जागते-सोते बेवजह हिलाते हो पैर, तो सावधान हो जाओ.. ये आदत नहीं बीमारी का संकेत है

5 Dariya News

जागते-सोते बेवजह हिलाते हो पैर, तो सावधान हो जाओ.. ये आदत नहीं बीमारी का संकेत है

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06-Jun-2022

पैर हिलाना बहुत सारे लोगों की आदत होती है। स्वास्थ्य के हिसाब से देखें तो इससे कोई इससे सीधे तौर पर कोई नुकसान तो नहीं होता, लेकिन यह आदत शरीर में किसी प्रकार की कमी की ओर इशारा करती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पैर हिलाने की आदत इस बात की ओर इशारा है कि व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी है। ऐसे लोगों को डॉक्टर के पास जाकर चेकअप करा लेना चाहिए।

वहीं यह आदत लोगों को रात में सोते समय होती है। सोते हुए भी लोग पैर हिलाते हैं। ये काम अक्सर डायबिटीज के मरीजों का होता है लेकिन कुछ दूसरे लोग भी इस परेशानी का शिकार होते हैं। दरअसल, ये रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के कारण होता है। ये रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम के कारण ज्यादातर लोग सोते समय पैरों में बेचैनी महसूस करते हैं। ये शरीर में विटामिन और मिनरल्स की कमी के कारण हो सकता है।

महिलाओं में ये आयरन की कमी का संकेत हो सकता है, तो कुछ अन्य लोगों में ये विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है।बेवजह पैर हिलाने की आदत लोगों को ऐसे ही नहीं पड़ती है। ज्‍यादातर लोग जब चिंतित या फिर तनाव में होते हैं तो पैर हिलाते हैं। कुछ लोग कुछ सोचने के दौरान पैर हिलाते हैं और कुछ लोग धूम्रपान या शराब पीने के समय पैर हिलाते हें। यह समस्या कई वजहों से हो सकती है।

ये है कारण-

बोरियत की वजह से

बोरियत और मानसिक रूप से परेशान होने पर इंसान अपने पैरों को हिलाता है। इस स्थिति में पैरों को हिलाने से इंसान का दिमाग थोड़ा शांत होता है। ऐसे लोग जो किसी जगह पर बैठे हुए बोर हो चुके हों उनमें यह समस्या जरूर होती है।

टेंशन या एंग्जायटी की वजह से

एंग्जायटी की वजह से भी बेवजह पैर हिलाने की समस्या हो सकती है। इस तरह की समस्या में पैर हिलाना थोड़ी देर के लिए ही होता है उसके बाद जब एंग्जायटी खत्म हो जाती है तो यह समस्या भी अपने आप खत्म हो जाती है।

रेस्टलेस लेग सिंड्रोम

यह स्थिति तब होती है जब व्यक्ति को अपने पैरों में कुछ महसूस नहीं होता यानि उसे पैर सुन्न महसूस होते हैं। खासतौर पर यह समस्या शाम या रात के समय होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह वो समय है जब व्यक्ति लंबे समय तक बैठे रहता है। तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को अपने पैरों में खालीपन महसूस होता है और चलने में दिक्कत भी महसूस हो सकती है।

विटामिन B12 की कमी

अकसर लोग अपनी विटामिन B12 की जांच नहीं करवाते हैं। क्योंकि इसकी कमी की चलते शरीर में कोई दिक्कत या दर्द नहीं होती है। विटामिन B 12 की कमी के कारण शरीर में कई सारी चीजें प्रभावित होने लगती हैं। जैसे कि ब्लड सर्कुलेशन। दरअसल, जब आपका ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होता तो रात में सोते समय हमें पैरों में दर्द और बेचैनी महसूस होती है। ऐसे में विटामिन बी 12 वाले फूड्स ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बना कर इस समस्या को कम कर सकते हैं। । ये सीधे आपके शरीर एनर्जी देते हैं और इस बेचैनी से राहत दिलाते हैं। इसके लिए आपको मूंगफली, बीन्स, दाल और पालक जैसे चीजों को खाना चाहिए। 

विटामिन E की कमी के कारण 

विटामिन E ब्लड वेसेल्स को हेल्दी रखता है और नसों में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है। दरअसल, नसों का स्वस्थ ना होना ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है। इससे पैरों में बेचैनी होती है। इसलिए विटामिन E से भरपूर फूड्स जैसे कि कद्दू, बादाम, मूंगफली, पीनट बटर और लाल शिमला मिर्च खाएं।