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हनुमान चालीसा मामला: नवनीत राणा ने स्पीकर को चिट्ठी लिखी, कहा- न पानी पिलाया, न बाथरूम जाने दिया

नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है। नवनीत राणा ने चिट्ठी में लिखा कि मुझे 23 तारीख को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। 23 अप्रैल को मुझे पूरी रात पुलिस स्टेशन में ही गुजारनी पड़ी। रात को मैंने कई बार पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन रातभर मुझे पानी नहीं दिया गया।

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मुंबई 25-Apr-2022

अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा ने मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं। वहीं  नवनीत राणा ने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को चिट्ठी लिखी है। नवनीत राणा ने चिट्ठी में लिखा कि मुझे 23 तारीख को पुलिस स्टेशन ले जाया गया। 23 अप्रैल को मुझे पूरी रात पुलिस स्टेशन में ही गुजारनी पड़ी। रात को मैंने कई बार पीने के लिए पानी मांगा, लेकिन रातभर मुझे पानी नहीं दिया गया। मुझे कहा गया कि तुम अनुसूचित जाति की हो इसलिए हम तुम्हें गिलास में पानी नहीं दे सकते, क्योंकि इन्हीं गिलस में हम खुद पानी पीते हैं। मुझे मेरी जाति की वजह से पीने के लिए पानी तक नहीं दिया गया। 

नवनीत आगे कहती हैं कि मुझे रात को बाथरूम जाना था, लेकिन पुलिस स्टाफ ने मेरी इस मांग पर भी कोई ध्यान नहीं दिया। फिर मुझे गाली दी गई। कहा गया कि नीची जात वालों को पुलिस वाले अपना बाथरूम इस्तेमाल नहीं करने देते हैं। स्पीकर को लिखी चिट्ठी में नवनीत राणा ने लिखा कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में चल रही शिवसेना सरकार अपने हिंदुत्व के सिद्धांतों से पूरी तरह से भटक चुकी है। ये सरकार लोगों की विश्वास तोड़ रही है। ये भूल चुकी है कि हिंदुत्व की वजह से ही जनता ने इन्हें वोद दिए थे।

नवनीत ने चिट्ठी में कहा कि मैंने शिवसेना में हिंदुत्व की लौ फिर से जगाने को कोशिश की थी। इसी वजह से सीएम उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा के पाठ का ऐलान किया था। लेकिन मुझे ये सब करने से भी रोका गया। मुझे हनुमान चालीसा पढ़ने की वजह से गिरफ्तार किया गया। मैंने सीएम उद्धव ठाकरे को हनुमान चालीसा के पाठ में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था, लेकिन मेरी बात गलत तरीके से लिया गया और मुझे रोका गया। क्या हनुमान चालीसा का पाठ करना गलत है। झ पर आरोप लगाया गया कि मेरे इस कदम से मुंबई में कानून और व्यवस्था को खतरा हो सकता है।

पुलिस ने सांसद नवनीत और रवि राणा पर धारा 153 ए यानी धर्म के आधार पर 2 समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के मामले में गिरफ्तार किया था। बाद में पुलिस ने राणा दंपति पर धारा 353 के तहत एक और केस दर्ज किया गया था। फिर रविवार बांद्रा कोर्ट में अभियोजन पक्ष ने पुलिस रिमांड की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया। इसके बाद राणा दंपति पर राजद्रोह की धारा भी लगाई गई है। 

क्या है पूरा मामला- 

राणा दम्पति ने शुक्रवार को उद्धव ठाकरे के घर 'मातोश्री' के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया था। राणा दम्पति के इस ऐलान के बाद शनिवार को सुबह से ही उनके घर के बाहर भारी संख्या में शिवसैनिक जुट गए थे। उन्होंने दिनभर राणे दंपत्ति के घर के बाहर हंगामा किया। शिवसैनिकों ने राणे दम्पति पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया। पुलिस में दर्ज करवाई गई शिकायत में शिवसैनिकों ने कहा था कि उनके लिए मातोश्री मंदिर की तरह है। इस बाद नवनीत राणा और उनके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।