5 Dariya News

दृष्टिमान संसार की अमोलक जुगत है गुरबाणी जीवन रहस्य : डॉ. गुरमीत सिंह बैदवान

नियामियां की पुस्तक गुरबाणी जीवन रहस्य पर हुई विचार गोष्ठी

5 Dariya News

मोहाली 02-Apr-2022

वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक गुरप्रीत सिंह नियामियां की धार्मिक पुस्तक गुरबाणी जीवन रहस्य पर आज एक विचार गोष्ठी का आयोजन गुरुद्वारा अंब साहिब में किया गया। विचार गोष्ठी का यह कार्यक्रम पुस्तक के प्रकाशक अंतर्राष्ट्रीय पुआधी मंच की ओर से किया गया था। इस अवसर पर गुरुद्वारा तालमेल कमेटी के अध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह सौंधी, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की सदस्य परमजीत कौर लांडरां, प्रसिद्ध पुआधी लेखक डॉ. गुरमीत सिंह बैदवान, सेंट्रल जेल रूपनगर के अतिरिक्त सुपरडैंट हरसिमरन सिंह बल, डा मनदीप कौर टिवाणा तथा गुरप्रीत सिंह नियामिया अध्यक्षता मंडल में शामिल थे।पुस्तक के बारे अपने विचार प्रस्तुत करते हुए डॉ गुरमीत सिंह बैदवान ने कहा कि यह पुस्तक दृष्टिमान संसार की अमोलक जुगत है। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक पढ़कर व्यक्ति में गुरबाणी को और भी निकट से जानने की इच्छा पैदा होती है। उन्होंने कहा कि पुस्तक बहुत ही सरल भाषा में लिखी गयी है तथा पूरी पुस्तक पढ़ने के बाद और भी जिज्ञासा पैदा होती है कि इस विषय पर और भी कुछ पढ़ा जाए। उन्होंने पुआधी तथा टकसाली बोली में बोलते हुए अपना पर्चा सम्पूर्ण किया। उन्होंने कहा कि पुस्तक गुरबाणी जीवन रहस्य विभिन्न विषयों पर प्रकाश डालती है। यह जीवन बारे भी बताती है तथा गुरबाणी के बारे भी तथा इन दोनों के पीछे छुपे रहस्य के बारे भी प्रकाश डालती है। उन्होंने कहा कि मानवीय जीवन के ताले की चाबी गुरुबाणी का रहस्य ही है।

इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए डा मनदीप कौर टिवाणा ने कहा कि यह पुस्तक इतनी सरल भाषा में लिखी हुई है कि गुरबानी को न जानने वाला व्यक्ति भी गुरबाणी के प्रति आकर्षक होता है। व्यक्ति को लगता है कि उसे गुरबाणी के बारे और भी जानना चाहिए। उन्होंने पुस्तक के बारे अपने कुछ सुझाव भी लेखक को दिए। इस अवसर पर सेंट्रल जेल रूपनगर के अतिरिक्त सुपरडेंट हरसिमरन सिंह बल पीपीएस ने कहा के रहस्य शब्द बहुत गहरी बात करता है। उन्होंने कहा कि ज़िंदगी एक रहस्य है। इस रहस्य को जानना प्रत्येक व्यक्ति की इच्छा होती है। उन्होंने कहा कि इसी तरह गुरबाणी के रहस्य बारे जानना भी प्रत्येक व्यक्ति की प्रबल इच्छा होती है।इस पुस्तक के बारे बोलते हुए गुरप्रीत सिंह नियामिया ने कहा कि उन्हें बचपन में ही बुजुर्गों से गुरबानी के बारे में लगन लग गई थी तथा वह सिख इतिहास के प्रति आकर्षित हो गए थे। उन्होंने कहा कि वह लंबे समय से ऑल इंडिया रेडियो जालंधर के गुरुबाणी विचार कार्यक्रम में वार्ता प्रस्तुत करते आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हीं वार्ताओं का संग्रहण इस पुस्तक में किया है तथा इसके अलावा कुछ लेख विशेष तौर पर इस पुस्तक के लिए लिखे हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की सदस्य बीबी परमजीत कौर लांडरां ने कहा कि यह पुस्तक प्रत्येक घर का श्रृंगार होनी चाहिए। उन्होंने यहां पहुंचीं सभी शख्सियतों का धन्यवाद भी किया। इस अवसर पर औरों के अलावा अकाली नेता परमिंदर सिंह सोहाना, यूथ आफ पंजाब के चेयरमैन परमदीप सिंह बैदवान, गुरुद्वारा फेज 1 के अध्यक्ष प्रीतम सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मनजीत सिंह मान, कर्मसिंह बबरा, हरपाल सिंह सोढी, सुरजीत सिंह मठाड़ू, रवींद्र सिंह गुरुद्वारा भाई जैताजी, खेमसिंह गुरुद्वारा फेज 4, बाबा उमराव सिंह, हरदयाल सिंह, अमरीक सिंह, जतिंदर सिंह प्रचारक, हरजोत सिंह ढाढी जथा, मास्टर जसबीर सिंह, गुरजीत सिंह बिल्ला, हरबंस सिंह बागड़ी, प्रदीप सिंह हैप्पी, जगदीप सिंह बिटर, सुखदीप सिंह सोढी तथा अन्य अहम शख्सियतें भी उपस्थिति थी। इस अवसर पर डॉ कर्मजीत सिंह चिल्ला ने मंच संचालन किया तथा सभी की जान पहचान भी करवाई। इससे पहले सभी साहित्यकारों में पुस्तक का विमोचन भी किया।