5 Dariya News

डीजीपी दिनकर गुप्ता द्वारा लुधियाने के पुलिस परिवारों और उनके वार्डों को आधुनिक इन्डोर स्पोर्टस स्टेडियम और एक आधुनिक लाईब्रेरी ’बुक नुक’ की समर्पित

डीजीपी पंजाब ने महिला पुलिस स्टाफ द्वारा चलाए जाने वाले पारिवारिक काउंसलिंग सैंटर का भी किया उद्घाटन

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लुधियाना 06-Aug-2021

पंजाब पुलिस के कर्मचारियों और उनके वार्डों की भलाई और तंदुरुस्ती को यकीनी बनाने के लिए स्टेट मिशन को आगे बढ़ाते हुए डीजीपी दिनकर गुप्ता ने आज लुधियाना कमिशनरेट के अधीन पुलिस की भलाई सम्बन्धी पहलकदमियों की लड़ी समर्पित करते हुये पुलिस लाईनज़ में एक अत्याधुनिक इन्डोर स्पोर्टस स्टेडियम और पुलिस परिवारों और उनके बच्चों के लिए एक आधुनिक लाईब्रेरी ’बुक नुक’ का उद्घाटन किया।पुलिस कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए पुलिस लाईनज़ में एक अत्याधुनिक इन्डोर स्टेडियम-कम-जिमनेजिय़म का उद्घाटन करते हुये डीजीपी ने कहा कि इस खेल बुनियादी ढांचे का मुख्य मंतव्य खेल और जि़मिंग के द्वारा उनकी सेहत और तंदुरुस्ती बनाये रखना है।डीजीपी ने बताया कि इन्डोर स्टेडियम में विश्व स्तरीय सहूलतें मुहैया करवाई गई हैं जिनमें कारपेटड बैडमिंटन कोर्ट, योगा और मैडीटेशन रूम, अफ़सर लौंज और आसपास के शानदार दृश्यों के साथ एक इन्डोर जिम्म भी शामिल है जो कि आधुनिक मशीनों के साथ लेस है जो पुलिस कर्मचारियों और उनके पारिवारिक सदस्यों को तंदुरुस्त रहने के लिए प्रेरित करेगा। डीजीपी ने आगे कहा कि विशेष तौर पर प्रशिक्षण प्राप्त जिम्मा ट्रेनर शारीरिक स्थिति, शारीरिक ताकत और उपयुक्त कसरत की गतिविधियों पर काम करेंगे और विलक्षण कसरत रुटीन बनाऐंगे जिससे पुलिस कर्मचारियों को बेहतर बनने में सहायता की जा सके। यह ईमारत वर्धमान ग्रुप के द्वारा उनकी सी.एस.आर. गतिविधि के हिस्से के तौर पर बनाई गई है।डीजीपी दिनकर गुप्ता, जिनके साथ सी.पी. लुधियाना राकेश अग्रवाल भी थे, ने पुलिस कर्मचारियों के वार्डों के दरमियान पढऩे की आदत को उत्साहित करने के लिए पुलिस लाईनज़ में एक आधुनिक लाईब्रेरी ’बुक नुक’ का उद्घाटन भी किया।

