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पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के अध्यापकों और छात्रों ने एनईपी-2020 की पहली वर्षगांठ पर प्रधान मंत्री के संबोधन में भाग लिया

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बठिंडा 30-Jul-2021

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020’ की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर 29 जुलाई, 2021 को माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और माननीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान द्वारा शिक्षा समुदाय को दिए ज्ञानवर्धक संबोधन कार्यक्रम में पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय, बठिंडा (सीयूपीबी) के शिक्षकों, शोधार्थियों और छात्रों ने कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी के नेतृत्व में आभासी पटल के माध्यम से भाग लिया।इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने अकादमिक क्रेडिट बैंक का शुभारंभ किया जिसके अंतर्गत छात्रों को उच्च शिक्षा में एकाधिक प्रवेश और एकाधिक निकास के विकल्प मिलेंगे। साथ ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई को पहले साल क्षेत्रीय भाषाओं में कराए जाने और उच्च शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए गए। कार्यक्रम के दौरान विद्या प्रवेश- ग्रेड-1 के बच्चों के लिए तीन महीने का प्ले स्कूल आधारित शैक्षणिक मॉड्यूल; माध्यमिक स्तर पर एक विषय के रूप में भारतीय सांकेतिक भाषा की शिक्षा; शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए एनसीईआरटी द्वारा डिजाइन किया गया एकीकृत प्रशिक्षण कार्यक्रम ‘निष्ठा 2.0’; और स्ट्रक्चर्ड एसेसमेंट फॉर एनलाइजिंग लर्निंग लेवल ‘सफल’ नामक अभिनव पहल का शुभारंभ किया गया। 

इसके अतिरिक्त आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस पर आधारित एक समर्पित वेबसाइट; राष्ट्रीय डिजिटल शिक्षण संरचना (एनडीईएआर); और राष्ट्रीय शैक्षिक प्रौद्योगिकी फोरम (एनईटीएफ) का शुभारंभ भी हुआ।अपने संबोधन में प्रधान मंत्री ने कहा कि भविष्य में देश के प्रगति और विकास हमारे युवाओं को वर्तमान में दी जाने वाली शिक्षा के स्तर पर निर्भर करती है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि एनईपी-2020 के अंतर्गत शुरू किए गए परिवर्तनकारी सुधार हमारी शिक्षा प्रणाली को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप पुनः विकसित करेंगे और वैश्विक बौद्धिक नागरिकों का निर्माण करेंगे जो भारत की नियति को बदल देंगे। उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं को यह विश्वास दिलाती है कि देश अब पूरी तरह से उनके तथा उनके हौसलों के साथ है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण के ‘महायज्ञ’ में एनईपी-2020 का अहम योगदान होगा। शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस बात पर बल दिया कि 21वीं सदी की नई शिक्षा नीति 'एनईपी-2020 ' समानता, सामर्थ्य, एकजुटता, गुणवत्ता और शिक्षा तक पहुंच लाने के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों पर आधारित है। उन्होंने सभी हितधारकों को एनईपी-2020 के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया।कार्यक्रम में भाग लेने के बाद, पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी ने कहा कि हमारा विश्वविद्यालय सभी हितधारकों को एनईपी-2020 के परिवर्तनकारी सुधारों द्वारा लाभान्वित करने हेतु एनईपी-2020 को समग्र रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है।