5 Dariya News

पंजाब पुलिस द्वारा जैपाल गिरोह का वांछित गैंगस्टर झारखंड से गिरफ्तार; फार्चूनर एस.यू.वी, पाँच मोबायल बरामद

गिरफ्तार किये गए गैंगस्टर गैवी के पकिस्तान और जम्मू और कश्मीर आधारित नशा तस्करों से संबंध

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चण्डीगढ़ 27-Apr-2021

पंजाब पुलिस की संगठित अपराध नियंत्रण इकाई (ओ.सी.सी.यू.) ने एस.ए.एस.नगर पुलिस के साथ सांझे आप्रेशन में गैंगस्टर जैपाल के करीबी गैवी सिंह उर्फ विजय उर्फ ज्ञानी को गिरफ्तार किया है जो पुलिस के दबाव के कारण राज्य छोड़ कर फरार हो गया था। डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी) दिनकर गुप्ता ने आज यहाँ बताया कि वह इस गिरोह को फंडिंग करने के लिए ड्रग कार्टेल चला रहा था।फिरोजपुर जिले के गाँव रईआ वाला के रहने वाले गैवी को पंजाब पुलिस की टीम की तरफ से झारखंड पुलिस के साथ मिल कर झारखंड के सराए किला खरसवा जिले से गिरफ्तार किया गया। मुलजिम ने फिरोजपुर के जेल में बंद गैंगस्टर चंदन उर्फ चन्दू के साथ नजदीकी सम्बन्ध होने के बारे भी खुलासा किया।पुलिस ने उसके पास से एक टोयोटा फार्चूनर एसयूवी, पाँच मोबाइल हैंडसैट्ट और तीन इन्टरनेट डौंगलें, जिनका प्रयोग वह नशा और अपराधिक नैट्टवर्कों को चलाने के लिए कर रहा था, भी बरामद की हैं।गैवी, जिसके कि पाकिस्तान और जम्मू -कश्मीर के नशा तस्करों के साथ नजदीकी सम्बन्ध थे, को पाकिस्तान से बाड़ के नीचे से पाईपों के द्वारा या नदी में पानी की ट्यूबों के प्रयोग के द्वारा नशों और हथियारों की सप्लाई भेजी जा रही थी। वह फरवरी, 2020 में 11 किलो हेरोइन बरामदगी मामले में जालंधर ग्रामीण पुलिस को वांछित था। गैवी के पुराने अपराधिक रिकार्ड के मुताबिक उस पर कत्ल, डकैती, अपहरण, जबरन लूट और एन.डी.पी.एस और हथियार एक्ट के अंतर्गत 10 से अधिक घृणित अपराधों के मामले चल रहे हैं।

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने जानकारी देते हुये बताया कि गैवी ने झारखंड के जिला सराए किला में जाने के बाद गोल्ड जिम में जिम इंस्टरक्टर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि पंजाब पुलिस ने गैवी का झारखंड तक पीछा किया और एआईजी, ओसीसीयू श्री गुरमीत चैहान और एसएसपी, एसएएस नगर श्री सतीन्द्र सिंह की निगरानी अधीन पुलिस टीमों को झारखंड भेजा गया और झारखंड पुलिस के सहयोग से जिला जमशेदपुर और सराए किला में जांच अभ्यान चलाया गया।उन्होंने कहा कि इंस्पेक्टर हरदीप सिंह और इंस्पेक्टर पुशविन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब पुलिस की टीम ने सराए किला में गैवी का पता लगाया जहाँ वह जाली आईडी का प्रयोग करके श्री नाथ ग्लोबल विलेज में किराये के फलैट में रह रहा था और यहाँ तक कि पुलिस को चकमा देने के लिए उसने अपनी आई-20 कार बेच कर फार्चूनर एस.यू.वी. ले ली, जो ड्रग मनी से खरीदी गई थी।डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि सोमवार शाम को पुलिस टीमों ने मुलजिम को उसके फलैट से गिरफ्तार किया और पंजाब पुलिस उसको झारखंड की जुडिशियल कोर्ट में पेश करने के बाद उसे ले जाने सम्बन्धी रिमांड हासिल कर रही है।उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और गैवी की गिरफ्तारी से राज्य और देश में सरहद पार नशा तस्करी में गैंग्स्टरों के सक्रिय सम्मिलन का खुलासा होने की उम्मीद है।जिक्रयोग्य है कि गैवी को पुलिस थाना कुराली में आई.पी.सी. की धारा 392, 395, 384, एनडीपीएस एक्ट की धारा 21-22-29 और आर्मज एक्ट की धारा 25 अधीन दर्ज एफआईआर नं. 31 तारीख 14 अप्रैल 2021 में गिरफ्तार किया गया है।