5 Dariya News

सी.जी.सी झंजेड़ी कैंपस में छात्रों के लिए कैंसर जागरूकता सैमीनार का आयोजन

कैंसर से बचने और उस की रोकथाम के तरीके साँझा किये

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मोहाली 04-Feb-2022

चण्डीगढ़ ग्रुप आफ कालजिज के झंजेड़ी कैंपस में देश के भविष्य नौजवानों को भारत में लगातार पैर पसार रही कैंसर की बीमारी प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से कैंपस में एक सैमीनार का आयोजन किया गया। कैंसर से जुड़े कलंक और भय को कम करने के लिए जागरूकता अभियान क्लोज द केयर गैप फैलाने के लिए दिन समर्पित किया।यह जागरूकता सैमीनार फोर्टिस हेल्थकेयर, मोहाली के सहयोग से आयोजित की गई थी। सेहत से जुढ़ी यह अनमोल जानकारी देने के लिए डॉ नवल बंसल, सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, फोर्टिस हेल्थकेयर, मोहाली ने ख़ास तौर और शिरकत करते हुए छात्रों  के साथ अनमोल जानकारी सांझी की। इस के साथ ही उन्होंने छात्रों को रोज़ाना की खाने पीने की आदतों में सुधार लाने के लिए प्रेरणा दी। डॉ नवल बंसल के अनुसार कैंसर कई प्रकार के होते हैं लेकिन भारत के लोगों को प्रभावित करने वाले सबसे आम कैंसर फेफड़े, स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, गर्दन, मस्तिष्क और कोलोरेक्टल कैंसर हैं।

डॉ बंसल ने विद्यार्थियों को छाती के कैंसर सबंधी जानकारी देते हुए बताया कि हर साल भारत में १ लाख केस सिर्फ छाती के कैंसर से सबंधीत आते है और ज्यादातर केंसों में मरीज़ की आयु २० से  ३० साल होती हैं । जबकि इसके पीछे एक तंदुरूस्त जीवन ना जीना सब से बड़ा  कारण होता हैं। डॉ बंसल ने विद्यार्थियों  को कैंसर की विभिन्न स्टेज़ों के बारे में विस्तारसहित जानकारी देते हुए बताया कि कैंसर का प्रारंभिक स्टेज़ से पता लग जाए  तो इसका इलाज़ बेशक संभव है और कैंसर से सबंधीत लक्षण विद्यार्थियों को बताए। इसके साथ ही उन्होने विद्यार्थियों को अच्छी खुराक के बारे में जानकारी देते हुए रोज़ान डाइट चार्ट बनाने की सलाह दी । डॉ बंसल  ने छात्रों और समुदाय के लोगों को गर्भाशय ग्रीवा, गर्भाशय और स्तन कैंसर के बारे में और इसकी रोकथाम के बारे में शिक्षित किया।इस मौके पर सी जी सी  के प्रैज़ीडैंट रछपाल सिंह धालीवाल ने विद्यार्थियों को संबोधन करते हुए कहा कि छात्रों  को अकैडमिक शिक्षा देने साथ साथ उन  को सेहत प्रति भी जागरूक करना ज़रूरी है। जिससे यह विद्यार्थी आगे जा कर अच्छे और सेहतमंद नागरिक के तौर पर  समाज को आगे  लेकर जाये । प्रैज़ीडैंट धालीवाल ने उपस्थित विद्यार्थियों के साथ अपने विचार सांझे करते हुए विद्यार्थियों को रोज़मर्रा की जीवन जांच में अच्छो खाने पीने की आदतों अपनाने साथ साथ समय समय अपनी शारीरिक जांच कराने की प्रेरणा दी।