कश्मीर में सेना को बड़ी कामयाबी: 15 पिस्टल, 30 मैगजीन, 300 गोलियों के साथ 2 आतंकियों को दबोचा

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कश्मीर में सेना को बड़ी कामयाबी: 15 पिस्टल, 30 मैगजीन, 300 गोलियों के साथ 2 आतंकियों को दबोचा

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कश्मीर 23-May-2022

कश्मीर से एक बड़ी खबर आ रही है। सुरक्षा बलों ने लश्कर ए तैयबा से जुड़े 2 आतंकियों को पकड़ा है। इसे एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। ये आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे। इनके पास से आपत्तिजनक सामग्री के साथ-साथ हथियार और गोला बारूद मिला है। इसमें 15 पिस्टल, 30 मैगजीन, 300 गोलियां और एक साइलेंसर शामिल है। कश्मीर में पंडितों का लगातार हमले हो रहे हैं। इन आतंकियों के पकड़े जाने से कश्मीर में हो रही टारगेट किलिंग पर कुछ रोक लगने के भी आसार दिख रहे हैं। खबर ये है कि ये पिस्टल श्रीनगर किसी मकसद से लाई गई थीं। यहां टारगेट किलिंग के लिए इनका इस्तेमाल होना था। पिछले कुछ हफ्तों में कश्मीर में टारगेट किलिंग की घटनाएं बढ़ गई हैं। कश्मीरी पंडितों को निशाना बनाया जा रहा है।

हाल ही में कश्मीरी पंडित राहुल भट्ट को इसी के तहत मार डाला गया था। 12 मई को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में एक तहसील दफ्तर के अंदर घुसकर आतंकियों ने राजस्व अधिकारी राहुल भट्ट की हत्या कर दी थी। राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीर पंडित रोड पर उतर आए हैं। उनकी मांग है कि उन्हें कश्मीर से बाहर निकाला जाए। वहां उनकी जान को खतरा है। बडगाम में राहुल भट्ट की हत्या के बाद कश्मीरी पंडित कर्मचारियों में डर का माहौल है। कर्मचारी सुरक्षित जगहों पर ट्रांसफर करने की मांग भी कर रहे हैं। इसी बीच आतंकियों ने भी कश्मीरी पंडितों को घाटी छोड़ने या मरने के लिए तैयार रहने की धमकी दी थी। लश्कर-ए-इस्लाम ने वहां पोस्टर लगाकर पंडितों को चेतावनी दी थी कि या तो घाटी छोड़ दें या फिर मरने के लिए तैयार रहें। सभी प्रवासी और RSS के एजेंट घाटी छोड़ दो या मरने के लिए तैयार रहो।

ऐसे कश्मीरी पंडित जो कश्मीर में एक और इजरायल चाहते हैं और कश्मीरी मुस्लिमों को मारना चाहते हैं, उनके लिए यहां कोई जगह नहीं है। यहां रहोगे तो तुम मरोगे।इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ये माना जा रहा है कि आतंकियों ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर एक हिट लिस्ट तैयार की हुई है। इस लिस्ट में कश्मीरी पंडितों के नाम है। इसलिए उन्हें टागरेट किया जा रहा है। आतंकी इनको मारकर घाटी में तनाव पैदा करना चाहते हैं। वहीं ये भी खबर है कि द कश्मीर फाइल्स फिल्म के बाद वहां के मुसलमान युवक और आतंकवादी काफी चिड़े हुए हैं। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने भी अपने बयान में ये कहा था कि कश्मीरी पंडितों पर जो भी हमले हो रहे हैं उसकी वजह द कश्मीर फाइल्स फिल्म है। इन हमलों को रोकना है तो इस फिल्म को बैन करना ही होगा।