कानपुर हिंसा: पुलिस ने जारी की 40 दंगाइयों की फोटो.. कहा- इनकी सूचना दो, बाकी हम देख लेंगे

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कानपुर हिंसा: पुलिस ने जारी की 40 दंगाइयों की फोटो.. कहा- इनकी सूचना दो, बाकी हम देख लेंगे

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कानपुर 06-Jun-2022

कानुपर हिंसा को लेकर यूपी पुलिस पूरी तरह एक्शन में आ चुकी है। CM योगी के फ्री हैंड के बाद पुलिस का मनोबल और बढ़ गया है। इस हिंसा को लेकिर पुलिस अब तक 38 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं कानपुर पुलिस ने उन 40 दंगाइयों के फोटो सार्वजनिक कर दिए हैं, जिनके खिलाफ उसने FIR की है। अब पुलिस उनकी तलाश में जुट चुकी है। इनमें वो लोग भी शामिल हैं, जो नुपुर शर्मा के खिलाफ पुलिस में FIR दर्ज कराने आए थे। कानपुर पुलिस द्वारा लगाए गए दंगा आरोपियों के होर्डिंग और पोस्टर आलोचना का विषय बन गया है।

कानपुर हिंसा मामले में यूपी पुलिस ने सीसीटीवी और वीडियो फुटेज खंगालने के बाद 40 आरोपियों की तस्वीरें जारी की है. इन सभी उपद्रवियों पर हिंसा में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने इन आरोपियों की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखने का ऐलान किया और इसके लिए मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है। जिन आरोपियों की तस्वीर पुलिस ने जारी की है उनकी पहचान घटना के वीडियो फुटेज से की गई है। कानपुर पुलिस ने सूचना देने के लिए बेकनगंज थाने के इंस्पेक्टर का मोबाइल नंबर 9454403715 जारी किया है। वहीं इस मामले में शहर काजी अब्दुल कुद्दूस हादी का बयान आया है।

उन्होंने कहा- अगर हिंसा होती है, तो दो पक्ष होते हैं। पुलिस ने एक पक्ष के खिलाफ कार्रवाई की है जबकि दूसरा पक्ष जो अपराध के लिए समान रूप से जिम्मेदार है उसे छोड़ा जा रहा है। अपने दावे के समर्थन में उन्होंने कहा कि FIR में नामजद सभी 36 लोग एक समुदाय से थे। अन्य समुदायों के सदस्यों को क्यों नहीं गिरफ्तार किया जाता है या उनके खिलाफ FIR क्यों नहीं दर्ज की जा रही है। वहीं शहर काजी ने ये भी दावा किया कि  जब वह कानपुर के पुलिस आयुक्त के आह्वान पर लोगों को शांत करने गए तो उनके और उनके बेटों के साथ मारपीट की गई।

क्यों हुई कानपुर हिंसा-

शुक्रवार 27 मई को भाजपा के प्रवक्ता के तौर पर नुपुर एक TV चैनल की डिबेट में पहुंचीं। बहस के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग हिंदू आस्था का लगातार मजाक उड़ा रहे हैं। अगर यही है तो वह भी दूसरे धर्मों का मजाक उड़ा सकती हैं। नुपुर ने इसके आगे इस्लामी मान्यताओं का जिक्र किया, जिसे कथित फैक्ट चेकर मोहम्मद जुबैर ने अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया और नुपुर पर पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने का आरोप लगाया। इस बयान के बाद देश में दंगे होने खतरा बढ़ गया था। सांप्रदायिक हिंसा बढ़ने का डर था। कानपुर में इसी के चलते एक समुदाय ने मार्केट बंद कर करने का आहवाहन किया। वहीं कानपुर हिंसा के पीछे की वजह भी  नुपुर शर्मा का यही बयान था। अच्छी बात ये है कि समय रहते इसे पुलिस ने संभाल लिया। अब पुलिस सभी दंगाइयों को खोज रही है।