5 Dariya News

बैसाखी दिवस पर आम आदमी पार्टी के प्रदेश नेता श्री अनन्दपुर साहिब में हुए नतमस्तक

श्री गुरू महाराज हमसबको सद्धबुद्धि प्रदान करे ताकि हम सब मिलकर पंजाब को बुरे हलातों से बचा सकें -भगवंत मान

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श्री अनन्दपुर साहिब 13-Apr-2021

बैसाखी के पवित्र दिवस पर आज हम गुरू साहिबान से आशीर्वाद लेने आए हैं कि गुरू महाराज हमें सद्धबुद्धि प्रदान करे ताकि हम सब मिलकर पंजाब को बुरे हलातों से बचा सकें। ये बातें आम आदमी पार्टी पंजाब के पंजाब प्रधान और सांसद भगवंत मान ने श्री आनन्दपुर साहिब में मत्था टेकने बाद कही। इससे पहले आप के प्रदेश प्रधान भगवंत मान समेत दिल्ली के विधायक और पंजाब के प्रभारी जरनैल सिंह, पंजाब विधान सभा में उपनेता प्रतिपक्ष सरबजीत कौर माणूंके, विधायक अमरजीत सिंह संदोआ, पार्टी के महासचिव हरचन्द सिंह बरसट, पार्टी के रोपड़ जिले के प्रधान दिनेश चड्ढा और मोहाली के प्रधान परमिन्दर जसवाल ने तख्त श्री केसगड़ साहिब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के समक्ष नत्मस्तक हो कर आशीर्वाद लिया।इस मौके पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए भगवंत मान ने कहा कि आज का दिन मानवता के इतिहास में सुनेहरे पन्ने पर दर्ज है। जब 1699 में 10वें गुरु श्री गुरू गोबिन्द सिंह जी ने गरीबों, मजदूरों और मजलूमें को अत्याचारी शासकों से बचाने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की थी। खालसा पंथ के रूप में सजाए सिंहों ने पंजाब को महान बनाया और पूरी दुनिया में मानवतावादी विचारधारा को पेश किया। 

पंजाब के प्रभारी जरनैल सिंह ने कहा आज भी पंजाब समेत पूरे देश के हलात मुगल काल जैसे बने हुए हैं। देश का किसान और मजदूर अपनी आवाज देश के शासकों को सुनाने के लिए दिल्ली की सरहदों पर बैठे हैं, परन्तु देश के शासक सत्ता के नशे में डूबे सो रहे हैं। दूसरी तरफ पंजाब में किसान और मजदूरों समेत सरकारी कर्मचारी और बेरोजगार नौजवान कांग्रेस सरकार के अत्याचार झेल रहे हैं। एक सवाल के जवाब में भगवंत मान ने कहा अगर देश के शासकों की नीयत साफ होती तो कृषि के काले कानूनों के खिलाफ 350 से ज़्यादा किसानों को अपनी जान न गवानी पड़ती। देश के अन्नदाता की आवाज को सुन कर केंद्र के शासकों को काले कानून रद्द करने चाहिए।पंजाब में सीधी अदायगी के बारे में पूछे सवाल का जवाब देते हुए मान ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज तक पंजाब का एक केस भी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में सही तरीके से पेश नहीं किया। इसी कारण पंजाब को बहुत से मुद्दों पर नुकसान झेलना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री पंजाब केंद्र सरकार से मिले हुए हैं। एक तरफ वे गेहूं की सीधी अदायगी के मामले में केंद्र के समक्ष घुटने टेक दिए हैं और दूसरी तरफ कैप्टन आढ़तिया और किसानों के साथ खड़े होने का दावा करते हैं। दिल्ली पुलिस के पंजाब में दाखिले के मामले पर भगवंत मान ने कहा कि कितनी दुख की बात है कि दिल्ली की पुलिस पंजाब में आ कर नौजवानों पर अत्याचार करके चली जाती है, जब कि पश्चिमी बंगाल और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सी.बी.आई को भी अपने राज्यों में घुसने नहीं देते। पता नहीं क्यों कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब को लवारिस बना कर छोड़ दिया।