5 Dariya News

ज़िला प्रशासन ने कोविड -19 के मरीज़ों को उनके घरों में उपलब्ध करवाए 85 आक्सीजन कंसंट्रेटर : घनश्याम थोरी

5000 हज़ार रुपए की वापिस योग्य सक्योरिटी फीस और 200 रुपए प्रतिदिन किराये पर प्राप्त की जा सकती है आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन

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जालंधर 28-May-2021

कोविड -19 मरीज़ों की घर में मैडीकल आक्सीजन की माँग को पूरा करते हुए ज़िला प्रशासन की तरफ से रैड क्रास सोसायटी के सहयोग से अब तक ऐसे मरीज़ों को 85 आक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।इस सम्बन्धित और ज्यादा जानकारी देते डिप्टी कमिशनर घनश्याम थोरी ने बताया कि कोविड -19 के मामलों में विस्तार होने के कारण इस महामारी से प्रभावित मरीज़ों को मैडीकल आक्सीजन की सुविधा देने के लिए और आम जनता के हित्त को मुख्य रखते हुए ज़िला प्रशासन और ज़िला रैड्ड क्रास सोसायटी, जालंधर की तरफ से सांझा प्रयास करते हुए रैड्ड क्रास भवन जालंधर में आक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक स्थापित किया गया है, जिसमें से कोविड -19 से प्रभावित मरीज़, जिन को अस्पताल में से छुट्टी मिलने के बाद भी घर जा कर मैडीकल आक्सीजन की ज़रूरत पड़ती है, को आक्सीजन कंसनटरेटर मशीन न मात्र 5000 हज़ार रुपए वापिसयोग्य सक्योरिटी फीस और 200 /- रुपए प्रति दिन किराये पर उपलब्ध करवाई जाती है।उन्होनें आगे बताया कि आक्सीजन कंसंट्रेटर बैंक में से कोविड -19 से प्रभावित मरीज़ों को तारीख़ 28 मई 2021 तक 85 आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीनें दी जा चुकी हैं और किसी भी मरीज़ को अब तक कोई मुश्किल नहीं आई है।श्री थोरी ने आगे बताया कि इसके इलावा जालंधर जिले के नजदीकी जिलों से दाख़िल कोविड के मरीज़ों को आक्सीजन सहायता देने के लिए आक्सीजन बैंक के दायरे को भी बढ़ाया गया है, जिसके अंतर्गत जालंधर के नजदीकी जिलों जैसे होशियारपुर, नवां शहर और कपूरथला के कोविड मरीज़, जो कि जालंधर में दाख़िल हैं और अस्पताल से छुट्टी समय जिनके पास आक्सीजन की ज़रूरत सम्बन्धित स्लिप होगी, को भी आक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जाएंगे।डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि यह कंसंट्रेटर घर में एकांतवास हलके लक्षणों वाले मरीज़ों के इलाज में जहाँ लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं, वही अस्पतालों पर मामलों का भार घट रहा है । इस सम्बन्धित रैड क्रास सोसायटी जालंधर के सचिव श्री इन्द्र देव सिंह ने बताया कि कोई भी जरूरतमंद मरीज़ कंसंट्रेटर के लिए उनके मोबायल नंबर 98765 -02613 पर किसी भी समय संपर्क कर सकता है। उन्होनें बताया कि एक मानिटरिंग टीम भी बनाई गई है, जो कि समय -समय पर मरीज़ों के घर में जा कर चैकिंग करती है और उनकी मुश्किलों को दूर करती है ।