नुपुर पर बोले नसीरुद्दीन शाह- उन्हें बहुत कम सजा मिली.. नफरत रोकने के लिए PM को आगे आना चाहिए

5 Dariya News

नुपुर पर बोले नसीरुद्दीन शाह- उन्हें बहुत कम सजा मिली.. नफरत रोकने के लिए PM को आगे आना चाहिए

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09-Jun-2022

पैगंबर मोहम्‍मद पर विवादित बयान का मामला रुकता हुआ नजर नहीं आ रहा है। इसका शोर भारत ही नहीं पूरी दुनिया में सुनाई दे रहा है। अब इस मामले में अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने अपनी राय रखी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि- इस मामले ने अपना 'मुंह खोलने' में और निंदा करने में सरकार ने करीब 7 दिन का समय लगा लिया, यह बहुत देरी से हुआ।  नुपुर शर्मा के बारे में नसीर ने कहा कि वह 'फ्रिंज एलिमेंट' (अराजक तत्‍व) नहीं हैं, वह भाजपा कर प्रवक्ता थी। 

नसीर ने कहा, आप मुझे कोई भी ऐसा बयान या रिकॉर्डिंग दिखाएं जिसमें मुस्लिमों ने हिंदुओं देवी-देवताओं पर कोई बात कही हो। मुझे लगता है कि समय आ गया है। अगर वे समाज में फैल रही नफरत को रोकना चाहते हैं तो पीएम नरेंद्र मोदी को आगे आना चााहिए। नसीर ने कहा कि आज आलम यह है कि यदि कोई मुस्लिम अपने अधिकार की बात करता है तो उस पर निशाना साधा जाता है। आखिर हम हर किसी को भारतीय की तरह क्‍यों नहीं देखते।

गुरुग्राम में नमाज अदा करने को मामला पिछले समय में चर्चा में रहा था। नसीरुद्दीन शाह ने एक निजी चैनल से कहा- भारत सरकार ने नुपुर शर्मा पर  जो कार्रवाई की, बहुत बहुत कम और बहुत देर से की। पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान, जिन्हें हम एक दिन 'अखंड भारत' में शामिल करने की उम्मीद रखते हैं, ऐसे देशों में इस प्रकार के बयान का मतलब मौत की सजा होगा। क्योंकि इन्हें ईशनिंदा समझा जाएगा। यहां शीर्ष पर बैठे लोगों ने कुछ नहीं बोला।

चुपचाप तमाशा देख रहे हैं। नुपुर शर्मा अब मांफी मांग रही है। जोकि एक पाखंड है। आहत भावनाओं को शांत करना शायद ही इसका मकसद था। यदि नफरत पैदा करने वाली इस प्रकार की बात फिर से की जाए, तो मुझे हैरानी नहीं होगी। यह विडंबना है कि आप शांति और एकता की बात करते हैं, तो आपको एक साल से अधिक समय तक जेल में बंद कर दिया जाता है। आप नरसंहार की बात करते हैं, तो आपको मामूली सी सजा मिलती है। यहां दोहरे मापदंड अपनाए जा रहे हैं। 

जान से मारने की धमकी देना गलत

नसीरुद्दीन शाह ने नुपुर शर्मा और उनके परिवार को जान से मरने को धमकियों की निंदा की है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि ये रास्ता बिलकुल गलत है। भारत में ऐसा कभी नहीं होता था। ये काम पाकिस्तान और अफगानिस्तान जैसे देशों में होता है। हम ऐसे देशों के बारे में चर्चा भी नहीं करना चाहते। लेकिन हमें सोचना होगा कि जिस रास्ते पर हम जा रहे हैं क्या वो सही है? आज देश में पीट-पीट कर लोगों को मारा जा रहा है भारत में ऐसी चीजें नहीं होती थी, बर्बर इस्लामी देशों में ये सब होता था।