष्ट्रपति के रेफरेंस पर सुनवाई के लिए संविधान पीठ गठित करने का अनुरोध किया। फरवरी 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने पांच जजों की पीठ गठित की, जिसने सुनवाई कर केंद्र सरकार से दोनों राज्यों के बीच के विवाद को जल्द से जल्द सुलझाने की बात कही।

इस पर पंजाब का कहना है कि हम अदालती आदेश का पालन करना चाहते हैं, लेकिन अपने किसानों को नजरअंदाज कर ऐसा नहीं कर सकते। हमारे किसान भूख से मरें और हम सतलुज, यमुना और ब्यास नदी का पानी किसी और क्यों दें। पानी हमारी जरूरत हैं। पंजाब के इसी रुख के कारण वर्षों से इस मामले का समाधान नहीं निकल पा रहा। ऐसे में अगर ये मामला फिर से तूल पकड़ता है तो दोनों राज्यों के किसान आपस में बंट सकते हैं।

कौन थे हरचंद सिंह लोंगोवाल- 

हरचंद सिंह लोंगोवाल 1980 के दशक के पंजाब विद्रोह के दौरान अकाली दल के अध्यक्ष थे । उन्होंने 24 जुलाई 1985 को राजीव गांधी के साथ पंजाब समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसे राजीव-लोंगोवाल समझौते के रूप में भी जाना जाता है। सरकार ने अकाली दल की अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लिया, जो बदले में अपना आंदोलन वापस लेने के लिए सहमत हो गए। इसमें SYL नहर योजना भी शामिल थी। पंजाब समझौते पर हस्ताक्षर करने के एक महीने से भी कम समय के बाद, लोंगोवाल की सिख समूहों द्वारा हत्या कर दी गई, जिन्होंने समझौते से निराश महसूस किया और इसका विरोध किया।

सिद्धू मूसेवाला ने गाने में क्या कहा है- 

गाने के बोल हैं कि हमें चंडीगढ़, हरियाणा और हिमाचल दो. पानी के बारे में भूल जाओ, हम तब तक एक बूंद भी नहीं देंगे जब तक आप हमें संप्रभुता नहीं देंगे। रिपोर्ट के अनुसार एक जगह बोल हैं कि "मेरी कलम नहीं रुकेगी और हर दिन एक नया गीत लिखा जाएगा. अगर आप पीछे नहीं हटेंगे तो बलविंदर जट्टाना जैसा कोई वापस आ जाएगा।

सिद्धू मूसेवाला के गाने का एक-एक शब्द का हिंदी मतलब समझें- 

हम लोगों को अपने पूर्वज और परिवार वापस दे दो

हमारा चंडीगढ़, हिमाचल और हरियाणा दें दो

जब तक आप कोई समाधान नहीं ढूंढ लेते तब तक आपको पानी की एक बूंद भी नहीं मिलेगी

कौन बदमाश थे और कौन आतंकवादी थे,

एक बार गवाही दे दो

बंदी बनाये गई सिखों को रिहाई दे दो,

जब तक हमारे हाथों में से हथकड़ियाँ निकाल नहीं दोगे

जब तक तुम समस्या का समाधान नहीं निकालोगे, तब तक हम तुम्हें एक बूंद पानी भी नहीं देंगे।

छोटी सोच रखने वाले तुम बड़ा सोचो,

क्यों तुम सिखों के साथ पंगा लेते हो,

मूसे गाँव वाले मुफ़्त में किसी को भी सलाह नहीं देते हैं।

जब तक तुम समस्या का समाधान नहीं निकालोगे, तब तक हम तुम्हें एक बूंद पानी भी नहीं देंगे।

पानी का क्या है, पानी तो पूलों के नीचें से होकर ही बहेगा,

तुम चाहे हमें मिला लो, लेकिन हम तुम्हारे नीति नहीं मानेंगे,

तुम हमें डरा के मांगते हो, इसीलिए हम तुम्हें नहीं देते हैं,

जब तक तुम समस्या का समाधान नहीं निकालोगे, तब तक हम तुम्हें एक बूंद पानी भी नहीं देंगे।

मेरी कलम नहीं रुकेगी, अब रोज मेरा नया गाना आएगा,

अगर तुम पीछे नहीं हटोगे तो फिर से कोई बलविंदर जटाना आयेगा,

फिर जट्टों के लड़कें नहरों के पानी को बंद करा देंगे।

जब तक तुम समस्या का समाधान नहीं निकालोगे, तब तक हम तुम्हें एक बूंद पानी भी नहीं देंगे।

English : What Is SYL, It’s History & Disputes, Sidhu Moosewala Mentioned In His Song