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प्रधानमंत्री के 'रिफॉर्म, परफॉर्म एंड ट्रांसफॉर्म' मंत्र पर चल नए, समृद्ध भारत का निर्माण करें युवाः आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल

श्रीमती पटेल ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं के वार्षिक दीक्षांत समारोह में 877 छात्रों को डिग्री प्रदान कर किया सम्मानित

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घड़ूआं 08-Jun-2022

'देश के युवाओं को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म (सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन) के मंत्र का पालन करना चाहिए और अपने उज्ज्वल भविष्य तथा एक नए, समृद्ध भारत के निर्माण के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।' ये शब्द उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी, घड़ूआं कैंपस में आयोजित वार्षिक दीक्षांत समारोह में कहे। कहे।

इस बात पर जोर देते हुए कि किसी भी देश के युवाओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल ही उसके भविष्य की दिशा तय करेगा, श्रीमती पटेल ने पासआउट होने वाले छात्रों से आह्वान किया कि वे अपनी शिक्षा और उनके सामने आने वाले एक नए, उज्ज्वल भविष्य का अधिक से अधिक लाभ उठाएं।कोन्वोकेशन के दौरान मैनेजमेंट और लॉ बैच 2021 के 5 कोर्सों के कुल 877 छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।

इस अवसर पर श्रीमती आंनदीबेन पटेल ने बतौर मुख्य अतिथि यूनिवर्सिटी कैंपस में शिरकत की, जबकि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर स. सतनाम सिंह संधू और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट प्रो. हिमानी सूद सहित अन्य अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।दीक्षांत समारोह के दौरान श्रीमती पटेल ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह में अपने भाषण में श्रीमती पटेल ने कहा कि प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष और वार्षिक दीक्षांत समारोह अपने साथ नई चुनौतियाँ और नए अवसर लेकर आता है। 

पासआउट छात्रों को बधाई देते हुए, उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे 'नए समाज और नए भारत' के निर्माण में योगदान देंगे। 'जैसे कि हम ज्ञान की एक महाशक्ति बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं, इस देश के युवाओं को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म (सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन) के मंत्र को याद रखना चाहिए और उसका पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने स्वयं के उज्ज्वल भविष्य के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए और एक नए, समृद्ध भारत के निर्माण के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए, जो सभी क्षेत्रों में दुनिया का नेतृत्व करेगा।

श्रीमती पटेल ने कहा कि किसी भी देश के युवाओं की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और कौशल ही उसकी प्रगति तय करेंगे और उन्होंने युवाओं से एक नया, समृद्ध, सुखी और शांतिपूर्ण भारत बनाने की दिशा में अपनी सारी ऊर्जा और जुनून को लगाने का आह्वान किया। यह कहते हुए कि किसी भी राष्ट्र या सभ्यता का विकास उसके शैक्षणिक संस्थानों द्वारा तय किया जाता है, श्रीमती पटेल ने कहा कि विश्वविद्यालय, विशेष रूप से एक राष्ट्र की आत्मा हैं, और देश के प्रगतिशील, आत्मनिरीक्षण और वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाते हैं। 

उन्होंने कहा, हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हर विश्वविद्यालय शिक्षा, रिसर्च, क्षमता निर्माण आदि जैसे मानकों पर अच्छा प्रदर्शन करे, ताकि भारत वैश्विक स्तर पर और आगे बढ़े।व्यक्ति के दृष्टिकोण, सामाजिक संतुलन और राष्ट्र विकास पर शिक्षा के सकारात्मक प्रभाव के बारे में बात करते हुए श्रीमती पटेल ने कहा कि नई शिक्षा नीति-2020 ने समृद्ध भारतीय शिक्षा प्रणाली को एक नई दिशा दी है, जिसमें मातृभाषा में शिक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।

श्रीमती पटेल ने युवाओं को सामान्य से संतुष्ट न होने की चेतावनी दी और उनसे शीर्ष तक पहुंचने तक अपनी मेहनत जारी रखने का आग्रह किया। श्रीमती पटेल ने कहा कि पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी होने के कारण, चंडीगढ़ पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने की बड़ी जिम्मेदारी है और उन्होंने खुशी व्यक्त की कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी इस जिम्मेदारी को बखूबी निभा रही है।

इससे पूर्व श्रीमती पटेल ने 5 विभिन्न ग्रेजुएट कोर्सों के (बैच-2021) के 877 छात्रों को डिग्री प्रदान की। विभिन्न कोर्सों में टॉप करने वाले 5 मेधावी छात्र गोल्ड मेडलिस्ट रहे। जबकि यूनिवर्सिटी के 11 स्कॉलर्स को  पीएचडी की डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान श्रीमति पटेल ने बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) से अजेश पाल सिंह, बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) से प्रियंका यादव, बीए.एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स से ईशा माथुर, बीकॉम से आईना वालिया सहित एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स और बीबीए.एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स से रूपोनिता नाग को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया।

बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) के 474, बैचलर ऑफ लॉ (एलएलबी) के 75, बीए.एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स के 176, बीकॉम.एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स के 74 और बीबीए.एलएलबी इंटीग्रेटेड कोर्स के 78 छात्रों को समारोह में डिग्रियां पदान कर सम्मानित किया गया।इस अवसर पर बोलते हुए, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर स. सतनाम सिंह संधू ने पासआउट छात्रों को बधाई दी और उनके भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। 'आज जब आप अपनी प्रोफेशनल लाइफ  शुरू कर रहे हैं, तो आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आप अपने ज्ञान का उपयोग अपने जुनून को बढ़ावा देने और महान चीजें हासिल करने के लिए करेंगे। 

करियर की यात्रा में अपने माता-पिता के बारे में सोचें और जो सपने उन्होंने आपके लिए देखे हैं, उन्हें पूरा करने का प्रयास करें। वह करें, जो आप सबसे बेहतर करते हैं, क्योंकि आपका जुनून और रुचि आपको जीत दिलाती है। उन्होंने विश्वास जताया कि यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट छात्र अपने समर्पण, प्रतिभा और कड़ी मेहनत के साथ देश के विकास में योगदान देंगे।