5 Dariya News

पंजाब सरकार ने नामधारी शहादत स्मारक मलेरकोटला में शहीदों की याद में करवाया राज्य स्तरीय समागम

आज़ादी की लड़ाई में नामधारी शहीदों के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता : विजय इंदर सिंगला

5 Dariya News

मलेरकोटला/संगरूर 17-Jan-2021

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से नामधारी शहादत स्मारक में करवाए गए राज्य स्तरीय शहादत समारोह के अवसर पर तोपों के साथ शहीद किये गए 66 सिखों समेत कुल 80 नामधारी शहीदों को श्रद्धा के फूल भेंट करते हुए स्कूल शिक्षा और लोक निर्माण मंत्री पंजाब श्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में नामधारी शहीदों के योगदान को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता।इस मौके पर कैबिनेट मंत्री श्री सिंगला ने नामधारी सत्गुरू उदय सिंह की हाजिऱी में एकत्रित हुई बड़ी संख्या में संगतों को संबोधन करते हुए सत्गुरू राम सिंह जी की तरफ से मिले उत्साह स्वरूप सन 1872 ईस्वी में आज के दिन इसी धरती पर 66 कूका सिख शहीदों ने तोपों के सामने सिर बिछाकर शहादत का जाम पिया था। उन्होंने कहा कि कूका आंदोलन के इन निडर शहीदों की बहादुरी इस बात से समझी जा सकती है कि जब अंग्रेज़ अफ़सर ने इन जांबाजा़ं को तोपों के साथ बांधकर उड़ाने का हुक्म दिया तो इससे इन्कार करते वह ख़ुद तोपों के समाने खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि इससे भी बड़ी बात कि जिन शहीदों का कद छोटा था, उन्होंने भी ईंट-कंकरों की ढेरी बनाकर अपने आप को तोप के सामने शहादत का जाम पीने के लिए पेश कर दिया।श्री सिंगला ने कहा कि अंग्रेज़ों ने ‘फूट डालो और राज करो की नीति’ से हमें ग़ुलाम बनाया था परन्तु गुरू राम सिंह ने इस नीति के मुकाबले ‘जुड़ो और लड़ो’ की नीति का ऐलान किया जिसके बाद लोग इकठ्ठा हो गए और लोक लहर बन गई जिसने अंग्रेज़ों को हिन्दुस्तान से निकाल कर ही साँस ली। कैबिनेट मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज उन्हें अपने नुमायंदे के तौर पर भेजा है और वह यकीन दिलाना चाहते हैं कि उनकी सरकार नामधारी संगत के साथ खड़ी है।समागम के दौरान चेयरमैन पेडा नामधारी एच.एस. हंसपाल, डिप्टी कमिश्नर रामवीर, एस.एस.पी. विवेक शील सोनी, विश्व नामधारी संगत के प्रधान सुरिन्दर सिंह नामधारी, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर अनमोल सिंह धालीवाल, एस.डी.एम टी. बैनिथ के अलावा बड़ी संख्या में नामधारी संप्रदाय के नेता और संगत भी उपस्थित थी।