5 Dariya News

राष्ट्रपति द्वारा एलपीयू के ओलंपियन विद्यार्थी 'खेल रत्न' अवार्ड से सम्मानित

एलपीयू के ओलिंपिक में इतिहास रचियता खिलाड़ी नीरज चोपड़ा और मनप्रीत सिंह को उनके असाधारण खेल कौशल के लिए देश के शीर्ष खेल पुरस्कार से किया गया है सम्मानित

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जालंधर/नई दिल्ली 13-Nov-2021

भारत के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद ने शनिवार,13 नवंबर 2021 को लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (एलपीयू) के दो छात्रों को स्पोर्ट्स में सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'खेल रत्न' से सम्मानित किया।जेवलिन थ्रो में ओलंपिक2021 के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा , और कांस्य पदक विजेता हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह बीए और एमबीए प्रोग्राम के एलपीयू के छात्र हैं। यह अवसर था युवा मामले और खेल मंत्रालय द्वारा देश के प्रतिष्ठित खिलाड़ियों को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार2021 प्रदान करने के प्रति आयोजित विशेष समारोह का। माननीय राष्ट्रपति ने नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में एलपीयू के छात्रों को प्रतिष्ठित खेल पुरस्कार प्रदान किया।भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान के रूप में प्रसिद्ध ,'खेल रत्न पुरस्कार' को वर्तमान में 'मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार' के रूप में जाना जाता है।एलपीयू के दोनों छात्रों को इस साल के 12 एथलीटों की प्रतिष्ठित विजेताओं की सूची में प्रमुखता से शामिल किया गया था।खेल रत्न पुरस्कार खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया जाता है।भारत के खेल मंत्रालय के अनुसार, एलपीयू के छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उनके निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया है। लगभग 30 वर्ष पूर्व वर्ष 1992 में स्थापित इस 'खेल रत्न' सम्मान से अब तक केवल 57 नामी खिलाड़ियों को ही उनके अद्वितीय खेल कौशल के लिए सम्मानित किया गया है।

एलपीयू के विजेताओं और एलपीयू में अन्य सभी को बधाई देते हुए, चांसलर श्री अशोक मित्तल ने अपार खुशी व्यक्त की और साझा किया कि एलपीयू हमेशा प्रतिभाशाली छात्रों को उनकी विशेषज्ञता के विविध क्षेत्रों में समर्थन देने के लिए तैयार रहता है। हम अपने विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ियोंनीरज चोपड़ा और मनप्रीत सिंह को दिए गए शीर्ष सम्मानों को देखकर रोमांचित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने अपने उच्च उत्साही खेल कौशल के माध्यम से देश और विश्वविद्यालय को गौरवान्वित किया है।”पानीपत (हरियाणा) के एक कृषक परिवार से ताल्लुक रखने वाले नीरज चोपड़ा ने  एलपीयू में स्नातक कार्यक्रम में प्रवेश लिया। वह वर्तमान में विश्व एथलेटिक्स द्वारा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर है। वह ओलंपिक में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले भारत के पहले ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं। 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपने प्रवेश  में ही  चोपड़ा ने 87.58 मीटर की भाला फेंक के साथ स्वर्ण पदक जीता। अब तक, एलपीयू के छात्र नीरज उन दो भारतीयों में से एक हैं जिन्होंने व्यक्तिगत ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता है।इसके अलावा, वह किसी व्यक्तिगत स्पर्धा में सबसे कम उम्र के भारतीय ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता हैं, और अपने ओलंपिक डेब्यू में स्वर्ण पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं।

एमबीए प्रोग्राम के एलपीयू के एक अन्य छात्र मनप्रीत सिंह भारत की पुरुष राष्ट्रीय हॉकी टीम के कप्तान हैं। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली अपनी टीम का कुशल नेतृत्व किया। टोक्यो  ओलंपिक में वह उद्घाटन समारोह के दौरान ध्वजवाहक भी थे। उनके नेतृत्व में, भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक 2020 में उल्लेखनीय किया  जो इससे बहुत पहले  ही सम्भव हो सका था ।गौरतलब है कि, एलपीयू ने इससे पहले ही अपने ओलंपिक  के 13 पदक विजेताछात्रों को शानदार जीत के बाद कैंपस आने पर 2  करोड़ रुपये से अधिक के नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया है। इनमें स्वर्ण विजेता नीरज चोपड़ा; मनप्रीत सिंह और कांस्य विजेता हॉकी टीम के छह अन्य सदस्य; कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया; रजत विजेता पैरालिंपियन निषाद कुमार और अन्य  शामिल हैं।अपने विद्यार्थियों  को देश, विश्वविद्यालय और स्वयं के लिए सदैव गौरव अर्जित करने के लिए प्रेरित करने के प्रति  एलपीयू प्रबंधन ने कैंपस की एक सड़क का नाम 'नीरज चोपड़ा मार्ग' भी रखा  है।यह भी बड़े गर्व की बात है कि एलपीयू के ओलंपियन छात्रों ने रिकॉर्ड ओलंपिक पदक जीते हैं, जिसमें नीरज चोपड़ा द्वारा एथलेटिक्स में 121 वर्षों की लंबी अवधि में पहला स्वर्ण पदक शामिल है। इसी तरह, एलपीयू का पैरालिंपियन एथलीट भारत की उस पैरा-एथलीटों की टीम का हिस्सा है, जिसने पहली बार पांच स्वर्ण पदक सहित देश के लिए अब तक के सर्वश्रेष्ठ 19 पदक जीतकर इतिहास रचा है।