5 Dariya News

पंजाब का खजाना किसने लूटा, जांच करेगी ‘आप’ की सरकार- अरविंद केजरीवाल

तारीफ की हकदार है सिद्धू की हिम्मत, लेकिन पूरी कांग्रेस नवजोत को दबाने पर लगी हुई है- अरविंद केजरीवाल

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अमृतसर 23-Nov-2021

‘आप’ सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवालों के बड़ी बेबाकी और स्पष्टता से जवाब देते हुए जहां पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के हवाले के साथ सत्ताधारी कांग्रेस और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर चुटकियां ली, वहीं 2022 के चुनावों के मद्देनजर ‘आप’ द्वारा मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा के लिए सही समय के संबंध में भी बताया। इसके साथ ही अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की है कि ‘आप’ की सरकार बनने के बाद इस बात की गहराई से जांच की जाएगी कि पंजाब का खजाना किसने और कैसे खाली किया? खजाने की इस अंधी लूट में शामिल रसूखदारों को बख्शा नहीं जाएगा।नवजोत सिंह सिद्धू के संबंध में पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा कि ‘‘सिद्धू की हिम्मत की तारीफ करनी पड़ेगी। जब साथ बैठकर मुख्यमंत्री चन्नी रेता और बिजली सस्ती करने के दावे कर रहे थे तो नवजोत सिंह सिद्धू ने तुरंत कहा कि चन्नी झूठ बोल रहे हैं। सिद्धू जनता के मुद्दे उठा रहे हैं लेकिन पूरी कांग्रेस सिद्धू को दबाने में जुटी हुई है। कैप्टन की तरह अब चन्नी साहब भी सिद्धू के पीछे पड़ गए।’’ केजरीवाल द्वारा की जा रही घोषणाओं के लिए पैसे कहां से आएंगे? सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि सभी कह रहे हैं कि खजाना खाली है। 20-25 वर्षों से कांग्रेस कैप्टन और बादल-भाजपा वालों ने राज किया और मिलकर पंजाब का खजाना लूटा। ‘आप’ की सरकार बनने पर इसकी गहराई से जांच करेंगे। शाीला दीक्षित की 15 वर्षों की सरकार ने दिल्ली का खजाना भी खाली कर दिया था लेकिन केजरीवाल को खाली खजाने भरने आते हैं, क्योंकि केजरीवाल माफिया को आसपास भी फटकने नहीं देता, जबकि चन्नी की दाईं ओर रेत और बाईं ओर ट्रांसपोर्ट व शराब माफिया बैठा होता है। माफिया खत्म करके ही खजाना भरा जा सकता है, जो ये (बादल-कांग्रेसी) नहीं कर सकते। 

मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा के संबंध में अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कोई भी पार्टी यदि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा दर्शाती है तो उसके बाद चुनाव प्रचार उपर ही उपर जाता है। इसलिए मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा आचार संहिता लगने के आसपास की जाती है। कांग्रेस ने भी अभी तक स्पष्ट नहीं किया कि मुख्यमंत्री का चेहरा सिद्धू या रंधावा या चन्नी साहब में से कौन होगा। भाजपा ने भी पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और गोआ में मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा नहीं की। इसलिए हम भी आचार संहिता के आसपास ही मुख्यमंत्री के चेहरे की घोषणा करेंगे लेकिन इतना जरूर स्पष्ट करता हूं कि पंजाब में सीएम का चेहरा अरविंद केजरीवाल नहीं होगा।एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि जब किसी व्यक्ति या विधायक को पार्टी टिकट नहीं मिलती तो वह नाराज होता है। कोई मान भी जाता है और कोई दूसरी पार्टी में चला जाता है। आज कांग्रेस पार्टी के 25 विधायक और दो सांसद हमारे संपर्क में है। यह मेरी चुनौती है लेकिन हम ऐसे मुकाबले में नहीं पड़ते। गंदी राजनीति में विश्वास नहीं करते और न ही दूसरों का कूड़ा कचरा इक_ा करते हैं।एक सवाल के जवाब में केजरीवाल ने कहा कि महिलाओं को एक हजार रुपये प्रति महीना, लोगों को मुफ्त शिक्षा, मुफ्त ईलाज और मुफ्त बिजली-पानी को मुफ्तखोरी कहना ठीक नहीं है। पश्चिमी देशों में इसे सामाजिक सुरक्षा (सोशल सिक्योरिटी) कहते हैं लेकिन एक बात हम ठान चुके हैं कि जो सरकारी सुविधाएं मंत्रियों को मुफ्त में मिलती है, वह आम जनता को जरूर देंगे। केजरीवाल के अनुसार सबसे बड़े मुफ्तखोर मंत्री और सियासतदान हो चुके हैं।