डीजीपी ने बताया कि बुक नुक, पुलिस कर्मचारियों के वार्डों के लिए एक बहुत ही नवीनतम रीडिंग-कम-ऐक्टिविटी क्षेत्र है जिसको एन.जी.ओ. आस एहसास के सहयोग से पुलिस कर्मचारियों के वार्डों के दरमियान पढऩे की आदत को उत्साहित करने के लिए लांच किया गया है। डीजीपी ने आगे कहा कि यह प्रोजैक्ट को शुरू करने का विचार एडीसीपी ज़ोन 1 कम डीसीपीओ डा. प्रज्ञा जैन के द्वारा दिया गया था।बुक नुक की मुख्य विशेषताओं में इसका अपना सहज माहौल शामिल है, जिसमें 4 से 18 साल के बच्चों के लिए शैक्षिक, काल्पनिक और ग़ैर-काल्पनिक किताबें शामिल हैं। इसके इलावा मानसिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए कई बोर्ड गेमें और अंदुरूनी शैक्षिक गतिविधियों वाला एक आकर्षक थिमेटिक टैंट भी लगाया गया है।उन्होंने कहा कि सभी रैंकों के पुलिस कर्मचारियों (जी.ओज़ से दर्जा चार कर्मचारी) के वार्ड इन सहूलतों का लाभ ले सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस लाईनज़ में माली के तौर पर काम करते दर्जा 4 कर्मचारी की बेटी रिसैपशन और रोज़मर्रा के कामकाज की देख-रेख करेगी। यह पहलकदमी मल्कीयत और अपनेपन की भावना को उत्साहित करेगी।डीजीपी ने सी.पी. अग्रवाल को यह यकीनी बनाने का प्रस्ताव दिया कि स्टेडियम, जिम्म और बुक नुक लाईब्रेरी समेत ऐसी सभी सहूलतें न सिर्फ़ उच्च अधिकारियों के लिए बल्कि पूरी फोर्स के लिए खुली होनीं चाहिये।उन्होंने सी.पी. को सीनियर नागरिकों के लिए ऐसी लाईब्रेरी और रीडिंग रूम स्थापित करने के लिए भी सुझाव जिससे वह वहाँ आकर अपने फुर्सत में समय को लाभप्रद गतिविधियों में बदल सकें।इस मौके पर डीजीपी दिनकर गुप्ता ने यहाँ के रिशी नगर में स्थापित पारिवारिक काउंसलिंग सैंटर का उद्घाटन भी किया। खाद्य, सिविल सप्लाई और उपभोक्ता मामलों के बारे कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु ने लुधियाना इम्परूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन के सक्रिय सहयोग के साथ इस इमारत के लिए जगह अलाट करने में अहम भूमिका निभाई। डीजीपी ने सार्वजनिक हितों वाले इस प्रोजैक्ट के समर्थन के लिए माननीय कैबिनेट मंत्री का धन्यवाद भी किया।

काउंसलिंग सैंटर के पैनल सदस्यों के साथ बातचीत करते हुए, डीजीपी ने कहा कि वह एक सेहतमंद समाज की सृजन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं और उनको काउंसलिंग के द्वारा परिवारों के बीच फिर समझौता करवाने पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि पंजाब पुलिस ज़रुरी हुनर वाले लगभग 450 पेशेवर काउंसलरों और माहिरों की भर्ती करने जा रही है जो कि प्राईवेट पैनल सदस्यों के साथ मिल कर काम करेंगे।उन्होंने सी.पी. राकेश अग्रवाल को यह भी निर्देश दिए कि पारिवारिक काउंसलिंग सैंटर को महिला स्टाफ यूनिट बनाया जाये जिससे अपनी शिकायतें दर्ज कराने आने वाली महिलाओं को सुविधाजनक माहौल मुहैया करवाया जा सके।समागम के दौरान मीडिया के साथ बातचीत करते हुये डीजीपी दिनकर गुप्ता ने दोहराया कि महिलाओं के विरुद्ध अपराधों को रोकना पंजाब सरकार और पुलिस की प्रमुख प्राथमिकता रही है। उन्होंने आगे कहा कि एस.आई, हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल रैंक पर हाल ही में से जाने वाली कुल 10,000 से अधिक पुलिस कर्मचारियों की भर्ती में एक तिहाई महिलाएं भर्ती की जाएंगी।उन्होंने आगे कहा कि काउंसलिंग सैंटर में 44 कमरे, फोटोस्टेट और टाइपिंग सुविधा के इलावा कैंटीन, नवजात बच्चों को दूध पिलाने के लिए कमरे, बच्चों के लिए खेलने का क्षेत्र, रिसैपशन, प्राईवेट काउंसलिंग मैंबर और मनोवैज्ञानिक डाक्टरों की सहूलतें शामिल हैं।सी.पी. राकेश अग्रवाल ने डीजीपी को बताया कि इससे पहले, काउंसलिंग सैंटर अलग-अलग इमारतों में स्थित चार ज़ोनल दफ्तरों से काम कर रहा था, जोकि ख़स्ता हालत में थे। उन्होंने कहा कि इस सुविधा में मुरम्मत का काम जे.सी.पी. हैड कुआरट, जे. इलैंचीजि़अन और डी.सी.पी. अश्वनी कपूर के यत्नों से पूरा हुआ।लोगों के लिए उचित ढंग से सेवाओं की सुपुर्दगी को यकीनी बनाने के लिए पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल और उनकी टीम की सख़्त मेहनत की सराहना करते हुए डीजीपी ने उनको हमारे बहादुर पुलिस बलों के परिवारों की समूची बेहतरी के लिए ऐसे और उद्यम पेश करने के लिए उत्साहित किया।